गुजरात के खंभात में रामनवमी की शोभा यात्रा पर पथराव की साजिश में तीन गिरफ्तार (फोटो साभार: इंडिया टीवी)
गुजरात के हिम्मतनगर रामनवमी हिंसा मामले में चल रही जाँच के बीच खंभात हिंसा की जाँच में चौंकाने वाली खबरें सामने आई हैं। रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि इस हिंसा में कम-से-कम तीन मौलवी शामिल हैं और इन्होंने राज्य के अलग-अलग इलाके के लोगों को खंभात में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के लिए बुलाया था।
રામનવમીના દિવસે ખંભાતમાં થયેલ જૂથ અથડામણ મુદ્દે મહત્વનો ખુલાસો: શાંતિ ડહોળવા માટે તોફાની તત્વોને મૌલવીએ બહારથી બોલાવ્યા હતા, પૂર્વનિયોજીત હતું કાવતરું#khambhat @GujaratPolice
— VTV Gujarati News and Beyond (@VtvGujarati) April 13, 2022
गुजराती समाचार चैनल वीटीवी की रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंसा पूर्व नियोजित थी और इसमें शामिल लोगों को इन मौलवियों ने शहर के बाहर से बुलवाया था।
BIG BREAKING: ખંભાતમાં તોફાનો મામલે ચોંકવાનારો ખુલાસો, પાકિસ્તાન અને અફઘાનિસ્તાનમાં બેસીને રચાયું ષડ્યંત્ર, શોભાયાત્રાના એક દિવસ પહેલા આગચંપી કરનારા ભેગા થઈ ગયા હતા #Gujarat #Khambhat @GujaratPolice
— VTV Gujarati News and Beyond (@VtvGujarati) April 13, 2022
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि इस हिंसा की साजिश को पहले से ही शातिराना ढंग से रचा गया था और शोभा यात्रा से एक दिन पहले इसमें शामिल लोगों को इलाके की शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के लिए बाहर से बुलाया गया था।
Gujrat khambhat Ram Navami riots:
— Mukesh Ambani (@jimmyjvyas) April 13, 2022
After police arrest maulvi maulvi statement:
Maulavi ne pre plan kiya tha bahar so riots ke liye bulaye gaye the even funding bhi bahar se aaya tha riots ke liye pic.twitter.com/xTLcFdKJYa
So govt should keep themselves busy in collecting intelligence about SO CALLED CITIZENS. De will continue2 conspire& majority will always get killed by these jihadist. This mustB stopped Properties & all rights of anti-national people must be confiscated is 1 of the solution
— Sanjay (@Sanjay96102609) April 13, 2022
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शोभा यात्रा के दौरान पहले पथराव किया गया और फिर दुकानों में आग लगा दी गई। खंभात हिंसा में गिरफ्तार तीनों मौलवियों से पूछताछ में पता चला है कि शोभा यात्रा में बवाल करने के लिए इन लोगों ने पहले की योजना बना ली थी। हिंसा को अंजाम देने के लिए मौलवियों ने भरूच और अहमदाबाद से लोगों को खंभात बुलाया था और उनके यहाँ रहने-खाने की व्यवस्था की थी। ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि इसके लिए देश के बाहर से फंडिंग भी की गई थी।
#रामनवमी के दिन देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान में बैठकर सोशल मीडिया के जरिये की गई उसी बीच गुजरात पुलिस का दावा,खंभात दंगा भी एक साजिश थी।
— Janak Dave (@dave_janak) April 13, 2022
3 मौलवी औऱ 2 शक्श ने पहले से की थी साजिश।
मुस्तकीम मौलवी,मतीन,मोहसिन साजिश के बड़े किरदार।
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न्यूज 18 गुजराती ब्यूरो के प्रमुख जनक दवे की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी रजाक अयूब, हुसैन हशमाशा दीवान भीड़ को पथराव करने के लिए उकसाने में शामिल थे। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए हैं।
दवे की रिपोर्ट में कहा गया है कि जिस दिन शोभा यात्रा की अनुमति मिली थी, उसी दिन पथराव और हिंसा की योजना बनाई गई थी। शोभा यात्रा रविवार को थी और आरोपितों ने बाहरी लोगों को शनिवार को ही खंभात बुला लिया था। जिन लोगों को पथराव और हिंसा के लिए बुलाया गया था, उन्हें आश्वासन दिया गया था कि उन्हें कुछ नहीं होगा और उन्हें कानूनी सहायता प्रदान की जाएगी।
आरोपितों ने शोभा यात्रा से पहले भारी मात्रा ईंट-पत्थर और लाठी-डंडे जैसे अन्य हथियार इकट्ठा कर लिए थे। अगले दिन रविवार को जब शोभा यात्रा निकली और मस्जिद से गुजरने लगी, इसी दौरान यात्रा में शामिल लोगों पर पथराव शुरू हो गया। अचानक हुए इस हमले में कई लोग घायल हो गए।
जिस दिन शोभायात्रा को अनुमति मिली उसी दिन साजिश रची गयी।
— Janak Dave (@dave_janak) April 13, 2022
आतंक की इस वारदात को अंजाम देने खंभात बाहर से बुलाये लोग।
रविवार को शोभा यात्रा थी,जबकि शनिवार रात तक सभी को इकठ्ठा किया गया।
पथ्थर और जरूरी बाकी सामान जिससे ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचे वह इकठ्ठा कीया गया।
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पुलिस एट्रोसिटी के शिकार लोगो को मदद करने के नाम पर उगाये गए पैसे।पैसे कहाँ कहाँ से लिये इसकी जांच जारी।
— Janak Dave (@dave_janak) April 13, 2022
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पूरे देश में गिरफ्तार किए दंगाइयों के मुफ्त राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, प्रधानमंत्री आवास, किसान सम्मान निधि, व अन्य योजनाओं को तत्काल प्रभाव से बंद करना चाहिए। जीवन में इनको किसी योजना का लाभ न मिले ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। अगर आपको ये सुझाव अच्छा लगता है तो इसे आगे जरूर भेजे।
— Sudeep Saxena (@sudeepsaxena16) April 13, 2022
कई रिपोर्ट में यह बता भी सामने आई है कि कथित पुलिस अत्याचारों से लड़ने के नाम पर लोगों से चंदा वसूले कर धन इकट्ठा किए गए। वहीं, धन के विभिन्न स्रोतों की भी जाँच की जा रही है।
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