साभार-Firstpost
मुस्लिम तुष्टिकरण की आड़ में हिन्दू, हिन्दू राष्ट्र एवं हिन्दुत्व का विरोध करने वाले समस्त मोदी-योगी विरोधियों को जितनी जल्दी हो होश में आ जाना चाहिए, क्योकि 2014 चुनाव में जनता ने सत्ता परिवर्तन नहीं बल्कि हिन्दू राष्ट्र के लिए मतदान किया था, जिसका उल्लेख 1555 में ही कर दिया गया था। लेकिन मुस्लिम तुष्टिकरण पुजारी छद्दम समाजवाद का चोला ओढ़ जनता को भ्रमित करने से बाज नहीं आ रहे। मोदी सरकार को अन्य काम करने के साथ-साथ संविधान से Secular शब्द और Muslim Personal Law Board को भी समाप्त कर देना चाहिए। जबसे इमरजेंसी में संविधान में Secular और 1971 में बांग्लादेश बनवाने के बाद मुस्लिम वोट को खिसकते देख तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने Muslim Personal Law Board बनवाया, उसके दुष्परिणाम सबके सामने हैं, तभी से मुस्लिम कट्टरपंथी अपने चरम पर है। इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि इन दोनों से पूर्व भारत में कट्टरपंथी नहीं थी, जरूर थी, पुरानी दिल्ली वालों को स्मरण होना चाहिए कि जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम का उद्घाटन इंडो-पाक क्रिकेट मैच से हुआ था, पाकिस्तान जीत की कगार पर था, लेकिन आल-राउंडर मदन लाल और कीर्ति आज़ाद के चौक्के-छक्कों ने पाकिस्तान पर जीत दिलवाने पर मटिया महल बाजार में 24 घंटे चलने वाली चाय और सिगरेट की दुकाने रात्रि 11 बजे बंद हो गयी थी।
राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। इस दौरान नए खुलासे भी हो रहे हैं। NIA ने 30 दिसंबर 2022 को हैदराबाद की एक अदालत के समक्ष दाखिल अपने आरोप पत्र दाखिल किया। इसमें एजेंसी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए 11 लोग आतंकी ट्रेनिंग कैम्प चलाते थे।
NIA की चार्जशीट के मुताबिक, अब्दुल कादिर तेलंगाना के निजामाबाद में कराटे सिखाने के नाम पर कैंप चला रहा था। कादिर सहित ये 11 आरोपित प्रतिबंधित संगठन में मुस्लिमों की भर्ती करते था। उन्हें देश विरोधी बातें सिखाते थे। PFI इन कराटे कैम्पों की आड़ में बड़ी फंडिंग कर रहा था और इसके लिए वह विदेशों से पैसे ले रहा था। इस मामले में UAPA के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
कैम्प में मुस्लिम युवाओं को कराटे के बहाने लोगों पर हमला करने की ट्रेनिंग दिया जा रहा था। कैम्प में उन्हें किसी व्यक्ति के गले, पेट और सिर पर चाकू, दरांती और लोहे से वार करने के बारे में सिखाया जाता था। गला काटने और बॉडी पार्ट को काटने की ट्रेनिंग दी जाती थी। उन्हें यह भी बताया जाता था कि आतंकी वारदातों को कैसे अंजाम दिया जाता है।
पीएफआई मार्शल आर्ट्स ट्रेनर और हिट स्क्वाड के सदस्य मोहम्मद मुबारक को NIA ने हिरासत में लिया है। वह केरल उच्च न्यायालय में एक अटॉर्नी के रूप में काम करता था। पकड़ा गया वकील मोहम्मद मुबारक विभिन्न राज्यों में हिट स्क्वॉयड तैयार कर रहा था। फिलहाल उससे आगे की पूछताछ चल रही है।
राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने 29 दिसंबर 2022 तड़के केरल में प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 56 ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी PFI के उन सदस्यों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ की गई जो देश के खिलाफ साज़िश रच रहे थे। इनमें वे ओवर ग्राउंड वर्कर भी शामिल हैं, जो आधिकारिक तौर पर पीएफआई के सदस्य नहीं हैं, लेकिन उसके लिए काम करते हैं।
सितंबर 2022 में बैन किए जाने के बाद से केरल में पीएफआई के खिलाफ एनआईए की यह 5वीं रेड है। NIA सूत्रों की मानें तो केरल में ही PFI के सबसे ज्यादा सक्रिय सदस्य हैं और बैन किए जाने के बाद भी अपनी गतिविधियाँ जारी रखे हुए हैं। NIA सहित अन्य एजेंसियाँ उन पर नजर बनाए हुए है।
NIA ने इससे पहले 20 दिसंबर 2022 को केरल के कोच्चि में एनआईए की विशेष अदालत के समक्ष बताया था कि PFI के कुछ नेताओं के ISIS और अलकायदा जैसे आतंकी संगठनों से संबंध हैं । एनआईए ने कहा था कि पीएफआई के कई सरगना इस्लामिक स्टेट और अलकायदा के आतंकवादियों के संपर्क में थे और एजेंसी के पास इसका सबूत है। एनआईए की जाँच के अनुसार, प्रतिबंधित इस्लामी संगठन एक गुप्त शाखा भी चलाता था।

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