सऊदी अरब के मौलाना Dr Ahmad Al-Mub’i Marriage Officiant (विवाह अधिकारी) के 19 जून, 2008 को इंटरव्यू में इस्लाम में शादी के लिए दिए गए विचार

सुभाष चन्द्र

भारत में लोग अरबी भाषा पढ़ तो सकते लेकिन कई लब्ज ऐसे हैं जिनका मतलब या तो मुसलमान जानता नहीं या फिर बताना नहीं चाहता। निकाह अरबी भाषा से है, जिसका मतलब सिर्फ sex से है, contract to sex इससे आगे कुछ नहीं। यही वजह है कि डोली से नयी नवेली दुल्हन को बोरे की तरह कंधे पर लेकर सीधे बिस्तर पर अपनी हवस मिटाने के लिए ले जाया जाता है। महिला को periods में भी sex से मना करने का हक़ नहीं। जरा सी बात पर तलाक फिर हलाला इसी का एक नमूना है। जो शौहर periods में कुछ नहीं करते यह उनका बड़ापन है, औरत की निगाह में उस शौहर की बहुत इज्जत होती है।     

सऊदी अरब के मौलाना Dr Ahmad Al - Mub’i के 2008 में एक इंटरव्यू में इस्लाम में शादी के लिए दिए गए विचारों के बारे में एक वीडियो देखने को मिला जो गूगल पर भी उपलब्ध है। उसमे जो उन्होंने कहा, उसका हिंदी में अनुवाद नीचे दे रहा हूं, इसमें मेरा कुछ नहीं है, जो उन्होंने कहा, उसे ही हिंदी में पेश किया गया है उन्होंने कहा कि -

लेखक 
चर्चित YouTuber 
"शादी का मतलब दो बातों से है, पहला शादी के अनुबंध के बारे में बात करना यह एक बात है, विवाह की पूर्ति करना मतलब पत्नी के साथ सेक्स करना, ये दूसरी बात है;

शादी करने के लिए कोई Minimum Age नहीं है, एक साल की लड़की से भी शादी की जा सकती है; 7, 8, 9 साल की लड़की की बात छोड़िये, आप एक साल की लड़की के साथ भी शादी कर सकते हैं, यह केवल Contract है 

जिसमें रजामंदी होती है, ऐसे मामले में अभिभावक पिता होता है क्योंकि पिता की राय जरूरी होती है; और इस तरह लड़की पत्नी बन जाती है;

लेकिन लड़की sex के लिए तैयार है या नहीं, उसके लिए उपयुक्त आयु Environment और Traditions पर निर्भर है 

यमन में 8 से लेकर 13 साल तक की लड़कियों की शादी की जा सकती है;

कुछ देशों ने 18 साल से कम उम्र की लड़कियों से sex न करने के कानून बनाये हैं; 

हम पैगम्बर मुहम्मद मॉडल को मानते हैं, Follow करते हैं:

उन्होंने आयशा से 6 साल की उम्र में शादी की थी लेकिन उन्होंने शादी को consummate किया पहली बार उसके साथ 9 साल की उम्र में sex करके; 

इस तरह हम पैगम्बर मुहम्मद को अपना Role Model मानते हैं"

कायदे से देखा जाए तो एक साल की बच्ची किसी तरह का Contract करने की क्षमता नहीं रख सकती लेकिन उसे उसके पिता की मर्जी पर छोड़ दिया जाता है और वह ही उसके भाग्य का फैसला करता है मौलवी साहब ने कहा ये पैगम्बर मुहम्मद के दिखाए गए मार्ग के अनुसार है और वे ही हमारे Role Model हैं अब यह कहां कहां follow किया जा रहा है वह तो इस्लामिक देशों को ही पता होगा

लेकिन अक्टूबर 2019 में सऊदी अरब के रक्षा मंत्रालय ने नियम बनाया कि महिलाएं भी मिलिट्री में senior rank में भर्ती हो सकती हैं और दिसंबर, 2019 में सऊदी अरब सरकार ने 18 वर्ष से कम उम्र के लड़के लड़कियों की शादी पर प्रतिबंध लगा दिया था

यह ध्यान देने वाली बात है कि 2019 तक कितने वर्षों तक ऐसी प्रथा चल रही थी और अभी भी कितने इस्लामिक देशों में चल रही होगी शायद यही कारण है कि भारत में मुस्लिम दरिंदे हिंदुओं की छोटी छोटी बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाते है जिन्हें सुप्रीम कोर्ट यह कह कर छोड़ देता है कि Every Sinner Has A Future. 

भारत में एक मामला यह भी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है कि क्या मुस्लिम लड़कियों की शादी 15 साल की उम्र में हो सकती है क्योंकि विभिन्न हाई कोर्टों ने इस दलील को माना था कि इस्लाम में लड़की के यौन कैश आने पर उसकी शादी हो सकती है मौलाना ने तो एक साल की लड़की से भी शादी को सही ठहराया था

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