कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी की कविता “ऐ खून के पयासे बात सुनो” को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बता कर साबित कर दिया कि मीलॉर्ड खुद “हिंदू खून” के प्यासे हो गए है। जस्टिस अभय एस ओका और जस्टिस उज्जल भुइया की पीठ ने कहा कि आर्टिकल 19(1)A को संरक्षित करने की जरूरत पुलिस को समझ आएगी -
Article 19(1)(a) of the Constitution of India guarantees citizens the freedom of speech and expression. This includes the right to express opinions, ideas, and beliefs through speech, writing, printing, or other means -
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लेखक चर्चित YouTuber |
“ऐ खून के प्यासे बात सुनो,
गर हक़ की लड़ाई जुल्म सही,
हम जुल्म से इश्क़ निभा देंगे,
हम जुल्म से इश्क़ निभा देंगे,
गर शम्मा ए गिरया आतिश है,
हर राह को शम्मा जला देंगे,
गर लाश हमारे अपनों की,
बस राह तुम्हारी नस नस का,
उस रब की कसम हंसते हंसते,
इतनी लाशें दफना देंगे”
मीलॉर्ड आपके पास तो बहुत दिमाग है, अब दिल पर हाथ रख कर बता दीजिए कि ऐसी कविता में प्रतापगढ़ी किसे खून के प्यासे कह रहा है और किसकी लाशें दफनाने की धमकी दे रहा है? आपकी रगों में कदाचित औरंगज़ेब का लहू बहता है और इसलिए आपको हिंदुओं के कत्ले आम की धमकी में केवल एक कविता दिखाई दे रही है। आपने यह भी ध्यान नहीं दिया कि यह कविता उसने गुजरात में कही जहां 59 कारसेवकों को जिंदा जला दिया था इमरान की कौम के लोगों ने और तब से यह कौम मोदी से नफरत करती है।
मीलॉर्ड आपको हिंदू खून के प्यासे को गले लगाने का बहुत शौक है, लेकिन याद रखना इस कौम के लोगों ने पाकिस्तान और बांग्लादेश में चीफ जस्टिस की क्या हालत की थी? आप भारत को इस्लामिक देश बनाने में आतंकी शक्तियों की मदद कर रहे हैं।
आप ऐसी आज़ादी का मौलिक अधिकार नूपुर शर्मा को नहीं देना चाहते थे जबकि उसने मुस्लिमों की शान के खिलाफ कुछ भी नहीं कहा था और जब तस्लीम रहमानी ने भगवान शंकर का अपमान किया, तब नूपुर ने इस्लाम की ही एक बात कह दी लेकिन पूरे देश में मुस्लिमों ने हंगामा कर दिया और आपने सुप्रीम कोर्ट के दो जजों ने नूपुर के खिलाफ अदालत के इतिहास की सबसे घृणित “Hate स्पीच” देकर उसे बेइज़्ज़त किया और इतना ही नहीं आपने तो उदयपुर के टेलर कन्हैया के “सर तन से जुदा” करने वालों का दोष भी नूपुर के मत्थे मढ़ दिया।
एक नहीं अनेक मामले हैं जिनमें सुप्रीम कोर्ट के जज हिंदू और सनातन विरोधियों के साथ खुलकर खड़े होते हैं। याद होगा मकबूल फ़िदा हुसैन की हिंदू देवी देवताओं की नग्न Paintings बनाने को भी उसकी अभिव्यक्ति की आज़ादी कहा गया था। आपने हिंदुओं को कथित “Hate Speeches” के लिए जेल में डाला लेकिन तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन को सनातन को मलेरिया, डेंगू कहने और ख़त्म करने की दमकी पर भी आपने उसके खिलाफ कुछ नहीं किया। ओवैसी भाइयों ने 15 मिनट में 100 करोड़ हिंदुओं को ख़त्म करने की धमकी दी लेकिन आप सोते रहे।
मीलॉर्ड आप देश में सनातन के खिलाफ और दूसरे मज़हबों के साथ खड़े होकर सांप्रदायिक माहौल ख़राब करके अराजकता फैलाना चाहते हैं। याद रखिए इस आग में आप भी जल जाएंगे।
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