ऑपरेशन सिंदूर में महिला पायलटों ने लहराया परचम, पाकिस्तान में घुसकर मारे 200+ आतंकी; क्या यह संख्या हज़ारों में पहुंचेगी?

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले का जवाब देने के लिए भारत ने 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस मिशन में 200 से अधिक आतंकवादी और पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया गया। दिलचस्प बात ये है कि भारतीय वायु सेना की महिला पायलटों ने इसमें अहम भूमिका निभाई।

सीएनएन न्यूज18 ने अपनी एक एक्लुसिव रिपोर्ट में रक्षा सूत्रों के हवाले से बताया है कि ऑपरेशन सिंदूर में किए गए हमलों से कम से कम 42 पाकिस्तानी सैनिक और 170 आतंकवादी मारे गए हैं।

कुछ समय पहले तक केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तक 100 आतंकवादियों की बात कर रहे थे। लेकिन जैसे-जैसे दिन गुजरने शुरू हो रहे संख्या 200+ तक पहुँच गयी है। शुरू से राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा थी कि जहाँ एक आतंकी कैंप में 500 से लेकर 600 आतंकी रहते हों वहां सिर्फ 100 के मरने की बात समझ में नहीं आती। जबकि भारत की बहादुर सेना ने 9 अड्डे बर्बाद किए हैं। आतंकी पाकिस्तान के सफ़ेद झंडा खड़ा करना बताता है कि आतंकी मुल्क पाकिस्तान में भारतीय शूरवीर सेना ने 22 मिनट में उम्मीदों से कहीं ज्यादा बहुत नुकसान पहुँचाया है। सच्चाई तो बहुत बाद में सामने आएगी या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा। अब अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।     

भारतीय सेना की सभी विंग्स ने मिलकर पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बसे 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइलों से हमला किया। इसमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के लगभग 100 आतंकी खाक में मिल गए। रिपोर्ट के अनुसार, इसमें महिला पायलटों ने आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त करने वाली सटीक हवाई कार्रवाई की।

इसके बाद 9 और 10 मई को पाकिस्तान के रहीम यार खान, सरगोधा और नूर खान एयरबेस पर हमले किए गए। इन हमलों से पाकिस्तान के सैन्य प्रणाली को काफी तगड़ा नुकसान हुआ था।

ऑपरेशन सिंदूर अपनी तरह का पहला अभियान था, जिसमें कई भारतीय महिला पायलटों ने सक्रिय भूमिका निभाई। सैन्य दृष्टिकोण के साथ-साथ सशस्त्र बलों के बीच के समन्वय के लिहाज से भी यह मिशन काफी महत्वपूर्ण रहा।

कुछ अन्य मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जब पाकिस्तान की ओर से भारतीय शहरों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमले कर रहे थे तो उन हमलों को नाकाम करने की जिम्मेदारी दो महिला सीओ के पास थी। इनमें से एक ने राजस्थान के सूरतगढ़ में और दूसरी सीओ ने पंजाब के पठानकोट में मोर्चा संभाल रखा था।

22 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीकानेर में भी राष्ट्र के नाम संबोधन में इस बात की पुष्टि की कि भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर जैसी निर्णायक कार्रवाई की। अपने संबोधन में उन्होंने सशस्त्र बलों की सराहना करते हुए इसे भारतीय सुरक्षा की ‘नई रणनीति’ बताया।

प्रधानमंत्री ने कहा, “22 अप्रैल के बदले में 7 मई को सिर्फ 22 मिनट में हमने पाकिस्तान के 9 बड़े आतंकी ठिकानों को मिटा दिया। जब सिंदूर बारूद बन जाता है, तो इसका अंजाम क्या होगा ये दुनिया ने देख लिया। जिन्होंने हमारा सिंदूर मिटाने की कोशिश की, हमने उन्हें मिट्टी में मिला दिया।”

पीएम मोदी में भारतीयों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि हमारी सेनाओं ने एक चक्रव्यूह तैयार किया है, जिसके कारण पाकिस्तान घुटनों पर आ गया।”

भारतीय अधिकारियों का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, सिर्फ कुछ समय के लिए रुका है। अगर पाकिस्तान आगे कोई प्रतिक्रिया करता है तो भारत से भी तुरंत जवाब मिलेगा।

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