राहुल गांधी के करीबी पूर्व सीएम चन्नी ने मांगे सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत; आखिर कितना गिरेगी कांग्रेस?


सत्ता से दूर रहने के बाद कांग्रेस पार्टी इतनी हताश हो गई है कि वो अब देशहित के बारे में सोचती ही नहीं। ऐसे समय में जबकि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल है और केंद्र सरकार पाकिस्तान को सबक सिखाने में लगी है, कांग्रेसी नेता पाकिस्तान के पक्ष में खड़े दिख रहे हैं। अब ताजा मामले में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने पाकिस्तान के खिलाफ की गई ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ पर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी के करीबी चन्नी ने 2 अप्रैल, 2025 को पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि 40 भारतीय सैनिक मारे गए थे और जब चुनाव हुए, तो सरकार ने कार्रवाई का दावा किया। लेकिन हमने कभी नहीं देखा कि पाकिस्तान में कहां हमले किए गए और कहां लोग मारे गए। अगर कोई हमारे देश में बम फेंके, तो क्या लोगों को पता नहीं चलेगा? उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करने का दावा किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। सर्जिकल स्ट्राइक कहीं नहीं देखी गई और किसी को उसके बारे में पता भी नहीं था। मैं हमेशा से इसकी (सबूत की) मांग करता रहा हूं।

मुस्लिम तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति के कारण कांग्रेसी नेता पाक की भाषा बोल रहे हैं। सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा ने कहा कि मुसलमान कमजोर महसूस कर रहे हैं, यही कारण है कि आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों को मारा। कर्नाटक के कांग्रेसी मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने की कोई जरूरत नहीं है। कर्नाटक के ही कांग्रेस मंत्री आरबी तिम्मापुर ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि आतंकियों ने लोगों पर गोली चलाने से पहले धर्म पूछा होगा। हिमाचल प्रदेश के कांग्रेसी मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि पानी और बिजली रोककर किसी से बदला थोड़ी लिया जाता है। पार्टी के सीनियर लीडर मणिशंकर अय्यर ने सिंधु जल संधि निलंबित करने के फैसले पर कहा कि आप ऐसे कैसे पानी रोक सकते हो। इतना ही नहीं महाराष्ट्र से कांग्रेसी विधायक विजय वडेट्टीवार ने अपने बयानों से पाकिस्तान का पक्ष लेते हुए कहा कि आखिर आतंकियों के पास इतना समय ही कहां होता है कि वे किसी के कान में जाकर पूछें कि तुम्हारा धर्म क्या है।

पहलगाम हमले पर राहुल गांधी के करीबी कांग्रेसी नेताओं के देश विरोध बयान-

मुसलमान कमजोर महसूस कर रहा है इसलिए मारा- रॉबर्ट वाड्रा

हमले को लेकर कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने भी विवादित बयान दिया। राहुल गांधी के बहनोई ने कहा है कि यह हमला प्रधानमंत्री मोदी के लिए एक संदेश है, क्योंकि मुसलमान कमजोर महसूस कर रहे हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा के पति ने आगे कहा कि यही कारण है कि आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों को मारा। वाड्रा ने यह भी कहा कि यह सरकार हमेशा हिंदुत्व की बात करती है, जिससे अल्पसंख्यक समुदाय को परेशानी होती है। इसके साथ ही वाड्रा यह कहना नहीं भूले कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता।

पाक के खिलाफ युद्ध छेड़ने की जरूरत नहीं- सिद्धारमैया

इसके पहले कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कड़े सुरक्षा उपाय तुरंत किए जाने चाहिए। हम युद्ध छेड़ने के पक्ष में नहीं हैं। शांति होनी चाहिए, लोगों को सुरक्षित महसूस होना चाहिए और केंद्र सरकार को प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए। सिद्धारमैया के इस बयान को पाकिस्‍तानी चैनलों और अखबारों ने तुरंत लपक लिया और इसे भारत के भीतर से युद्ध के खिलाफ आवाज बताया।

आतंकियों ने गोली चलाने से पहले धर्म नहीं पूछा होगा- तिम्मापुर

आंतकियों का पक्ष लेने वालों में वे अकेले नहीं हैं। कांग्रेस के कई नेता पाक आतंकियों के प्रति हमदर्दी जता चुके हैं। पाकिस्तानी मीडिया में वाहवाही पाने वाले कांग्रेसी नेताओं में कर्नाटक के आबकारी मंत्री आरबी तिम्मापुर भी शामिल हैं। तिम्मापुर ने यह जोर देकर कहा कि उन्हें नहीं लगता कि आतंकियों ने लोगों पर गोली चलाने से पहले धर्म नहीं पूछा होगा। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति गोली चला रहा है, क्या वह जाति या धर्म पूछेगा? वह बस गोली चलाकर चला जाएगा। वह वहां खड़ा होकर ये नहीं पूछेगा और फिर गोली चलाएगा।

ऐसे कैसे पानी रोक सकते हो- मणिशंकर अय्यर
इतना ही नहीं राहुल गांधी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीबी मणिशंकर अय्यर ने आतंकी हमले के बाद भारत के सिंधु जल संधि निलंबित करने के फैसले पर कहा कि आप ऐसे कैसे पानी रोक सकते हो।

मणिशंकर अय्यर ने इसके बाद एक कार्यक्रम में कहा कि पहलगाम की घटना ‘विभाजन के अनसुलझे सवालों’ को दर्शाती है। इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि ‘बहुत से लोगों ने विभाजन को रोकने की कोशिश की, लेकिन यह इसलिए हुआ क्योंकि गांधी और पंडित नेहरू जैसे लोगों और जिन्ना और कई अन्य मुसलमानों के बीच भारत की राष्ट्रवाद की प्रकृति और इसकी सभ्यता की विरासत के बारे में मूल्यों और आकलन में अंतर था, जो जिन्ना से सहमत नहीं थे। मणिशंकर अय्यर ने यह भी कहा कि आज के भारत में, क्या एक मुसलमानों को लगता है कि उन्हें स्वीकार किया जाता है? क्या एक मुसलमान को लगता है कि उसे प्यारा माना जाता है?क्या एक मुसलमान को लगता है कि उसका सम्मान किया जाता है?

आतंकियों के पास समय कहां होता है कि वे धर्म पूछे- विजय वडेट्टीवार

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को इस्लामी आतंकियों ने हिंदू पर्यटकों के चुन-चुनकर मारा। लोगों का कहना है कि पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया जाए कि वो हमेशा याद रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साफ-साफ कहा है कि ‘हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। अब आतंकियों की बची-खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है।’ लेकिन कांग्रेस के कई बड़े नेता पाकिस्‍तान के बचाव में जी-जान से लगे हैं। महाराष्ट्र से कांग्रेसी विधायक विजय वडेट्टीवार ने अपने बयानों से पाकिस्तान का पक्ष लिया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के करीबी महाराष्ट्र के विधायक विजय वडेट्टीवार ने कहा कि आखिर आतंकियों के पास इतना समय ही कहां होता है कि वे किसी के कान में जाकर पूछें कि तुम्हारा धर्म क्या है। टेररिस्ट को पूछने का समय होता है क्या?

 पीएम मोदी सऊदी अरब से वापस क्‍यों लौटे- बीके हरिप्रसाद

कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद भी हमले पर राजनीति करने से बाज नहीं आए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्‍स पर उन्होंने लिखा कि ‘कोई यह नहीं समझ सका कि पीएम मोदी सऊदी अरब से वापस क्‍यों लौटे? वह जम्‍मू-कश्‍मीर नहीं गए। उन्‍होंने ऑल पार्टी मीटिंग में भी हिस्‍सा नहीं लिया। हमले के बाद उन्‍होंने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस भी नहीं किया। वह घायल पीड़ितों से मिलने भी नहीं गए। जिन्‍होंने अपने परिजनों को खोया, उनसे भी उन्‍होंने मुलाकात नहीं की। क्‍या वह केवल बिहार में चुनाव रैली करने के लिए वापस लौटे थे? क्‍या राष्‍ट्रीय शोक से राजनीति ज्‍यादा महत्‍वपूर्ण है?
पानी- बिजली रोककर बदला थोड़े लिया जाता है- चंद्र कुमार
पहलगाम हमले के बाद देश पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग कर रहा है, लेकिन हिमाचल प्रदेश के कांग्रेसी सरकार के मंत्री चंद्र कुमार मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस वक्त पूरा विश्व हम पर थूक रहा है कि हमारे देश में कैसी सुरक्षा व्यवस्था है? पानी और बिजली रोककर किसी से बदला थोड़ी लिया जाता है।
पाक को और बर्बाद नहीं करना चाहिए- तारिक अहमद कर्रा
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रमुख तारिक अहमद कर्रा ने तो यहां तक कह दिया कि पाकिस्तान को और बर्बाद नहीं करना चाहिए, सबको शांति से बैठकर बातचीत करनी चाहिए।
इस सब को लेकर कांग्रेस की थू-थू हो ही रही थी कि पार्टी ने पाक प्रेम को दर्शाने वाला एक और पोस्टर जारी कर दिया। जिसको लेकर पार्टी की छीछालेदार हो रही है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी की एक ऐसी तस्वीर जारी की है जिसमें उनका सिर गायब है। कांग्रेस ने इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा है, ‘जिम्मेदारी के समय Gayab’. कांग्रेस की पाकिस्तान वाली यह सोच किसी दुश्मन से कम नहीं है। क्योंकि इस पोस्टर को पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने भी शेयर किया है। साफ है कि ऐसे समय में जब देश के लोग एक होकर आतंकियों के सरपरस्त पाकिस्तान को सबक सिखाने में लगे हैं, कांग्रेस पाकिस्तान का पक्ष लेकर देश को कमजोर करने में लग गई है। कांग्रेस के इस कुकर्म पर बीजेपी ने जोरदार पलटवार किया है। लोग कांग्रेस की सर तन से जुदा वाली विचारधारा पर तंज कस रहे हैं। बीजपी नेता निशिकांत दुबे ने कहा कि ‘सर तन से जुदा माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी का कांग्रेस वर्षों से करवाना चाहती है। अब कांग्रेस पार्टी यह बताओ कि आतंकी संगठन गजवा अल हिंद के साथ आपका क्या संबंध है? दोनों के ट्वीट क्या एक ही आदमी कर रहा है?
उन्होंने आगे लिखा कि कांग्रेस का हाथ पाकिस्तान के आतंकवादी तथा उनके संरक्षक हिंदुओं के हत्यारे के साथ
जो बांग्‍लादेश में हो रहा वो भारत में भी हो सकता है- सलमान खुर्शीद
करीब दस साल से सत्ता से बाहर रहने के कारण बिलबिलाए रहने वाले कांग्रेसी नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार को हटाने के लिए देश विरोधी ताकतों को प्रोत्साहन देते रहते हैं। मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए कांग्रेसी नेता अब तो यहां तक कह रहे हैं कि जो बांग्‍लादेश में हो रहा वो भारत में भी हो सकता है। राहुल गांधी के करीबी और कांग्रेस के बड़े नेता सलमान खुर्शीद ने साफ कहा है कि बांग्लादेश में जिस तरह की घटनाएं हो रही हैं, वैसी भारत में भी हो सकती हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि कश्मीर में सबकुछ सामान्य लग सकता है। यहां भी सबकुछ सामान्य लग सकता है। सच्चाई ये है कि सतह के नीचे कुछ और ही चल रहा है। बांग्लादेश में जो हो रहा है, वो यहां भी हो सकता है। हमारे देश में फैलाव होने से हालात उस तरह नहीं बिगड़ते जैसे बांग्लादेश में बिगड़े हैं।

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