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चीन के आगे MoU साइन कर सरेंडर करते राहुल गाँधी और पीछे खड़ी है सोनिया गाँधी |
कांग्रेस को अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए राहुल ही नहीं पूरे गाँधी परिवार को बाहर करना होगा जिस तरह सोनिया को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के लिए तत्कालीन अध्यक्ष सीताराम केसरी को बाहर फेंका था। ये परिवार पार्टी के लिए नासूर बन चुका है। परिवार गुलामी को त्यागो। परिवार की वजह से पार्टी डूबने के कगार पर पहुँच चुकी है। पूछो राहुल से पार्टी में लंगड़ा घोडा कौन और बारात का घोडा कौन? आखिर कितनी बेइज्जती बर्दाश्त करोगे? आखिर कितनी बेइज्जती बर्दाश्त करोगे? क्या कार्यकर्ताओं से लेकर शीर्ष नेताओं तक में आत्मसम्मान बचा है या गुलामी ही करते रहना है?
BJP MP Sudhanshu Trivedi-
— News Arena India (@NewsArenaIndia) June 4, 2025
"Rahul Gandhi if you want to understand meaning of surrender, then remember when you went abroad two years ago you said why defenders of democracy America and Europe are silent and not interfering in India.
That was surrender." pic.twitter.com/Yh6EetUCZQ
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि, ‘राहुल गांधी जी केवल 2 साल पहले आप विदेश में गए थे और आपने कहा था व्हाई द डिफेंडर्स ऑफ डेमोक्रेसी अमेरिका एंड यूरोप आर साइलेंट एंड नॉट डिस इंटरफेयरिंग इन इंडिया। यह था सरेंडर। 15 जुलाई 2011 को आपने कहा इट्स इंपॉसिबल टू टोटली कंट्रोल टेररिज्म। यह था आतंक के आगे सरेंडर। 26/11 के हमले के बाद आपकी सरकार ने शर्म अल शेख में कहा कि कंपोजिट डायलॉग प्रभावित नहीं होगा आतंकी घटनाओं के साथ। यह था आतंकी मानसिकता के साथ सरेंडर। 1995 में नरसिम्हा राव सरकार के समय एक फोन आया और भारत ने अपना एटॉमिक एक्सप्लोजन रोक दिया। यह था सरेंडर। 1971 में 93,000 प्रिजर्व ऑफ वॉर थे। फिर भी पीओके क्यों सरेंडर कर दिया? छंब का 160 किमी का एरिया जीता हुआ क्यों सरेंडर कर दिया? 13,000 किमी पाकिस्तान के पंजाब और सिंध का जीता हुआ क्यों सरेंडर कर दिया? 54 हमारे सैनिकों को वापस नहीं लिया। उन्हें क्यों सरेंडर कर दिया? 1965 में जीता हुआ हाजीपीर का दर्रा सरेंडर कर दिया। लाहौर से 20 किमी दूर तक सेना पहुंच गई थी। वह सरेंडर कर दिया। 62 में तो क्या-क्या सरेंडर कर दिया। 19 नवंबर 1962 को जवाहरलाल नेहरू का हम कनेडी को लिखा गया लेटर है जिसमें उन्होंने सीधे कहा है कि अमेरिका आकर अमेरिकन पायलट्स हमारी एयरफोर्स को संभाले, जो 2010 में डी क्लासिफाइड हुआ है कनेडी लाइब्रेरी के द्वारा 1960 में सिंधु का 80 प्रतिशत पानी सरेंडर कर दिया। 1948 में आपने कश्मीर का एक हिस्सा सरेंडर कर दिया। 1947 में मुस्लिम लीग के आगे 1/3 सरेंडर कर दिया तो राहुल गांधी जी आप आपकी की पार्टी और आपके खानदान के कारनामे आजाद हिंदुस्तान के कैलेंडरों में सरेंडर से भरे पड़े हैं।
इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को ‘राजनीतिक रूप से अपरिपक्व’ बताया और कहा कि वह गंभीर राष्ट्रीय मुद्दों को भी राजनीति का साधन बनाते हैं। त्रिवेदी ने कहा कि ‘एक तरफ भारत के द्वारा भेजे गए संयुक्त संसदीय दल के में तमाम विपक्षी दलों के सांसद जिसमें कांग्रेस के सांसद भी हैं। वह दुनिया के भिन्न-भिन्न देशों में भारत के पक्ष को गंभीरता के साथ और पूरे राष्ट्र की एकजुटता के साथ रखकर वापस आ रहे हैं। और दूसरी तरफ कांग्रेस के स्वषित स्वनामधन्य सर्वकालीन सर्वोच्च नेता और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी निहायत ही ओछी स्तरहीन बातें कर कर यह विश्व को बता रहे हैं कि नेता प्रतिपक्ष का पद पाने के बाद भी उनके अंदर गंभीरता और नेता प्रतिपक्ष की परिपक्वता का घोर अभाव है। यह विषय सिर्फ उनकी अपरिपक्वता का नहीं है। विषय उससे कहीं गंभीर है। राहुल गांधी जी ने जिस प्रकार से हमारी सेना के द्वारा दिखाए गए अप्रतिम शौर्य और सेना के अधिकारियों द्वारा जिसमें डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन, डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशन, डायरेक्टर जनरल नेवी ऑपरेशंस थे। उन्होंने जिस तरीके से ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का विवरण दिया है, उसको सरेंडर से तुलना करना यह दर्शाता है कि यह मानसिकता कितनी रोगी और कितनी खतरनाक हो चुकी है। अभी तक कांग्रेस के नेता पाकिस्तानी मीडिया में सुर्खियां बटोरने में लगे हुए थे। पाकिस्तानी संसद में उनके बयान कोट किए जा रहे थे। राहुल गांधी जी का नाम तो और बयान तो भारत के विरुद्ध पाकिस्तान अपने डोजियर में यूज कर चुका है। परंतु पहली बार राहुल गांधी जी ने ऐसा बयान दिया है जो पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने भी नहीं बोला। पाकिस्तान के किसी आतंकी संगठन ने भी नहीं बोला। मौलाना मसूद अहर ने भी नहीं बोला और हाफिज सईद ने भी नहीं बोला। इसमें से किसी ने यह शब्द नहीं बोला है कि भारत ने सरेंडर किया है बल्कि उन लोगों ने अपनीपनी तकलीफों का इजहार गाहे बगाहे किया है। अगर इसके बाद यह बोल रहे हैं तो मैं पूछना चाहता हूं क्या आप उन नेताओं से एक कदम आगे जाना चाह रहे हैं? यानी अभी तक तो आप पाकिस्तान के लोगों को पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तान के आतंकी संगठनों को कवर फायर देते थे। अब उनके सिरमौर भरने की कोशिश कर रहे हैं।’
राहुल गांधी का बयान सेना का अपमान, सरेंडर शब्द सेना का अपमान, राहुल की मानसिकता खराब..
— Ocean Jain (@ocjain4) June 4, 2025
सुधांशु त्रिवेदी जी ने राहुल गांधी की धज्जियां उड़ाते हुए 🔥🔥 pic.twitter.com/djy4qWDi4q
सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘एक हिंदी में कहावत होती है नया मुल्ला प्याज ज्यादा खाता है। मगर यहां गैर मुल्ला इस कदर प्याज खाने में लगा हुआ है कि उसे लग ही नहीं रहा है कि यह देश के स्वाभिमान और सेना के शौर्य और सेना का कितना भीषण अपमान कर रहा है। वैसे राहुल गांधी जी की बुद्धिमत्ता और विवेकशीलता पर आप सभी लोग परिचित हैं। मात्र एक वर्ष पहले की बात है। आज 4 जून है। 4 जून को चुनाव परिणाम आए थे। तीसरे अटेमप्ट में तीन अंक ना पाने को जिसको अद्भुत सफलता नजर आ रही हो और पटाखे फोड़ने शुरू कर दिए हो और तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर जिसको पराजय नजर आ रही हो, उसकी कितनी समझ है और उसका कितना विवेक है, यह भली-भांति समझा जा सकता है। राहुल गांधी जी का यह कहना सेना का सरासर अपमान है। मैं कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहता हूं। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की घोषणा सेना ने की है। भारत सरकार ने नहीं की है। भारतीय जनता पार्टी के किसी प्रवक्ता ने नहीं की है। मैं पूछना चाहता हूं आपने सरेंडर शब्द यूज करके सेना का अपमान किया है या नहीं? क्योंकि सीधे-सीधे जब आपने सेना के बयान को सरेंडर से तुलना किया है। इसका मतलब भारत और भारत की सेना का सर झुकाने का वो काम और इसके लिए वो शब्द जो पाकिस्तान की सेना पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन और यूएन सिक्योरिटी काउंसिल के द्वारा डेजिग्नेटेड आतंकवादी जैसे मौलाना मसूद अजर और हाफिज सईद भी नहीं बन कर पाए हैं। तो आप क्यों उनके मुहाफिज बनने की कोशिश कर रहे हैं?
एक हिंदी कहावत है-नया मुल्ला प्याज ज्यादा खाता है
— Amrendra Bahubali 🇮🇳 (@TheBahubali_IND) June 4, 2025
लेकिन यहां एक गैर-मुल्ला प्याज ज्यादा खा रहा है
राहुल गांधी ने सरेंडर शब्द बोलकर भारत और भारत की सेना का सर झुकाने का काम किया है
सुधांशु त्रिवेदी ने पप्पू को गजब धोया 🔥🔥 pic.twitter.com/Mx5DfVCVUi
बीजेपी प्रवक्ता ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पोते राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि उनके बयान से सेना का मनोबल गिरता है और यह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की छवि को नुकसान पहुंचाता है। त्रिवेदी ने कहा कि सेना के शौर्य और बलिदान को कांग्रेस बार-बार नजरअंदाज करती रही है। बीजेपी नेता त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान अक्सर पाकिस्तान और चीन की भाषा से मेल खाते हैं, जिससे लगता है कि कांग्रेस विदेशी ताकतों के इशारे पर देशविरोधी एजेंडा चला रही है। देखिए पूरा बयान-
इसके पहले बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने न केवल ऑपरेशन सिंदूर, बल्कि भारतीय सेना और पूरे भारतवर्ष का घोर अपमान किया है। जिस प्रकार से, जिस लहजे से ऑपरेशन सिंदूर के विषय में राहुल गांधी ने बात की, वह किसी भी सभ्य राजनेता को न केवल शोभा नहीं देता, अपितु वो राजनेता फिट ही नहीं हो सकता है जो अपने देश के लिए, जो अपनी मातृभूमि के लिए सरेंडर जैसे शब्द का प्रयोग करता है।
राहुल गांधी ने आज न केवल #OperationSindoor, बल्कि भारतीय सेना और पूरे भारतवर्ष का घोर अपमान किया है।
— BJP (@BJP4India) June 3, 2025
जिस प्रकार से, जिस लहजे से ऑपरेशन सिंदूर के विषय में राहुल गांधी ने बात की, वह किसी भी सभ्य राजनेता या किसी भी politician को न केवल शोभा नहीं देता, अपितु वो politician फिट ही… pic.twitter.com/AuupxnDSR3
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी भले ही पाकिस्तान के सामने सरेंडर की बात करें लेकिन भारत के हमले से पाकिस्तान को हुई भारी तबाही का सबूत यह है कि पाक सेना ने अपने सैन्य हवाई अड्डों को हुए नुकसान की मरम्मत के लिए निविदाएं आमंत्रित की हैं।
Pakistan army invites tenders to do repair work of the damage caused to their military air bases.
— Priti Gandhi (@MrsGandhi) June 4, 2025
This is damning evidence of the massive devastation caused by India’s strike!
Someone ask them to wait, because #OperationSindoor is not over yet!! pic.twitter.com/YOVDLK8yoJ
ऐसे में सोशल मीडिया पर आम लोग भी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को लताड़ लगा रहे हैं…
सरेंडर करना भी कहां आसान है ? नेहरू-गांधी परिवार बनना पड़ता है
— Gaurav Yadav (@gauryadav31) June 4, 2025
सरेंडर किया नेहरू ने जब
- 1947 में POK पाकिस्तान को दे दिया
- 1950 में तिब्बत चीन को दे दिया
- 1963 में अक्साई चिन चीन को दे दिया
सरेंडर किया इंदिरा ने जब
- 93 हज़ार सैनिक लौटाने के बाद भी भारत के 54 सैनिक वापस… pic.twitter.com/KzSd1nmVv5
Sadly He Is Leader Of Opposition in India pic.twitter.com/AVWm7vO79n
— THE INTREPID 🇮🇳 (@Theintrepid_) June 4, 2025
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