पाकिस्तान में आतंकियों के अड्डों पर Operation Sindoor से बमबारी कर वाह-वाही लूटने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने ही देश में बने पाकिस्तानों में पल रहे आतंकियों पर कब कार्यवाही होगी? कभी ट्रेन पर पत्थरबाज़ी, रेलवे ट्रैक पर रॉड या पत्थर रखना, हिन्दू त्यौहारों पर किसी न किसी बहाने दंगा करना और शोभा यात्राओं पर पत्थरबाज़ी करने वाले कोई शरारती तत्व नहीं आतंकियों के sleeper cell हैं। जिस तरह पाकिस्तान पर पानी बम फेंका है उसी तरह इन जेहादियों की हर सरकारी सुविधाएं छीन लेनी चाहिए साथ में इनके समर्थकों की भी।
गौरतलब यह है कि अब मार्च में होली तक हिन्दुओं के त्यौहारों की लाइन है। केंद्र और राज्य सरकारों और अदालतों को इस समस्या की गंभीरता का संज्ञान लेना चाहिए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह पुलिस को सख्त दिशा और निर्देश देने चाहिए।
उपद्रवियों ने तीसरी बार शताब्दी एक्सप्रेस(12001) पर पथराव किया। इससे खिड़की का शीशा टूट गया। गनीमत रही कि किसी यात्री को चोट नहीं आई। ट्रेन में मौजूद आरपीएफ ने मौके पर पहुंच कर जांच-पड़ताल की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। टेप से शीशे को चिपका कर ट्रेन को रवाना कर दिया गया। घटना बुधवार को झांसी रेल मंडल के करारी की है. घटना के बाद से सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
भोपाल से दिल्ली जा रही शताब्दी एक्सप्रेस पर एक बार फिर पथराव की घटना सामने आई है। ट्रेन को बीना और झाँसी के रास्ते में निशाना बनाया गया। यहाँ उपद्रवियों ने ट्रेन की खिड़की पर पत्थर फेंके, जिससे काँच चटक गया। ट्रेन को रोककर रेलवे पुलिस (आरपीएफ) ने जाँच शुरू की। फिर कुछ देर बाद चटके हुए काँच पर टेप लगाकर ट्रेन को रवाना कर दिया गया।
घटना बुधवार(25 जून 2025) शाम करीब 6.30 बजे झाँसी रेल मंडल के करारी क्षेत्र की है। ट्रेन नंबर 12001 मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित रानी कमलापति स्टेशन से नई दिल्ली जा रही थी। तेज रफ्तार पकड़ती ट्रेन को झाँसी के करारी क्षेत्र में उपद्रवियों ने निशाना बनाया। उपद्रवियों ने कोच C-6 पर पथराव किया। इससे ट्रेन में सवार यात्रियों ने पुलिस को सूचना दी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, शताब्दी एक्सप्रेस को पहले भी दो बार पत्थरबाजी हुई है। इसी ट्रेन को ग्वालियर और विदिशा में अज्ञात लोगों ने पथराव किया था। इसके बाद पुलिस चौकन्ना हो गई है। पुलिस ने घटना के बाद ट्रेन की सुरक्षा बढ़ा दी है। अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
आवाज से यात्री सहम गए। यात्रियों ने सुरक्षा बलों को सूचना दी। घटना में किसी यात्री को कोई नुकसान नहीं हुआ। ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को रोककर टीम ने जांच-पड़ताल की। घटना के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई. पत्थर फेंकने वालों की तलाश के लिए टीम का गठन कर दिया गया है। इससे पहले भी उपद्रवी दो बार शताब्दी एक्सप्रेस पर पथराव कर चुके हैं।
मध्य प्रदेश के विदिशा और फिर ग्वालियर के पास ट्रेन पर पत्थराव किए जा चुके हैं। इन घटनाओं में भी शीशे टूट गए थे। सुरक्षा टीमों की मौजूदगी के बावजूद इस तरह की घटनाएं होने से यात्री खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं।
झांसी रेलवे जनसंपर्क अधिकारी मनोज सिंह ने बताया कि बुधवार की शाम को घटना की जानकारी मिली थी। सुरक्षा अधिकारियों ने यात्रियों से घटना की जानकारी ली थी। आरपीएफ ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
उत्तर प्रदेश में वंदे भारत एक्सप्रेस फिर पत्थरबाजी का शिकार; 10 साल की बच्ची चोटिल, प्रयागराज में मुकदमा
2 जून को देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन देश के अलग-अलग स्थानों से वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की खबर सामने आती हैं। उत्तर प्रदेश में तो अमूमन हर माह वंदे भारत पर पत्थर फेंकने की घटनाएं हो रही हैं।
अब एक बार फिर इस ट्रेन पर पथराव किया गया है। रायबरेली के पास हुए पथराव में सी-1 कोच में परिवार के साथ सफर कर रही एक 10 साल की बच्ची चोटिल भी हो गई। यात्री ने इसकी शिकायत रेलवे में दर्ज कराई। बता दें कि लखनऊ प्रयागराज रूट की वंदे भारत पर चार माह में पांचवीं बार पथराव किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज से लखनऊ आ रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर रविवार को पत्थर फेंकने की घटना हुई। वंदे भारत एक्सप्रेस प्रयागराज से लखनऊ जा रही थी. रास्ते में रायबरेली स्टेशन के पास घटना हुई। यात्री अतुल कुमार गौतम ने रेलवे के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी शिकायत दर्ज कराई।
बताया कि पत्थर लगने से उनकी 10 साल की बेटी को गंभीर चोट आई है। प्रयागराज रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के इंस्पेक्टर आरबी सिंह ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस के सी-1 कोच में रविवार को रायबरेली में पथराव की सूचना मिली थी। ट्रेन के प्रयागराज पहुंचने पर कोच का निरीक्षण किया गया है। यात्रियों के बयान दर्ज किए गए हैं। अराजक तत्वों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है।
वंदे भारत पर कब-कब फेंके गए पत्थर: इससे पहले 13 मई को भी प्रयागराज से लखनऊ जाते वक्त ऊंचाहार और लक्ष्मणपुर स्टेशनों के बीच सवांपुर नेवादा के पास वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की गई थी। 20 मई को भी रायबरेली में वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थर फेंका गया था। इस घटना में ट्रेन के गार्ड का केबिन क्षतिग्रस्त हो गया था। पांच मार्च को भी रायबरेली और 27 फरवरी को बछरावां और उतरेटिया स्टेशनों के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की गई थी।
अवलोकन करें:-
हर बार रेलवे एक्ट के तहत संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला लिखा जा रहा है। रेलवे के अधिकारी भी पत्थरबाजी की घटनाओं को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। यही कारण है कि पत्थरबाजों के हौसले बुलंद हैं और आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
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