राहुल गांधी का Surrender : राहुल के खिलाफ ही Gen Z हो गया, BBC इस पर भरोसा कर रहा है; दुश्मन कमजोर हो तो ज्यादा खतरनाक होता है

सुभाष चन्द्र

राहुल गांधी ने तबियत से झूठ का ढोल पीटा “नरेंद्र सरेंडर” और अभी तक न वो सुधर रहा है और न जयराम रमेश जैसे उसके चमचे सुधर रहे है लेकिन राहुल गांधी ने नेहरू के समय से चल रही कांग्रेस की “surrender” करने की नीति को आगे बढ़ाया है जब बिहार में तेजस्वी यादव ही नहीं, मुकेश सहनी जैसे नेता के सामने घुटने टेक दिए जिसका विधानसभा में एक भी सदस्य नहीं है लेकिन उसका दावा डिप्टी CM का मान लिया गया “लठ बंधन” में। 

जिस तरह कोई सत्ता का भूखा सत्ता पाने के लिए पागल रहता है तो हताशा में वह कुछ भी करने को तैयार रहता है। Gen Z ने जिन-जिन देशो में आग लगाई है वह पारिवारिक राजनीतिक पार्टियों के ही खिलाफ। यानि राहुल कांग्रेस और देश में पारिवारिक पार्टियों के लिए अभिशाप बनने का काम कर रहे है। उसकी मनोस्थिति उस हताश, निराश और लालची के समान होती है जिस वजह से उसे कहीं कोई अच्छा-बुरा दिखाई नहीं देता और उसके पालतू गुलाम भी उसे ऊलजलूल हरकतें करने के उकसाते रहते हैं। ठीक वही हालत राहुल गाँधी और गाँधी परिवार और कांग्रेस की है। वो भी क्या दिन थे जब गाँधी परिवार हवाई जहाज में अपना जन्मदिन मनाता था, पनडुब्बी पर बैठ मौज-मस्ती करता था। पूरे देश को अपनी जागीर समझता था अब जब सब कुछ हाथ से निकल गया और वो सुनहरे दिन वापस नहीं आते देख देश में उपद्रव करवाने की कुबुद्धि काम पर लग जाती है। जिसे लोग पप्पू कहते थे वो पप्पू नहीं भारत विरोधियों को भी पप्पू बना रहा है।     

लेखक 
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एक बार अटल जी ने कहा था कि मजबूत पाकिस्तान भारत के हित में होगा। मैं उस विचार से सहमत नहीं था क्योंकि पाकिस्तान जैसा दुश्मन या कोई भी दुश्मन हो, वह यदि शक्तिशाली होगा तब भी आपके लिए खतरनाक होगा और अगर कमजोर होगा तब भी। जब पाकिस्तान में कुछ ताकत थी तो 1965 का युद्ध किया और अब, जब उसके हाथ में कटोरा है तब भी भारत के लिए वह सिरदर्द ही है क्योंकि 40 साल से आतंकियों के जरिए प्रॉक्सी वॉर लड़ रहा है भारत के खिलाफ

पिछले 11 साल में कांग्रेस कमजोर ही रही है (वैसे तो 1984 चुनाव के बाद उसे कभी बहुमत नहीं मिला) लेकिन इस कालखंड में कांग्रेस ने भारत को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी और भारत को बदनाम करने का मोर्चा संभाला हुआ है पूरी कांग्रेस पार्टी और उसके युवराज राहुल गांधी ने। एक समय था जब वामपंथी दलों की लोकसभा में अच्छी भली संख्या होती थी लेकिन अब मात्र 4 -5 ही सदस्य बचे हैं और जिस बंगाल में सी.पी.एम. ने 35 साल राज किया वहां विधानसभा में शून्य में भटक रही हैं 

लेकिन माओवादी अब सिमट कर मात्र 3-5 राज्यों में रह गए हैं परंतु फिर भी BBC जैसे संगठन कांग्रेस और वामपंथियों के जरिए भारत में Gen Z आंदोलन शुरू कर मोदी को उखाड़ने के सपने देख रहे हैं। BBC अपने ब्रिटेन और यूरोप में मुस्लिम घुसपैठियों के खिलाफ भड़की चिंगारी को नहीं देख रहा। मुस्लिमों की संख्या कई देशों में 3-5% है लेकिन वो हर देश में इस्लामिक राज कायम करने में लगे हैं। इसलिए यह कहना गलत नहीं है कि दुश्मन कमजोर भी हो तब भी वह आपके लिए खतरा हो सकता है

अमेरिका का Deep State राहुल गांधी पर भरोसा किए बैठा है कि मोदी को उखाड़ने में वह कारगर होगा लेकिन वह Deep State तो डोनाल्ड ट्रंप को भी उखाड़ने की तैयारी कर रहा है जैसा भी 3 दिन पहले देखने को मिला जब अमेरिका में अनेक शहरों में 70 लाख लोग ट्रंप के खिलाफ सड़कों पर आ गए। भारत को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने वाला अमेरिका जब अपने देश में तूफान उठता देखेगा तो कुचल कर रख देगा

भारत में जनता विद्रोह क्यों करेगी जब उसे सब कुछ मिल रहा है लेकिन जो Disgruntled दल है उनके मुश्तंडे हिंसा जरूर भड़का सकते हैं। भारत को शक्तिशाली होता देख रही जनता भला क्यों Gen Z करेगी, 55 करोड़ लोगों के बैंक खाते मोदी ने खोल कर सीधा उन्हें पैसा भेज रहा है; 12 करोड़ घरो में सीधा नल से जल पहुंच गया; 10 करोड़ लोगों को फ्री गैस कनेक्शन मिल गया; 4 करोड़ गरीबों को घर मिल गए; बैंको से मुद्रा योजना और अन्य योजनाओं में आसानी से कर्ज मिल रहे हैं; देश की GDP उछाल मार रही है; GST घटा कर कीमतों में कमी कर दी गई और 12 लाख की आमदनी को करमुक्त कर दिया गया और मजे की बात है पाकिस्तान को ऑपेरशन सिंदूर में तबियत से पेल दिया। Gen Z का यहां सपने देखने वाले अपने देशो को संभाल लें तो बेहतर होगा 

अवलोकन करें:-

BBC की Gen-Z को जगाने की चाह या दंगे भड़काने की बेताबी? भारत भी नेपाल की तरह जले, ऐसा क्यों चाहता है पश्
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न्यायपालिका को हिंदुओं का दमन बंद करना होगा वरना भारत में Gen Z आपके ही खिलाफ होगा क्योंकि लोग न्यायपालिका से तृस्त बैठे हैं। जस्टिस भुईया ने कहा है कि जब कोर्ट के फैसले “बाहरी दबाव” से मुक्त होंगे, तब ही न्यायपालिका में विश्वास बढ़ेगा। किसका दबाव रहता है यह भी खुलासा कीजिए 

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