Victim card खेलना मुस्लिम फिरकापरस्तों के DNA में है ; पहले अफ़ग़निस्तान पर खुद हमला अब भारत को बता रहा दोषी: तालिबानियों से डरी पाकिस्तानी फौज, कैंप में पतलून छोड़-छोड़कर भागे

Victim card खेलना मुस्लिम फिरकापरस्तों के DNA में है, पाकिस्तान पहले अफ़ग़ानिस्तान पर हमला करता है फिर अफ़ग़ानिस्तान के पलटवार पर कसूरवार भारत को बता अपने आपको बेकसूर बता रहा है। जिस तरह हमास के हमले को नज़रअंदाज़ कर इजराइल को कसूरवार बताया जा रहा है। 
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया है कि अफगानिस्तान ‘भारत का छद्म युद्ध’ लड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि फैसले काबुल में नहीं, बल्कि नई दिल्ली में लिए जा रहे हैं। उन्होंने अफगानी सीमा पर झड़पों के बाद दोनों पड़ोसियों के बीच हुए युद्धविराम समझौते पर भी संदेह जताया।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने हाल ही में अपनी छह दिवसीय भारत यात्रा के दौरान ‘योजनाएँ’ बनाई थीं। जबकि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री की पहली भारत यात्रा व्यापार और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक कदम थी। लेकिन आसिफ ने आरोप लगाया कि इसके कुछ और ही उद्देश्य थे।

अफगानिस्तान-पाकिस्तान में 48 घंटे का युद्धविराम जारी

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच फिलहाल 48 घंटे का युद्ध विराम चल रहा है। ये युद्धविराम इस्लामाबाद के समयानुसार शाम 6 बजे (1300 GMT) शुरू हुआ। दोनों सरकारों ने इसकी पुष्टि की। दोनों ने दावा किया कि दूसरे पक्ष ने बढ़ती हिंसा को रोकने का अनुरोध किया था।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष युद्धविराम अवधि के दौरान “रचनात्मक बातचीत के माध्यम से सकारात्मक समाधान खोजने के लिए ईमानदारी से प्रयास करेंगे”।
तालिबान सरकार ने कहा कि उसने अपने बलों को निर्देश दिया है कि वे युद्धविराम का सम्मान करें, ‘जब तक कि पाकिस्तान द्वारा इसका उल्लंघन न किया जाए।’
यह युद्धविराम दक्षिणी सीमा पर एक सप्ताह तक चली भीषण लड़ाई के बाद हुआ है, जहाँ तालिबान ने पाकिस्तानी ठिकानों को निशाना बनाया।
अफगानिस्तान ने पाकिस्तान पर इस्लामिक स्टेट के स्थानीय खुरासान विंग का समर्थन करने और अफगान क्षेत्र के अंदर उसके हमलों में मदद करने का आरोप लगाया है। दूसरी ओर, पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को पनाह देने का आरोप अफगानिस्तान पर लगाता है।

पाकिस्तानी फौज की पतलूनों को टाँगा गया

हालाँकि 48 घंटे का युद्धविराम लागू हो गया है, लेकिन अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ रहा है, क्योंकि अफगानिस्तान की सीमा में अंदर तक पाकिस्तानी हवाई हमलों में 15 नागरिक मारे गए थे। इससे पहले, तालिबान ने पाकिस्तानी चौकियों पर कब्जा कर लिया था और खाली पड़ी जगहों से वर्दी और हथियार छीन लिए थे। अफगानिस्तान में सार्वजनिक रूप से पतलूनें दिखाई गईं।
काबुल और कंधार में पाकिस्तानी हवाई हमलों में कम से कम 15 अफगान नागरिक मारे गए और 100 से ज़्यादा घायल हुए। यह तब हुआ जब तालिबान ने एक जवाबी हमले में स्पिन-बोल्डक में सीमा चौकियों पर कब्जा कर लिया। जिसका प्रतीक उन पाकिस्तानी फौजियों की पतलून बन गई जिन्होंने अपनी चौकियाँ छोड़ दीं।
बीबीसी के एक अफ़ग़ान पत्रकार दाउद जुनबिश ने लिखा, “डूरंड रेखा के पास पाकिस्तानी सेना द्वारा छोड़ी गई चौकियों से बरामद पतलूनें अफगानिस्तान के पूर्वी नांगरहार प्रांत में बाहर प्रदर्शन के लिए रखी गई हैं।” उन्होंने तालिबान लड़ाकों की एक तस्वीर साझा की, जिसमें वे जवाबी हमले के बाद भागी सीमा चौकियों से ज़ब्त की गई पतलून और हथियार दिखा रहे हैं। जब्त किए गए एक पाकिस्तानी टी-55 टैंक पर तालिबान लड़ाकों का एक वीडियो वायरल हुआ था।

पाकिस्तान-अफगानिस्तान संघर्ष में 200 से ज़्यादा लोग मारे गए

पाकिस्तान-अफगानिस्तान के ताजा संघर्ष में 200 से ज्यादा लोग अब तक मारे जा चुके हैं। पाकिस्तान ने पिछले हफ्ते अफगानिस्तान पर एयरस्टाइक किया था और तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान यानी टीटीपी के शिविरों को निशाना बनाया था। उस वक्त भारत में अपने पहले दौरे पर आए अफगानी विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने पाकिस्तान को चेताया था।
पिछले एक हफ्ते में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को काफी ज्यादा नुकसान पहुँचाने का दावा किया। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने कहा कि उसने अफगानी तालिबान और उसके सहयोगियों के 200 से ज्यादा लड़ाकों को मार गिराया है, जबकि अफगानिस्तान का कहना है कि उसने 58 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है।

No comments: