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कांग्रेस सांसद फूलो देवी ने अपने ही सांसदों पर लगाया आरोप, आजतक की पत्रकार का झूठ फिर पकड़ा गया

एक समय था जब राज्य सभा में समाज के प्रतिष्ठित लोगों को भेजा जाता था, लेकिन मोदी विरोध मोदी विरोधी इस सम्मानित सदन में गुंडे भेज कर अपमानित कर रहे हैं। राज्य सभा अध्यक्ष को ऐसे गुंडागर्दी पर उतारू सांसदों को हमेशा के संसद से बाहर ही नहीं, बल्कि मिलने वाली हर सरकारी सुविधा भी वापस लेनी चाहिए। इस पहले आम आदमी पार्टी के संसद संजय सिंह भी हंगामा कर चुके हैं। संसद में बदतमीजी करने वाले, मंत्रियों के हाथ से जवाब छीन कर फाड़ने वाले मार्शलों से मारपीट करने वाले, एवं राज्यसभा में सिटी मारने वाले, राज्यसभा में चैयरमेन की और रूल बुक फेंक कर मारने वाले प्रताप सिंह बाजवा जैसे सांसदों की सदन से सदस्यता रदद् कर देनी चाहिए। 
राज्य सभा में अगस्त 11 को हुए हंगामे पर कांग्रेस सांसद फूलो देवी ने अपने ही सांसदों पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। फूलो देवी का साफ कहना है कि विपक्षी पुरुष सांसदों ने धक्का-मुक्की किया जिससे वो गिर गई। देखिए वीडियो-

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इस मामले को लेकर जो रिपोर्ट तैयार की गई है उसके मुताबिक जैसे ही संशोधन बिल पेश किया गया, विपक्षी सासंद सदन के वेल में आ गए और सदन की कार्यवाही में बाधा डालने लगे। सदस्यों ने टेबल पर चढ़ने की कोशिश की और पेपर फाड़े। हंगामा बढ़ने पर सुरक्षा को देखते हुए मार्शल तैनात किए गए, जिसके बाद विपक्षी सासंदों ने मार्शल के साथ धक्का-मुक्की करनी शुरू कर दी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एक महिला मार्शल को एक सांसद ने बुरी तरह से घसीटा, जिसके बाद महिला मार्शल को कई चोटें आईं। एक सांसद ने तो सुरक्षा घेरा तोड़ने के चक्कर में एक पुरुष मार्शल के गले को पकड़ लिया जिससे मार्शल का दम घुटने लगा। न्यूज 18 की खबर के अनुसार-

6:02 बजे – डोला सेन ने कपड़े का एक फंदा शांता छेत्री के गले मे डाला और नारेबाजी करने लगीं.
6:08 बजे – फूलो देवी नेताम ने पेपर फाड़े.
6:09 बजे – छाया देवी ने भी कुछ पेपर फाड़े.
6:22 बजे – डोला सेन ने मंत्री पीयूष गोयल और प्रह्लाद जोशी का रास्ता रोका, धक्का भी दिया.
6:23 बजे– डोला सेन ने सुरक्षाकर्मियों के साथ भी बहस की. एक महिला अधिकारी को धक्का दिया. कपड़े का फंदा भी लहराया.
6:32 बजे – ई करीम ने एक पुरुष मार्शल को गले से पकड़ा और उसे धक्का दिया
+ एक महिला मार्शल को फूलो देवी नेताम और छाया वर्मा ने घसीट लिया।

देखिए वीडियो किस तरह फूलो देवी महिला मार्शल को घसीट रही हैं- 

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महिला मार्शल को घसीटने वाली कांग्रेस सांसद फूलो देवी आजतक की पक्षकार मौसमी सिंह के साथ बातचीत में स्वीकार करती हैं कि पुरुष सांसदों ने धक्का दिया। लेकिन कांग्रेस की करीबी पक्षकार मौसमी सिंह फूलो देवी को मार्शल बोलने के लिए मजबूर करती है। सांसद फूलो देवी ने कहा कि पुरुष सांसदों ने सबसे ज्यादा धक्का-मुक्की की। उनके कारण ही कई महिलाएं पुरुष सांसदों के बीच फंस गईं। ऐसे में उन्हें और अन्य कई महिला सांसदों को चोटें आईं हैं। जब कांग्रेस सांसद फूलो देवी ने सच बोल दिया, तब मौसमी सिंह ने उन्हे पार्टी लाइन के अनुसार बोलने के लिए संकेत दिया। मौसमी सिंह के कहने पर जो फूलो देवी पहले विपक्षी सांसदों को जिम्मेदार बता रही थीं, मार्शलों पर झूठे आरोप लगाने लगीं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर आजतक की किरकिरी हो रही है।

48 मिनट में सरकार के विपक्ष पर 8 बड़े हमले
1. संसद में मानसून सत्र के दौरान विपक्ष के अलोकतांत्रिक और हिंसक व्यवहार ने भारतीय लोकतंत्र के काले अध्याय की कहानी लिखी।

2. सरकार ने कई मौकों पर विपक्ष को चर्चा करने का प्रस्ताव भेजा, लेकिन हर बार हमारी अपील को सुना नहीं गया।

3. विपक्ष का चर्चा में कोई इंट्रेस्ट नहीं था और उन्होंने पहले से ही तय कर रखा था कि संसद को बाधित करना है।

4. विपक्षी सदस्यों का दुर्व्यवहार भारत के संसदीय इतिहास के लिए शर्मनाक है और उन्हें देश से इसके लिए माफी जरूर मांगनी चाहिए।

5. शर्मनाक और रुकावट डालने वाले व्यवहार के लिए विपक्ष के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं।

6. पूरे देश ने संसद में विपक्ष का ड्रामा देखा है। विपक्ष ये पचा नहीं पा रहा है कि देश उनसे हार मान चुका है। माई वे या हाईवे वाली सोच की निंदा करते हैं। देश भी इस तरह की सोच की निंदा करता है।

7. राहुल गांधी कहते हैं कि ये देश में लोकतंत्र की हत्या है। राष्ट्र देख रहा है कि उन्होंने संसद में क्या किया। अगर उन्हें अपनी जिम्मेदारी का जरा सा भी अहसास है तो उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। सभापति भी इस पर सख्त एक्शन लें ताकि इस तरह की हरकतें दोहराई न जाएं।

8. विपक्ष ने आम जनता और टैक्स देने वालों की फिक्र नहीं की। घड़ियाली आंसू बहाने की जगह विपक्ष को देश से माफी मांगनी चाहिए।