जिन्होंने महाकुंभ को बताया ‘अंधविश्वास’, उन पर फूटा नागा साधुओं का गुस्सा: तोड़-फोड़ की वीडियो सामने आई, लोग कह रहे – और कूटो

                                                             महाकुंभ में वामपंथी प्रोपगेंडा
महाकुंभ के प्रारम्भ होने से पूर्व जिस बात की शंका व्यक्त की जा रही थी आज (जनवरी 16) को सामने आ गयी। हिन्दुओं को जातियों में विभाजित करने वाले सनातन विरोधियों को हिन्दुओं की एकता रास नहीं आ रही। महाकुंभ में हिन्दू समाज बिना किसी जाति भेदभाव के महाकुंभ में डुबकी लगा रहे हैं।  
प्रयागराज में पहुँचकर महाकुंभ को अंधविश्वास बताने वाले लोगों पर नागा बाबाओं का जबरदस्त गुस्सा फूटा। सामने आई वीडियो में देख सकते हैं कि महाकुंभ में कैसे कुछ लोग हाथ में पोस्टर लेकर महाकुंभ को बदनाम करने की कोशिश कर रहे थे।

पोस्टर में देख सकते हैं लिखा था- “अंधविश्वास का मेला है कुंभ एक बहाना। मुक्ति चाहिए तो समझ को जगाना।”

ये लोग माइक से भी ऐसी ही बातें अनाउंस कर रहे थे जिसकी आवाज नागा बाबाओं के कान में पड़ी। ये सुनने के बाद नागा बाबा वहाँ इकट्ठा हो गए और पोस्टर पर लिखी बातें देखकर सब भड़क गए। इसके बाद वहाँ पूरे सेट-अप को तोड़-फोड़ डाला गया।

कुछ लोगों ने इसी बीच प्रोपगेंडा फैलाने वालों का सारे सामान को इकट्ठा किया और आग लगाने को कहने लगे। मगर, नागा बाबाओं ने उस पोस्टर को संभाले रखा जिसमें महाकुंभ को ‘अंधविश्वास’ कहा जा रहा था। वीडियो बनाने वालों में से कोई बोला कि इस पोस्टर को ‘योगी बाबा’ को दिखाएँगे

अब लोग इसी वीडियो को शेयर करते हुए सवाल उठा रहे हैं कि ये महाकुंभ में घुसे लोग कौन सी मानसिकता के हैं जिन्हें हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिए और प्रोपगेंडा फैलाने के लिए महाकुंभ में ही आने की जरूरत पड़ रही है। वहीं सोशल मीडिया पर नागा बाबाओं की तारीफ हो रही है। कहा जा रहा है कि किसी को अधिकार नहीं कि वो हिंदुओं की आस्था के केंद्र महाकुंभ पहुँचकर इस तरह की बात करें। लोगों का कहना है कि साधुओं ने ऐसे लोगों की धुनाई करके सही किया।

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