विपक्ष सैफ अली खान पर हुए हमले पर फडणवीस सरकार को घेरने से पहले अपना समय याद कर ले; देखिए वीडियो

सुभाष चन्द्र

सैफ अली खान पर हमला क्या हुआ, विपक्ष के नेताओं को जैसे मौका मिल गया सरकार पर हमला करने का। कौन कौन क्या कह रहा है, यह देखिए -

-शरद पवार- सैफ पर हमला बताता है कि सेलिब्रिटी भी सुरक्षित नहीं है फडणवीस जिनके पास गृह विभाग है, वह कानून व्यवस्था बनाये रखने में विफल रहे हैं

-संजय राउत- कोई भी सुरक्षित नहीं है, आम लोगो की बात छोड़िए, यहाँ तक मशहूर हस्तियों के पास अपनी सुरक्षा है, वे भी सुरक्षित नहीं हैं

-नाना पटोले सैफ पर हमले से राज्य में कानून व्यवस्था की पोल खुल गई  CM केवल बयानबाजी  करते हैं। उन्हें गृह विभाग छोड़ देना चाहिए

-प्रियंका चतुर्वेदी- शर्म की बात है जो मुंबई में जानलेवा हमला हुआ 

-सुप्रिया सुले ने भी कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया 

इधर दिल्ली का राजा भी बोला कि डबल इंजन की सरकार सुरक्षा देने में नाकाम है

अब इन सभी को इनके बारे में भी कुछ याद करा देना चाहिए -

लेखक 
चर्चित YouTuber 

-केजरीवाल 16 फरवरी, 2020  को तीसरी बार CM बना और 23 फरवरी को उनकी पार्टी के ताहिर हुसैन ने दिल्ली को दंगों की आग में झोंक दिया था जो 29 फरवरी तक चले और इस बीच राष्ट्रपति ट्रंप आए हुए थे;

-बिना किसी कानून, सचिन वाजे को 17 साल नौकरी से बर्खास्त होने के बाद उद्धव ने उसे वापस काम पर रख लिया;

-शरद पवार के लिए एक पोस्ट शेयर करने पर मराठी एक्ट्रेस केतकी चितले को जेल में डाल दिया था उस पर 22 FIR की गई और 34 दिन जेल में रखा;

-बंद पड़े केस में शरद पवार ने गेम खेलकर अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार करा दिया था और गिरफ्तार करने गया सचिन वाजे;

-इसी सचिन वाजे ने मुकेश अंबानी की हत्या के लिए उनके एंटीलिया भवन के बाहर Explosive रखा जिसके लिए वह आज भी NIA केस में जेल में बंद है;

- जिसकी गाड़ी में explosive रखा गया, उसे भी मार दिया गया;

-65 साल के एक ex-naval अफसर मदन शर्मा को शिवसैनिकों ने जम कर पिटाई की थी केवल इसलिए कि उसने उद्धव का एक कार्टून forward किया था;

-कंगना रनौत के ऑफिस पर पहले हमला किया गया और फिर बिना किसी कारण demolish कर दिया गया संजय राउत ने उसे “हरामखोर” कहा

-अनिल देशमुख और संजय राउत ने कंगना को कहा कि मुंबई में सुरक्षित महसूस नहीं करती तो वापस मत आना मतलब सुरक्षा देना सरकार का काम नहीं था

-16 अप्रैल, 2020 को भी याद कर लो जब पालघर में साधुओं की निर्मम हत्या की गई थी वह कितना बढ़िया Law & Order था;

-आज सैफ के लिए आसमान सिर पर उठा रहे हो लेकिन सुशांत सिंह राजपूत को भूल गए जिसकी उसके घर में हत्या कर दी गई अब हत्या थी या आत्महत्या, मारा तो गया कौन जिम्मेदार था और फिर दिशा सालियान को किस तरह निर्वस्त्र करके एक बिल्डिंग की 14वीं मंजिल से नीचे फ़ेंक कर मार दिया गया;

आज पूजा भट्ट कह रही है जितना आज असुरक्षित महसूस कर रही हूँ, उतना पहले कभी नहीं किया लेकिन आजकल आमिर खान और नसीरुद्दीन शाह ने कहना बंद कर दिया कि उन्हें डर लगता है

अब पूजा भट्ट को कहिए सुरक्षित महसूस नहीं करती तो मुंबई छोड़ जाओ

 

जब कंगना को कह सकते हो तो पूजा को भी कहो पूजा को डर तब नहीं लगा जब गुलशन कुमार की हत्या की गई थी और उसका सौतेला भाई 26/11 हमले के लिए रेकी करवा रहा था

-महाविकास अघाड़ी के समय में मुंबई ड्रग्स के धंधे का अड्डा बन गया था और Bollywood के actors/actresses या तो मारे गए या आत्महत्या कर गए कौन जिम्मेदार था? ये कलाकार मारे गए 2 वर्ष में जब उद्धव सरकार थी सुशांत और दिशा को मिलाकर

-नितिन देसाई (रहस्यमय मौत)

-प्रत्युषा बनर्जी;

-टुनिशा शर्मा;

-मनमीत ग्रेवाल;

-कुशल पंजाबी;

-सेजल शर्मा ;

-दिशा गांगुली;

-शोभना ( चेन्नई);

-पल्लवी डे (परिवार ने कहा हत्या थी);

MVA को समझना चाहिए था कि चुनाव में उन्हें पापों का दंड मिला

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