इंदिरा गाँधी का चुनाव रद्द करने और 6 वर्ष चुनाव पर प्रतिबन्ध लगाने वाले जस्टिस जगमोहन लाल सिन्हा (साभार)
एक समय था की एक बार इलाहाबाद हाई कोर्ट ने आदेश दिया की इंदिरा गांधी भ्रष्टाचारी है... इन्हें चुनाव लड़ने से रोका जाता है... इंदिरा गाँधी को जब ये बात पता चली तो तो उन्होंने कहा कि मीलॉर्ड की ऐसी की तैसी...अरे प्रधानमंत्री हम है देश के... तुरंत ही पुरे देश में तत्काल प्रभाव से इमरजेंसी लगा दी...
एक समय था की एक बार इलाहाबाद हाई कोर्ट ने आदेश दिया की इंदिरा गांधी भ्रष्टाचारी है... इन्हें चुनाव लड़ने से रोका जाता है... इंदिरा गाँधी को जब ये बात पता चली तो तो उन्होंने कहा कि मीलॉर्ड की ऐसी की तैसी...अरे प्रधानमंत्री हम है देश के... तुरंत ही पुरे देश में तत्काल प्रभाव से इमरजेंसी लगा दी...
आडवानी खड़े हुए... कहा कि आप ऐसा कैसे कर सकती हैं?
इंदिरा गाँधी ने कहा कि बिलकुल कर सकते हैं और इसी के साथ उन्होंने आडवानी सहित पुरे विपक्ष को 19 महीने के लिए जेल में ठूस दिया।तबके दिग्गज गायक किशोर कुमार ने मीडिया में एक बयान दिया कि इंदिरा गाँधी तानाशाह है... इंदिरा गाँधी ने आल इंडिया रेडिओ को आदेश दिया कि इस डी के बोस के गाने रेडिओ पर बजने नहीं चाहिए... अंत में किशोर कुमार को माफ़ी मंगनी पड़ी...इंदिरा गाँधी ने संघ पर भी प्रतिबंध लगा दिया क्योंकि संघ इंदिरा की नीतियों के खिलाफ थे.. इमरजेंसी के बाद संघ से प्रतिबंध हटा...सत्तर के दशक में पंजाब में अकाली दल एक बड़ी शक्ति के रूप में उभर रहा था. तब इंदिरा गाँधी ने संघ और अकालियों को रोकने के लिए भिंडरेवाले को हथियार और पैसे दिए और कहा की पंजाब में संघ और अकालियों का नामोनिशान भी नहीं दिखना चाहिए. परिणाम ये हुआ कि आये दिन आरएसएस के कार्यकर्ताओं की हत्यायें पंजाब में होने लगी. उन दिनों असम में एक नयी पार्टी बनी थी असम गण परिषद. इस पार्टी ने अपने गठन के साथ ही कांग्रेस के लिए चुनौती पैदा कर दी. इंदिरा गाँधी ने उन दिनों असम गण परिषद को रोकने के लिए उल्फा जैसे आतंकी संगठन को पैसे दिए और हथियार दिए.चारु मजुमदार का नाम आपको याद होगा. ये एक बड़ा वामपंथी नेता था जो इंदिरा गांधी के लिए खतरा बन रहा था. दुनिया जानती है कि चारु मजुमदार को बंगाल में एक पुलिस थाने में ही मरवा दिया गया. इंदिरा गाँधी उस हस्ती का नाम था जिनके नाम से लोग और उनके विरोधी थर थर कापते थे. कोई उन्हें गाली देना तो दूर की बात उनके खिलाफ भी बोलने से भी डरता था. इंदिरा गांधी उस हस्ती का नाम था जिसे जब लगा की उनका सगा बेटा उनके लिए खतरा बन रहा है तो उसकी मृत्यों भी एक दम हो गई.प्रधानमंत्री का क्या मतलब होता है ये इंदिरा गांधी ने दुनिया को बता दियाआज मोदी को लोग गाली देते हैं. जी खोल के बहिन मतरिया करते हैं. यहाँ तक कि उनकी माँ और पत्नी को लेकर भी खुले आम लोग गाली देते हैं. लेकिन मोदी जी चुप चाप सब सुनते हैं. एक इमाम कलकत्ते की मस्जिद से मोदी का गला काटने का फतवा देता है आप कैसे प्रधानमंत्री है कि चुप रहते है?अरे उसी समय उसे कलकत्ते से घसीटते हुए दिल्ली लाकर सरेआम उसके पिछवाड़े पर दस लाठी दिल्ली पुलिस मारती तो यकीन मानिये अगली बार मोदी जी को गाली देने से पहले कोई भी दस बार सोचता. आज तक JNU काण्ड में एक भी अभियुक्त को सजा नहीं हुई... ये सब क्या है?इंदिरा गाँधी की विचारधारा और उनकी पार्टी से मेरा कोई सरोकार नहीं है... लेकिन अपने दुश्मनों के लिए इंदिरा की नीति आज भी भारतीय राजनीति में धारण करने योग्य है... मुह में दही जमा कर बैठने से कुछ नहीं होगा... जो आपके खिलाफ बोले उसे कुत्ते की तरह दौड़ा कर ख़त्म करिये
साभार :आनंद इंद्राणी, BJP The Nation
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