तेलंगाना में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। भाजपा के फायर ब्रांड नेता और विधायक टी राजा सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। टी राजा सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार पार्टी नेता रामचंदर राव को तेलंगाना भाजपा प्रमुख नियुक्त किए जाने की संभावना की मीडिया रिपोर्टों के बाद, भाजपा विधायक टी. राजा सिंह ने सदमे और निराशा का हवाला देते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
तेलंगाना में राजा सिंह जैसा कद्दावर नेता बीजेपी में नहीं। तेलंगाना में मुस्लिम कट्टरपंथी और कांग्रेस को सबसे बड़ा डर योगी आदित्यनाथ के बाद टी राजा सिंह का है। विधानसभा चुनाव होने से कुछ महीने पहले हिन्दू देवी-देवताओं को अपमानित करने वालों को ईंट का जवाब पत्थर से देने पर "सिर तन से जुदा" गैंग पीछे पड़ गया था। जो कदम अकेले राजा सिंह ने उठाया अगर नूपुर के समय केन्द्र सरकार ने उठाया होता और विवादित टिप्पणी करने वाले जज पर कार्यवाही पर कार्यवाही की होती किसी कन्हैया की जान नहीं जाती। जबकि नवभारत के एंकर सुशांत सिन्हा ने सारे मुल्ला, मौलवी और इमामों को खुली चुनौती दी थी कि बताएं कि नूपुर ने क्या गलत कहा? क्या जो नूपुर ने जो कहा तुम्हारी इस्लामिक किताबों में नहीं लिखा? लेकिन नूपुर शर्मा वाली गलती बीजेपी ने कर राजा को पार्टी से निकाल दिया, लेकिन चुनाव आने पर पार्टी में वापस जरूर ले लिया। पार्टी ने यह नहीं सोंचा पार्टी की इस दोगली नीति से चुनावों में पार्टी को कम से कम 20/22 सीटों का नुकसान हुआ।
तेलंगाना के भाजपा विधायक टाइगर राजा सिंह ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने पार्टी को इस संबंध में एक पत्र भेज कर अपना फैसला बताया है। राजा सिंह ने यह फैसला भाजपा के तेलंगाना में नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद लिया है।
राजा सिंह ने यह पत्र एक्स (पहले ट्विटर) पर भी साझा किया है। उन्होंने कहा है कि राम चन्द्र राव की भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर नियुक्ति का फैसला उनके और लाखों कार्यकर्ताओं के लिए चौंकाने वाला है। उन्होंने कहा कि वह इस मामले पर शांत नहीं रह सकते हैं।
The silence of many should not be mistaken for agreement.
— Raja Singh (@TigerRajaSingh) June 30, 2025
I speak not just for myself, but for countless karyakartas and voters who stood with us with faith, and who today feel let down.
Jai Shri Ram 🚩 pic.twitter.com/JZVZppknl2
राजा सिंह ने कहा है कि कुछ लोगों ने पार्टी हाईकमान को धोखे में रखा है। राजा सिंह ने कहा है कि वह इस्तीफे के बाद भी हिन्दुओं के हित के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा है कि वह लगातार हिंदुत्व की विचारधारा को बढ़ाते रहेंगे। राजा सिंह ने पार्टी से इस्तीफ़ा देने को कठिन निर्णय बताया है।
राजा सिंह ने क्यों दिया इस्तीफा?
राजा सिंह ने अपने इस्तीफे में लिखा, "मैं यह पत्र भारी मन से और गहरी चिंता के साथ लिख रहा हूं। रामचंदर राव को तेलंगाना भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की खबर से न सिर्फ मैं, बल्कि लाखों कार्यकर्ता, नेता और पार्टी के समर्पित मतदाता भी सदमे में हैं। ऐसे समय में जब भाजपा राज्य में पहली बार सरकार बनाने की दहलीज पर है, इस प्रकार का निर्णय पार्टी की दिशा पर गंभीर सवाल खड़े करता है।"
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