
इस षड्यंत्र में जो शंका व्यक्त की जा रही है, वास्तव में सच हो रही है। सरकार का चुनाव में असली मुद्दों से ध्यान हटाने का प्रयास है, जो मतदान समाप्त होते ही कोई #MeToo पर अपना दर्द बांटने नहीं आएगी। दरअसल मोदी विरोधियों के पास विरोध के लिए कुछ नहीं है, इसीलिए मोदी सरकार की उपलब्धियों को नजरअंदाज करवाने के लिए महिलाओं के सम्मान को चोटिल कर यह खेल खेला जा रहा है। जैसाकि पिछले चुनावों में होता रहा है। कभी जेएनयू मुद्दा, कभी दादरी काण्ड, तो कभी वेमुला काण्ड आदि आदि, चुनाव संपन्न होते ही, सब नदारद।
प्रारम्भ के दिनों में कोई वैश्य तक फिल्मों में काम करने को तैयार नहीं होती थी 
पढ़िए दैनिक भास्कर की निम्न रपट:
क्या झूठ फैलाया जा रहा है?
दरअसल एक ट्वीटर यूजर ने 7 साल पुरानी खबर को ट्वीट किया है। इसे कई बार री-ट्वीट किया जा रहा है। ट्वीट में सयाली भगत का एक स्टेटमेंट है। इसमें कहा गया है कि टीनू वर्मा की फिल्म 'द वीकेंड' की लॉन्चिंग के दौरान अमिताभ चीफ गेस्ट थे। जब सयाली अमिताभ से आशीर्वाद लेने झुकीं तो उन्होंने गलत तरीके से छुआ था। स्टेटमेंट में ये भी लिखा है कि सयाली शाइनी आहूजा, आर्य बब्बर, साजिद ख़ान और कई बड़े कलाकारों की हरकतों से भी परेशान हैं औऱ दुखी होकर इंडस्ट्री छोड़ रही हैं।
अवलोकन करें:--
हैरानी की बात तो यह है कि अब जो अलोक नाथ पर तीर फेंका है, वह अपना नाम गुप्त रखे हुए हैं, क्यों? इस बात से इंकार भी नहीं किया जा सकता कि इस चकाचौंध रौशनी के पीछे अँधेरे में क्या है? लेकिन अभिनय क्षमता भी होनी चाहिए, परन्तु अपनी कमी के कारण असफल होने पर दूसरों पर कीजड़ फेंक फिल्म जगत तो क्या शायद में किसी धारावाहिक में भी स्थान मिल सके, क्योकि इन्होने सबके दिल में एक डर उत्पन्न जो कर दिया है।
चर्चित गायक अभिजीत भट्टाचार्य भी लगभग वही बात कह रहे हैं, जिन पर मैं भी अपने लेखों में शंका व्यक्त कर रहा हूँ। इन पर भी एक पब में एक महिला ने कान कुतरते किस करने का प्रयास करने के लगे आरोपों पर इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि "वह कभी पब ही नहीं गए।आप मुझे कभी page 3 या फ़िल्मी पार्टियों में नहीं पाओगे। मेरा नाम बिकता है। .... इस समय कुछ लोग डर्टी वे में बाहर आ रहे हैं। "
चर्चित गायक अभिजीत भट्टाचार्य भी लगभग वही बात कह रहे हैं, जिन पर मैं भी अपने लेखों में शंका व्यक्त कर रहा हूँ। इन पर भी एक पब में एक महिला ने कान कुतरते किस करने का प्रयास करने के लगे आरोपों पर इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि "वह कभी पब ही नहीं गए।आप मुझे कभी page 3 या फ़िल्मी पार्टियों में नहीं पाओगे। मेरा नाम बिकता है। .... इस समय कुछ लोग डर्टी वे में बाहर आ रहे हैं। "
क्या है सच्चाई?
2011 में मामला कोर्ट तक पहुंचा तब पता चला किसकी शैतानी थी
जब DainikBhaskar.com ने सयाली भगत से बात की तो उन्होंने ऐसी किसी घटना से इंकार कर दिया। सयाली ने कहा- मैं सेक्सुअल हैरेसमेंट की शिकार नहीं हुई। मैं साइबर क्राइम की शिकार जरूर हुई हूं। झूठे प्रेस नोट को मेरा स्टेटमेंट बताकर फैलाया गया था और उसे फिर से ट्वीट किया जा रहा है। प्लीज इस खबर को मत चलाइए। प्लीज अमिताभ बच्चन और मुझे बदनाम मत कीजिए। दरअसल 2011 में 'द ट्रेन', और 'जेल' जैसी फ़िल्मों में काम कर चुकी पूर्व मिस इंडिया सयाली भगत का ये स्टेटमेंट सामने आने के बाद अमिताभ ने पुलिस का सहारा लिया। जांच के बाद ये मामला साइबर क्राइम का निकला। सयाली ने खुद को साइबर क्राइम का शिकार बताते हुए सभी सेलेब्स से माफी मांगी और कहा कि उनके पूर्व पब्लिसिस्ट ने बिना उनकी सहमति के ये बयान जारी कर दिया था, जिससे वे बहुत शर्मिंदा हैं। इसके बाद सयाली ने अपने पूर्व पब्लिसिस्ट के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी।



No comments:
Post a Comment