
उधर, आम आदमी पार्टी के नेता दिलीप पांडेय का कहना है कि यहां पर हजारों लोग बिना निमंत्रण के आए हैं. लेकिन मनोज तिवारी अपने आप को यहां पर वीआईपी समझ रहे हैं. वहां यहां पर गुंडागर्दी कर रहे हैं. बीजेपी के लोगों ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को मारा है. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है.
तिवारी ने कहा, 'मेरे निर्वाचन क्षेत्र (उत्तर-पूर्व दिल्ली) में, मैंने कई वर्षों से रुके पुल के निर्माण को शुरू कराया और अब अरविंद केजरीवाल उद्घाटन समारोह आयोजित कर रहे हैं।'
5 नवंबर से यह आम जनता के लिए खुल जाएगा। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली सरकार ने उद्घाटन के लिए उन्हें आमंत्रित न करके प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि वो सिग्नेचर ब्रिज पर रहेंगे और दिल्ली के मुख्यमंत्री को रिसीव करेंगे। इसे लेकर मनीष सिसोदिया ने भी उनको जवाब दिया।
उन्होंने कहा, 'मुझे उद्घाटन समारोह में आमंत्रित किया गया था। मैं यहां से सांसद हूं। तो समस्या क्या है? क्या मैं आपराधी हूं? पुलिस ने मुझे क्यों घेर लिया? मैं उनका (अरविंद केजरीवाल) स्वागत करने के लिए यहां हूं। आप और पुलिस ने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया है।'
इससे पहले नवम्बर 3 को भी ट्विटर पर मनोज तिवारी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बीच जंग हुई। मनोज तिवारी ने ट्वीट किया, 'कल 3 बजे मैं अपने क्षेत्र में सिग्नेचर ब्रिज पर रहूंगा, जब बेल पर रिहा दिल्ली के मुख्यमंत्री हरियाणा घूमकर ओपनिंग करने आएंगे तो उनको रिसीव करूंगा, सांसद हूं भाई। ये 675 मीटर के पूल बनाने को 15 साल और 1500 करोड़ रुपए लग गए। काफी शर्मनाक बात है। ये पुल पब्लिक के लिए बहुत जरूरी है।'
सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन के अवसर पर कल पूरी दिल्ली आमंत्रित है। आप भी सादर आमंत्रित हैं।
ये पुल बीजेपी के लिए शर्मनाक हो सकता है, दिल्ली के लिए गर्व का अवसर है।
उम्मीद है कल आप आएंगे और इस महान अवसर की गरिमा भी बनाए रखेंगे।
ये पुल बीजेपी के लिए शर्मनाक हो सकता है, दिल्ली के लिए गर्व का अवसर है।
उम्मीद है कल आप आएंगे और इस महान अवसर की गरिमा भी बनाए रखेंगे।
कुछ शर्म बची है @msisodia @ArvindKejriwal ... बैरिकेड लगवा हमें रोक रहे हो
इसका मनीष सिसोदिया ने जवाब दिया, 'सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन के अवसर पर कल पूरी दिल्ली आमंत्रित है। आप भी सादर आमंत्रित हैं। ये पुल बीजेपी के लिए शर्मनाक हो सकता है, दिल्ली के लिए गर्व का अवसर है। उम्मीद है कल आप आएंगे और इस महान अवसर की गरिमा भी बनाए रखेंगे।'
सिसोदिया के इस ट्वीट का तिवारी ने जवाब दिया, 'मनीष सिसोदिया जी आमंत्रण के लिए धन्यवाद..मैं आपके व अरविंद केजरीवाल जी के स्वागत में खड़ा रहूंगा..सिग्नेचर ब्रिज यमुनापार के लिए गर्व का विषय है, इसलिए इसे पूरा कराना मेरा परम कर्तव्य था। मैंने अपना वादा पूरा किया..शर्मनाक 265 करोड़ बजट के ब्रिज को 1500 करोड़ में पूरा होना है..जांच हो।'
2004 में ये प्रोजेक्ट शुरू हुआ था, लेकिन अब 14 साल बाद ये जनता के लिए खोला जाएगा। 2007 में शीला दीक्षित के मंत्रिमंडल ने इसे मंजूरी दी थी। शुरूआत में इसे 2010 में दिल्ली में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले पूरा होना था।
घोषणा के 14 साल बाद हुआ तैयार

2004 में इस पुल की अनुमानित लागत 494 करोड़ रुपए थी। बाद में यह 1,131 करोड़ हुई। इस परियोजना की लागत 2015 में बढ़कर 1,594 करोड़ रुपए हो गई। पहली दफा इस ब्रिज को 1997 में प्रस्तावित किया गया था तब इसकी लागत 464 करोड़ रुपए आंकी गई थी। ब्रिज की लागत 1518.37 करोड़ रुपए आई है। ब्रिज को तैयार करने में डेडलाइन 6 बार मिस हुई।
इस ब्रिज की खास बातें
यह बेहतरीन टूरिस्ट स्थल साबित होगा। इस ब्रिज पर 154 मीटर की ऊंचाई पर शीशे का बॉक्स बनाया गया है। यहां से पूरे शहर का विहंगम दृश्य दिखाई देगा।
इसमें चार लिफ्ट लगाई गई हैं, जिनकी कुल क्षमता 50 लोगों को ले जाने की है। लिफ्ट का अगले दो महीने में परिचालन शुरू हो जाएगा।
ब्रिज का मुख्य पिलर 154 मीटर ऊंचा है। इसकी ऊंचाई कुतुब मीनार से दोगुनी है। ब्रिज की लंबाई 575 मीटर और चौड़ाई 35.2 मीटर है।
यह ब्रिज वर्तमान में वजीराबाद पुल के वाहनों के बोझ को साझा करेगा। यह उत्तर और पूर्वोत्तर दिल्ली के बीच यात्रा के समय को कम करेगा।
पुल में पर्यटकों के लिए विशेष क्षणों को कैप्चर करने के लिए सेल्फी स्पॉट भी होंगे। ब्रिज पर 15 स्टे केबल्स हैं, जिन पर ब्रिज का 350 मीटर भाग बगैर किसी पिलर के रोका गया है।
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