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जम्मू-कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता |
बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए धुर विरोधी पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस एक साथ आ गए हैं। और उनके साथ कांग्रेस पार्टी भी शामिल हो गई है। तीनों मिलकर यहां सरकार बनाने का दावा करेगी। कहा जा रहा है कि राज्य में पीडीपी और कांग्रेस उमर अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कांफ्रेस के सपोर्ट की मदद से सरकार बनाने की दावा करेंगे और इसको लेकर उनके बीच सहमति भी बन गई है।
इस सबके बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता ने ऐसे आरोप लगाकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी जब कवींद्र गुप्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से राष्ट्रवादी ताकतों को सत्ता से दूर रखा जा सके इसलिए पाकिस्तान से नजदीकियां बढ़ाकर राज्य में षडयंत्र रचा जा रहा है।
जबसे केन्द्र में मोदी सरकार ने आतंकवादियों और पाकिस्तान पर नकेल कसनी शुरू की है, तभी से पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस, और कांग्रेस की रोटी और रातों की नींद हराम हो रही है। हकीकत में इन तीनों की स्थिति हाथी के दांतों के समान है, जो अब तक केवल गीदड़ भभकियां देकर देश की जनता को गुमराह कर अपनी तिजोरियाँ भरते रहे, लेकिन आतंकवाद और पाकिस्तान पर नकेल डालने में पूर्णरूप से असफल रहे हैं।
अवलोकन करें:--
कवींद्र गुप्ता का आरोप है कि इन पार्टियों के प्रतिनिधि हाल ही में पाकिस्तानी एजेंसियों के सदस्यों से मिले हैं उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के आदेश पर वे लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को दूर कर रहे हैं और अब वे गठबंधन का ताना-बाना बुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कभी भी नहीं चाहता है कि कश्मीर में हालात सुधरें।
कांग्रेस-पीडीपी-एनसी के बीच गंठबंधन पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम पार्टियों का ये कहना था कि क्यों ना हम इकट्ठे हो जाएं और सरकार बनाएंओ। अभी वो स्टेज सरकार बनाने वाली नहीं है, एक सुझाव के तौर पर बातचीत अभी चल रही है।
पीडीपी-नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच गंठबंधन पर पीडीपी सांसद मुजफ्फर बेग ने कहा कि जम्मू कैसा रिएक्ट करेगा? यह एक मुस्लिम गठबंधन होगा, लद्दाख रिएक्ट करेगा? ये गैर जिम्मेदार वार्ता केवल जम्मू-कश्मीर के विभाजन को जन्म देगी। लद्दाख और जम्मू राज्य के हिस्सा नहीं रहेंगे, जो केवल एक समुदाय द्वारा शासित है।
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