
योगेश्वर दत्त ने पहले ट्वीट में सवाल पुछा है कि, आज इस देश में जिन लोगों को अपने बच्चों के लिए डर लग रहा है, वो डर तब कहां था जब 1984 के दंगे हुए, जब 1993 में मुंबई में ब्लास्ट हुए, 26/11 का हमला हुआ ?
अपने दुसरे ट्वीट में योगेश्वर दत्त ने कहा, एक आतंकवादी संगठन ने भारत और बांग्लादेश के नागरिकों का अपहरण कर लिया और बाद में बांग्लादेशियों का धर्म देखकर उन्हे छोड दिया, बाकी के सभी 39 भारतीयों को मार दिया, तब आपको गुस्सा नहीं आया ? आतंकी याकूब मेमन की फांसी की दया याचिका पर साइन करते हुए आपको डर नहीं लगा ?
अपने अंतिम ट्वीट में योगेश्वर दत्त ने कहा कि, आतंकी पर दया करने के बाद खुद को देशभक्त ना कहें।
अवलोकन करें:--
शाह के बयान से नाराज उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी ने उनके के लिए कराची का टिकट तक बुक करा दिया। अमित जानी ने नसीरुद्दीन शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उन्हें भारत में डर लगता है तो वो पाकिस्तान चले जाएं।
आज इस देश में जिन लोगों को अपने बच्चों के लिए डर लग रहा है, वो डर तब कहां था #NaseeruddinShah जी जब 1984 के दंगे हुए, जब 1993 में मुंबई में बंब ब्लास्ट हुए, 26/11 का हमला हुआ?
आज इस देश में जिन लोगों को अपने बच्चों के लिए डर लग रहा है, वो डर तब कहां था #NaseeruddinShah जी जब 1984 के दंगे हुए, जब 1993 में मुंबई में बंब ब्लास्ट हुए, 26/11 का हमला हुआ?
एक आतंकवादी संगठन ने भारत और बांग्लादेश के नागरिकों का अपहरण कर लिया और बाद में बांग्लादेशियों का धर्म देखकर छोड़ दिया, बाकी के सभी 39 भारतीयों को मार दिया, तब आपको गुस्सा नहीं आया?आतंकी याकूब मेमन की फांसी की दया याचिका पर साइन करते हुए आपको डर नहीं लगा?
आज इस देश में जिन लोगों को अपने बच्चों के लिए डर लग रहा है, वो डर तब कहां था #NaseeruddinShah जी जब 1984 के दंगे हुए, जब 1993 में मुंबई में बंब ब्लास्ट हुए, 26/11 का हमला हुआ?
एक आतंकवादी संगठन ने भारत और बांग्लादेश के नागरिकों का अपहरण कर लिया और बाद में बांग्लादेशियों का धर्म देखकर छोड़ दिया, बाकी के सभी 39 भारतीयों को मार दिया, तब आपको गुस्सा नहीं आया?आतंकी याकूब मेमन की फांसी की दया याचिका पर साइन करते हुए आपको डर नहीं लगा?
बुलंदशहर की घटना में जिन लोगों की मृत्यु हुई उसका हम सब को बहुत खेद है, पर इससे पहले भी ना जाने कितने दंगे हुए और मासूमों की जान गई, तब तो आपको कोई डर नहीं लगा।इससे ही समझ आता है कि आप किसकी तरफ़ हैं, कृपया आतंकी पर दया करने के बाद खुद को देशभक्त ना कहेंजय हिन्द, जय भारत
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