नसीरुद्दीन शाह जी, आतंकी पर दया करने के बाद खुद को देशभक्त ना कहें: योगेश्वर दत्त

बॉलीवुड अभिनेता नसीरूद्दीन शाह बुलंदशहर में भडकी हिंसा पर दिए बयान पर आने वाली प्रतिक्रियाओं की दौर थम नहीं रहा है। नसीरुद्दीन ने बयान पर ओलम्पिक में पदक जीत चुके भारत के पहलवान योगेश्वर दत्त ने प्रतिक्रिया दी है।
योगेश्वर दत्त ने पहले ट्वीट में सवाल पुछा है कि, आज इस देश में जिन लोगों को अपने बच्चों के लिए डर लग रहा है, वो डर तब कहां था जब 1984 के दंगे हुए, जब 1993 में मुंबई में ब्लास्ट हुए, 26/11 का हमला हुआ ?
अपने दुसरे ट्वीट में योगेश्वर दत्त ने कहा, एक आतंकवादी संगठन ने भारत और बांग्लादेश के नागरिकों का अपहरण कर लिया और बाद में बांग्लादेशियों का धर्म देखकर उन्हे छोड दिया, बाकी के सभी 39 भारतीयों को मार दिया, तब आपको गुस्सा नहीं आया ? आतंकी याकूब मेमन की फांसी की दया याचिका पर साइन करते हुए आपको डर नहीं लगा ?
अपने अंतिम ट्वीट में योगेश्वर दत्त ने कहा कि, आतंकी पर दया करने के बाद खुद को देशभक्त ना कहें।
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एक राष्ट्रवाद से भरा , देश के लिए , देश के हित में , एक एसी speech जो सुन ने के बाद आप अपने आप को रोक नहीं पायेगे…

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नसीरुद्दीन शाह द्वारा दिए बयान पर हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है. उत्तर प्रदेश के जौनपुर में फिल्म अभिनेता नसीर.....

हाल ही में नसीरुद्दीन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि, “इन दिनों समाज में चारों तरफ ज़हर फैल गया है। मुझे इस बात से डर लगता है कि अगर कही मेरे बच्चों को भीड़ ने घेर लिया और उनसे पूछा जाए कि तुम हिंदू हो या मुसलमान ? मेरे बच्चों के पास इसका कोई जवाब नहीं होगा। पूरे समाज में ज़हर पहले ही फैल चुका है।”
शाह के बयान से नाराज उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी ने उनके के लिए कराची का टिकट तक बुक करा दिया। अमित जानी ने नसीरुद्दीन शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उन्हें भारत में डर लगता है तो वो पाकिस्तान चले जाएं।
आज इस देश में जिन लोगों को अपने बच्चों के लिए डर लग रहा है, वो डर तब कहां था जी जब 1984 के दंगे हुए, जब 1993 में मुंबई में बंब ब्लास्ट हुए, 26/11 का हमला हुआ?

आज इस देश में जिन लोगों को अपने बच्चों के लिए डर लग रहा है, वो डर तब कहां था जी जब 1984 के दंगे हुए, जब 1993 में मुंबई में बंब ब्लास्ट हुए, 26/11 का हमला हुआ?
एक आतंकवादी संगठन ने भारत और बांग्लादेश के नागरिकों का अपहरण कर लिया और बाद में बांग्लादेशियों का धर्म देखकर छोड़ दिया, बाकी के सभी 39 भारतीयों को मार दिया, तब आपको गुस्सा नहीं आया?आतंकी याकूब मेमन की फांसी की दया याचिका पर साइन करते हुए आपको डर नहीं लगा?
आज इस देश में जिन लोगों को अपने बच्चों के लिए डर लग रहा है, वो डर तब कहां था जी जब 1984 के दंगे हुए, जब 1993 में मुंबई में बंब ब्लास्ट हुए, 26/11 का हमला हुआ?
एक आतंकवादी संगठन ने भारत और बांग्लादेश के नागरिकों का अपहरण कर लिया और बाद में बांग्लादेशियों का धर्म देखकर छोड़ दिया, बाकी के सभी 39 भारतीयों को मार दिया, तब आपको गुस्सा नहीं आया?आतंकी याकूब मेमन की फांसी की दया याचिका पर साइन करते हुए आपको डर नहीं लगा?

एक आतंकवादी संगठन ने भारत और बांग्लादेश के नागरिकों का अपहरण कर लिया और बाद में बांग्लादेशियों का धर्म देखकर छोड़ दिया, बाकी के सभी 39 भारतीयों को मार दिया, तब आपको गुस्सा नहीं आया?आतंकी याकूब मेमन की फांसी की दया याचिका पर साइन करते हुए आपको डर नहीं लगा?
बुलंदशहर की घटना में जिन लोगों की मृत्यु हुई उसका हम सब को बहुत खेद है, पर इससे पहले भी ना जाने कितने दंगे हुए और मासूमों की जान गई, तब तो आपको कोई डर नहीं लगा।इससे ही समझ आता है कि आप किसकी तरफ़ हैं, कृपया आतंकी पर दया करने के बाद खुद को देशभक्त ना कहें 🙏🙏 जय हिन्द, जय भारत 🙏
अमित जानी ने नसीरुद्दीन शाह के लिए 14 अगस्त 2019 की फ्लाइट बुक कराई है। इस फ्लाइट का टिकट मुंबई एयरपोर्ट से कोलंबो और फिर कोलंबो से कराची तक का है। जानी ने नसीरुद्दीन शाह को गद्दार कहते हुए कहा, ”नसीरुद्दीन पाकिस्तान के स्वाधीनता दिवस पर निकल जाएं ताकि १५ अगस्त को देश (भारत) से एक गद्दार का भार कम हो।’

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