आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर एक बार फिर निशाना साधा है। जनवरी 11 को बवाना स्थित श्रीकृष्ण गौशाला के मुआयने के दौरान उन्होंने एमसीडी पर निशाना साधते हुए कहा है कि गाय के नाम पर वोट मांगने वाले गाय के लिए चारा भी नहीं दे रहे हैं। केजरीवाल ने कहा भाजपा की एमसीडी ने यहां की गायों के चारे के लिए पैसे नहीं दिए हैं, हमने पैसे दिए।
ज्ञात हो, पहले दिल्ली शहर में गायों की कोई कमी नहीं थी। पुरानी दिल्ली के सीताराम बाजार में खूब गाय थीं, लेकिन शीला दीक्षित सरकार ने दिल्ली से गायों को निकलवा दिया। उन दिनों एक पाक्षिक को सम्पादित करते लिखा था कि अब यदि कोई गाय ग्रास देना चाहे, किसे देगा? फिर परिवार में मृत्यु होने पर क्रिया करने वाले को भोजन करने से पूर्व गौ ग्रास निकाला जाता है, जब पुरानी दिल्ली गाय ही नहीं है, गौ ग्रास किसे खिलाएगा, नेताओं को?
एनबीटी की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा है कि, गाय के नाम पर वोट मांगने वाले गाय को चारा भी नहीं देते। जबकि हम गाय का नाम लेकर राजनीति नहीं करते, गाय के नाम पर वोट की मांग नहीं करते, लेकिन गाय की सेवा जरूर करते हैं। केजरीवाल ने कहा कि मेरा मानना है कि गाय के नाम पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। बल्कि गाय की सेवा की जानी चाहिए. दिल्ली सरकार द्वारा किए गए कार्यों को गिनाते हुए केजरीवाल ने कहा है कि, दिल्ली सरकार ने पशु स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पॉलिसी भी बनाई है।
उन्होंने कहा कि गोशालाओं में ही वृद्धाश्रम बनाए जाने का प्रस्ताव भी इस पॉलिसी का ही एक भाग है। सबसे आधुनिक गौशाला घुम्मनहेड़ा में खोलने का प्रस्ताव है और यहां पर गोशाला के साथ वृद्धाश्रम भी होगा।केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली सरकार के शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी के काम की चर्चा देश में ही नहीं पूरी विश्व में हो रही है। ठीक वैसे ही, इस गौशाला को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि गौशालाओं के लिए दिल्ली सरकार ने कितना बेहतरीन काम किया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर एक बार फिर निशाना साधा है। जनवरी 11 को बवाना स्थित श्रीकृष्ण गौशाला के मुआयने के दौरान उन्होंने एमसीडी पर निशाना साधते हुए कहा है कि गाय के नाम पर वोट मांगने वाले गाय के लिए चारा भी नहीं दे रहे हैं। केजरीवाल ने कहा भाजपा की एमसीडी ने यहां की गायों के चारे के लिए पैसे नहीं दिए हैं, हमने पैसे दिए।
ज्ञात हो, पहले दिल्ली शहर में गायों की कोई कमी नहीं थी। पुरानी दिल्ली के सीताराम बाजार में खूब गाय थीं, लेकिन शीला दीक्षित सरकार ने दिल्ली से गायों को निकलवा दिया। उन दिनों एक पाक्षिक को सम्पादित करते लिखा था कि अब यदि कोई गाय ग्रास देना चाहे, किसे देगा? फिर परिवार में मृत्यु होने पर क्रिया करने वाले को भोजन करने से पूर्व गौ ग्रास निकाला जाता है, जब पुरानी दिल्ली गाय ही नहीं है, गौ ग्रास किसे खिलाएगा, नेताओं को?
एनबीटी की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा है कि, गाय के नाम पर वोट मांगने वाले गाय को चारा भी नहीं देते। जबकि हम गाय का नाम लेकर राजनीति नहीं करते, गाय के नाम पर वोट की मांग नहीं करते, लेकिन गाय की सेवा जरूर करते हैं। केजरीवाल ने कहा कि मेरा मानना है कि गाय के नाम पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। बल्कि गाय की सेवा की जानी चाहिए. दिल्ली सरकार द्वारा किए गए कार्यों को गिनाते हुए केजरीवाल ने कहा है कि, दिल्ली सरकार ने पशु स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पॉलिसी भी बनाई है।
उन्होंने कहा कि गोशालाओं में ही वृद्धाश्रम बनाए जाने का प्रस्ताव भी इस पॉलिसी का ही एक भाग है। सबसे आधुनिक गौशाला घुम्मनहेड़ा में खोलने का प्रस्ताव है और यहां पर गोशाला के साथ वृद्धाश्रम भी होगा।केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली सरकार के शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी के काम की चर्चा देश में ही नहीं पूरी विश्व में हो रही है। ठीक वैसे ही, इस गौशाला को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि गौशालाओं के लिए दिल्ली सरकार ने कितना बेहतरीन काम किया है।
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