'जैश के खिलाफ कार्रवाई में हम भारत के साथ' : अमेरिकी विदेश मंत्री

अमेरिकी विदेश मंत्री ने की NSA से बातचीत, कहा- 'जैश के खिलाफ कार्रवाई में हम भारत के साथ'
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार 
पुलवामा हमले के बाद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद के खिलाफ की गई भारतीय वायुसेना की कार्यवाही का अमेरिका ने भी समर्थन किया है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने फरवरी 27 की रात को भारत के राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल से फोन पर बातचीत की। इस दौरान उन्‍होंने जैश-ए-मोहम्‍मद के खिलाफ की गई भारत की कार्रवाई का समर्थन किया। यानि भारत की कूटनीति की सबसे बड़ी जीत मानी जा रही है। कुछ ही वर्ष पूर्व तक कोई देश भारत की सुनने को तैयार नहीं था, और आज विश्व भारत के समर्थन में खड़ा हो रहा है। इस दौरान उन्‍होंने डोभाल से कहा कि पाकिस्‍तानी जमीन पर जैश-ए-मोहम्‍मद के आतंकी कैंपों पर भारत की कार्रवाई का अमेरिका समर्थन करता है 
भारत की कूटनीति की जीत 
पुलवामा आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद के चीफ आतंकी मौलाना मसूद अजहर को बैन करने के लिए संयुक्‍त राष्‍ट्र की सुरक्षा परिषद में प्रस्‍ताव लाया गया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक बुधवार को अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने और उसे प्रतिबंधित सूची में डालने को लेकर सुरक्षा परिषद में प्रस्‍ताव दिया। इसे भारत की बड़ी कूटनीतिक कामयाबी कहा जा रहा है। हालांकि अभी चीन ने इस प्रस्‍ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इस प्रस्‍ताव में पुलवामा आतंकी हमले का भी जिक्र किया गया है 
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पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर देश भर में लोगों का रोष और आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है । लोग इस बार पाकिस्तान पर कड़....

फ्रांस, अमेरिका और ब्रिटेन ने फरवरी 27 को प्रस्‍ताव पेश करते हुए संयुक्‍त राष्‍ट्र की सुरक्षा परिषद से कहा कि जैश-ए-मोहम्‍मद के चीफ आतंकी मौलाना मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाया जाए। उसकी वैश्विक यात्राओं पर प्रतिबंध लगाया जाए. साथ ही उसकी सभी संपत्ति फ्रीज की जाए। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव से चिंतित अमेरिका ने बुधवार को परमाणु शक्ति संपन्न दोनों देशों से तनाव कम करने के लिए तुरंत कदम उठाने की अपील भी की है। उसने आगाह किया कि आगे से किसी भी ओर से की गई सैन्य कार्रवाई से दोनों देशों के लिये जोखिम की आशंका अस्वीकार्य रूप से बहुत ज्यादा है 

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