भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए पटना साहिब सीट से शत्रुघ्न सिन्हा को टिकट नहीं दिया है। बिहार में एनडीए ने सभी 40 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। मार्च 23 को भाजपा, जेडीयू और एलजेपी के प्रदेश अध्यक्षों ने एक साथ मिलकर एनडीए के उम्मीदवारों की घोषणा की। उम्मीदवारों के ऐलान से यह साफ हो गया कि लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट काट दिया गया है। उनके स्थान पर पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है।
शत्रुध्न सिन्हा को टिकट नहीं मिलने के पीछे कई वजहें गिनाई जा रही हैं। समझा जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व के खिलाफ उनका हमलावर रुख एवं पार्टी विरोधी गतिविधियां उनके खिलाफ गई हैं। ऐसी चर्चा है कि शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस के टिकट पर इस सीट पर चुनाव लड़ सकते हैं।
पटना साहिब सीट भाजपा के लिए अनुकूल मानी जाती है। इस सीट के बारे में कहा जाता है यहां भाजपा के लिए यहां चुनाव जीतना आसान होता है। इस सीट पर कायस्थ वोट बड़ी संख्या में हैं जो परंपरागत रूप से भाजपा को वोट करते हैं। ऐसी चर्चा है कि टिकट कटने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा महागठबंधन का उम्मीदवार बन सकते हैं। शत्रुघ्न यदि इस सीट से कांग्रेस या आरजेडी के टिकट पर चुनावी ताल ठोक देते हैं तो यहां मुकाबला दिलचस्प हो सकता है। शत्रुघ्न सिन्हा और रविशंकर प्रसाद दोनों कायस्थ बिरादरी से आते हैं। शत्रुघ्न दो बार इस सीट से सांसद रह चुके हैं और इसका लाभ उन्हें मिल सकता है। रविशंकर प्रसाद पहली बार इस सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे इसलिए उनके लिए यहां चुनौतियां ज्यादा होंगी।
शत्रुघ्न सिन्हा के टिकट न मिलने की ये रही वजहें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार तीखे हमले किए
भाजपा के बागी यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी के साथ आना भारी पड़ा
कोलकाता में ममता बनर्जी और दिल्ली में आप की रैली में शामिल हुए
सरकार की नीतियों की आलोचना की और उसे कठघरे में खड़ा किया
बिहार भाजपा के नेताओं के निशाने पर रहे
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