कांग्रेस नेता और उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मिजोरम के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने अप्रैल 14 को पुलवामा हमले पर विवादित बयान दिया है।
भारतीय संविधान की शपथ लेकर राजकीय सुख भोगने वाले नेता देशहित की बात न कर, दुश्मन देश की बोली क्यों बोलते हैं? यदि पुलवामा हमले के बदले भारत सरकार ने बालाकोट में आतंकवादी शिविर पर हमला न किया होता, तो पाकिस्तान विश्व में अलग-थलग नहीं होता। इन्ही जैसे नेताओं के मिल रहे संरक्षण के ही कारण आतंकवादी भारत में अपनी जड़ें ज़माने में सफल रहे, और बेगुनाहों की हो रही मौतों पर खूब मालपुए और हलवा-पूरी खाई जा रही थी। अब मोदी सरकार ने इन आतंकवाद परस्त नेताओं के इन व्यंजनों पर नकेल डाल दी है।
इन्ही जैसे नेताओं द्वारा आतंकवादियों द्वारा बेगुनाहों के मारे जाने पर हर व्यक्ति की जबान पर था, कि "देखो एक छोटे से मुल्क पाकिस्तान ने किस तरह भारत में हत्याओं का तांडव किया हुआ और भारत पाकिस्तान के विरुद्ध कोई कार्यवाही करने में क्यों हिचकिचा रहा है?" लेकिन मासूम भोली-भाली जनता को नहीं मालूम था कि "जिन नेताओं को हम अपना हितैषी समझते थे, वही कभी हिन्दू आतंकवाद और कभी भगवा आतंकवाद नाम देकर आतंकवादियों और उनके सरगनों को संरक्षण दे रहे थे। लेकिन अब उसी भारत सरकार ने ईंट का जवाब पत्थर से देना शुरू कर दिया है, जो इन लोगों को बर्दाश्त नहीं हो रहा। मध्य प्रदेश के सीहोर में उन्होंने कहा कि पुलवामा में आतंकी कैसे घुस गया, जनता सब समझती है। अजीज कुरैशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए बड़ा बयान दिया है। कुरैशी ने पुलवामा हमले को मोदी की सोची समझी साजिश बताया। उन्होंने कहा कि पुलवामा आतंकी हमला प्लान करके आपने करवाया ताकि मौका मिल सके। जनता समझती है।
कांग्रेस नेता अजीज कुरैशी ने कहा कि अगर पीएम मोदी चाहें तो 42 शहीदों की चिताओं की राख से अपना राजतिलक कर लें, लेकिन जनता उन्हें यह करने नहीं देगी। कुरैशी ने दिग्विजय सिंह के सामने बीजेपी प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाने पर कहा कि बीजेपी बिना दुल्हे की बारात है। जिसको सेहरा बांधते हैं भाग जाता है।
#WATCH MP: Ex-Mizoram Guv Aziz Qureshi speaks on Pulwama attack&PM, says "Plan karke aapne ye karwaya taki apko mauka mile, lekin janta samajhti hai. Agar Modi ji chahein ki 42 jawanon ki hatya karke, unki chitaon ki raakh se apna rajtilak kar lein, janta nahi karne degi."(14.04)
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