मसर्रत आलम, आसिया अंद्राबी और शब्बीर शाह को NIA ने किया गिरफ्तार

Asia Andrabi
आसिया अंद्राबी  |  तस्वीर साभार: BCCL
भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के केन्द्रीय गृह मंत्री बनने के बाद से कश्मीर समस्या पर मंथन शुरू होते ही, बड़े स्तर पर वर्षों से शहंशाही ज़िंदगी जीने वाले अलगाववादियों के विरुद्ध कार्यवाही ने गति पकड़ ली है। तुष्टिकरण के चलते पिछली सरकारें उन पर कोई कार्यवाही करने की बजाए दामादों की पाल, जनता में डर पैदा कर रखा था। परन्तु केन्द्र में सत्ता परिवर्तन ने सारे पासे ही पलट दिए। लोगों को डराने वाले ही अब डर के साये में जीने को मजबूर हैं। 
दिल्ली की एक अदालत ने आतंकवादी गतिविधियों के लिये धन मुहैया कराने के एक मामले में अलगाववादी मसरत आलम, आसिया अंद्राबी और शब्बीर शाह को दस दिनों के लिये एनआईए की हिरासत में भेज दिया। यह मामला 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के सरगना और जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद से जुड़ा हुआ है।
एक वकील ने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने विशेष न्यायाधीश राकेश स्याल की अदालत में बंद कमरे में चल रही सुनवाई के दौरान तीनों को गिरफ्तार किया और 15 दिनों तक उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने की मांग की। आरोपियों के वकील एम एस खान ने पीटीआई को बताया कि आसिया और शाह अलग-अलग मामलों में पहले से ही हिरासत में हैं, जबकि आलम को ट्रांजिट रिमांड पर जम्मू- कश्मीर से लाया गया था।
एनआईए ने 2018 में सईद, एक अन्य आतंकवादी सरगना सैयद सलाउद्दीन और दस कश्मीरी अलगाववादियों के खिलाफ घाटी में आतंकवादी गतिविधियों के लिये कथित तौर पर धन मुहैया कराने और अलगाववादी गतिविधियों के मामले में आरोपपत्र दायर किया था।इसने कहा कि आरोपियों के खिलाफ जिन अपराधों के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है उनमें भादंसं की धारा 120 बी (आपराधिक षड्यंत्र) और गैर कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धाराएं शामिल हैं।
एनआईए के मुताबिक, मामला 30 मई 2017 को दर्ज हुआ था और पहली गिरफ्तारी पिछले वर्ष 24 जुलाई को हुई थी। दरअसल जांच एजेंसी तीनों आरोपियों से पत्थरबाजी और टेरर फंडिंग मामले में और इसके पीछे शामिल लोगों के बारे में जानकारी हासिल करना चाहती है।

कौन हैं आसिया अंद्राबी

हुर्रियत की महिला विंग ‘दुख्तरान-ए-मिल्लत’ चीफ आसिया अंद्राबी जानी-मानी अलगावावादी नेता हैं! 28 अगस्त 2010 को आसिया को देश में गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा देने, हिंसा फैलाने और देश के विरुद्ध युद्ध छेडने के आरोप में गिरफ्तार किया था। 6 जुलाई 2018 को एनआईए ने आसिया अंद्राबी को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। आसिया के साथ उसकी दो सहयोगियों नाहिदा नसरीन और सोफी फहमीदा को भी गिरफ्तार किया गया था। 
कश्मीरी अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी ने खुलासा किया है कि, वह पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी के जरिए लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद के करीब आई थी। अधिकारी दुख्तारन-ए-मिल्लत नेता अंद्राबी का रिश्तेदार था। अंद्राबी के साथ ही दो अलगाववादी नेताओं से इन दिनों राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पूछताछ कर रही है। कश्मीर यूनिवर्सिटी से विज्ञान में स्नातक अंद्राबी चार साल पहले पाकिस्तानी झंडा फहराने और पाकिस्तानी राष्ट्रगान गाने के कारण सुर्खियों में आई थी। अंद्राबी के इस कृत्य के पीछे हाफिज सईद को माना जाता है !
एनआईए सूत्र ने कहा कि, अंद्राबी का भतीजा पाकिस्तान सेना में कैप्टन रैंक का अधिकारी है। उसका एक अन्य करीबी रिश्तेदार पाकिस्तान सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में है। अंद्राबी के रिश्तेदार दुबई और सऊदी अरब में भी हैं जहां से वह फंड प्राप्त करती है और भारत के खिलाफ गतिविधियों में उपयोग करती है। एनआईए ने अंद्राबी के खिलाफ एक केस दर्ज किया है जिसके तहत जमात-उद-दावा के अमीर और लश्कर के मास्टरमाइंड सईद बडे पैमाने पर अंद्राबी को फंड मुहैया कराते थे ! यह धन पत्थरबाजों और हुर्रियत के समर्थकों में बांटे गए थे जिन्होंने श्रीनगर और घाटी के अन्य हिस्सों में सरकार के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन किए !
आसिया अंद्राबी कश्मीर में भारतीय सुरक्षाबलों के खिलाफ महिलाओं को भडकाती थीं ! महिलाओं को भडकाने में अंद्राबी का अहम रोल माना जाता है। साथ ही इसे पाकिस्तान परस्त नेता को महिलाओं के रोल मॉडल के तौर पर भी पेश किया जाता है। अपने नफरत भरे भाषणों से आसिया अंद्राबी भारत के खिलाफ लडाई का झंडा बुलंद करती थी !

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