तस्वीर साभार: PTI |
इसरो के निदेशक के सिवन ने चंद्रयान-2 के पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित हो जाने के बाद अंतरिक्ष एजेंसी के वैज्ञानिकों को बधाई दी। सिवन ने बताया कि रॉकेट जीएसएलवी मार्क 3 ने चंद्रयान-2 को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित कर दिया है और एक महीने से ज्यादा समय तक चंद्रयान 2 पृथ्वी की अलग-अलग कक्षा में परिक्रमा करेगा।
मोदी ने चंद्रयान 2 मिशन की कामयाबी पर कई ट्वीट किए हैं। उन्होंने कहा कि चंद्रयान 2 की सफल लॉन्चिंग ने हमारे वैज्ञानिकों की कुशलता का परिचय दुनिया को कराया है। पीएम ने कहा कि इस मिशन से चंद्रमा और उसकी सतह के बारे में नई जानकारियां प्राप्त होंगी।
Special moments that will be etched in the annals of our glorious history!
The launch of #Chandrayaan2 illustrates the prowess of our scientists and the determination of 130 crore Indians to scale new frontiers of science.
Every Indian is immensely proud today!
The launch of #Chandrayaan2 illustrates the prowess of our scientists and the determination of 130 crore Indians to scale new frontiers of science.
Every Indian is immensely proud today!
Indian at heart, Indian in spirit!
What would make every Indian overjoyed is the fact that #Chandrayaan2 is a fully indigenous mission.
It will have an Orbiter for remote sensing the Moon and also a Lander-Rover module for analysis of lunar surface.
What would make every Indian overjoyed is the fact that #Chandrayaan2 is a fully indigenous mission.
It will have an Orbiter for remote sensing the Moon and also a Lander-Rover module for analysis of lunar surface.
#Chandrayaan2 is unique because it will explore and perform studies on the south pole region of lunar terrain which is not explored and sampled by any past mission.
This mission will offer new knowledge about the Moon.
This mission will offer new knowledge about the Moon.
डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम ने कहा था कि "सपने तभी पूरे होते हैं जब आप सपने देखते हैं"।
अटल जी जब प्रधानमंत्री बने थे तब उन्होनें और डॉक्टर कलाम ने ही मिलकर ये सपना देखा था कि भारत चाँद पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराए।
हालांकि अटल सरकार का महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट चंद्रयान-1 पहले ही सफ़ल हो चुका है,परंतु उसी कड़ी में इसरो का ये मिशन चंद्रयान-2 कई मायनों में अद्भुत है।
इस मिशन की सबसे खास बात ये है कि इसका नेतृत्व एक महिला वैज्ञानिक #एम_वनिता कर रही हैं।
अर्थात ये मिशन चंद्रयान-2 ना सिर्फ भारतीय वैज्ञानिकों के पराक्रम और उनके कौशल को दर्शाता है बल्कि सदियों से हाशिये पर धकेल दी गयीं भारतीय महिलाओं की वास्तविक शक्ति को भी दर्शाता है।
और ये तो अभी शुरुआत ही है।अगले कुछ दिनों में भारतीय वैज्ञानिकों और नारी शक्ति का ये पराक्रम पूरी दुनिया से #नये_भारत की ताकत का परिचय कराएगा।
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