आखिर गाँधी के नाम पर सफाई अभियान स्वाँग कब तक?

हेमा मालिनी के झाड़ू लगाने के तरीके पर उमर अब्दुल्ला ने कसा तंज, कहा- अगली बार पहले अकेले में प्रैक्टिस कर लीजिएगा
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार 
संसद परिसर में जुलाई 13 को चलाए गए स्वच्छता अभियान को लेकर अब जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'संसद परिसर देश के सबसे स्वच्छ स्थानों में से एक है, खासकर जब सत्र चल रहे हैं, तो वे क्या साफ कर रहे थे?' बता दें बीजेपी सांसदों ने संसद में झाड़ू लेकर स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा देने के तहत झाड़ू लगाई थी। इस दौरान झाड़ू लगा रहीं बीजेपी से मथुरा की सांसद हेमा मालिनी पर तंज कसते हुए उमर ने ट्वीट किया, ‘मैम अपनी अगली तस्वीर से पहले कृपया एकांत में झाड़ू लगाने का अभ्यास कीजिए। आपने जो तकनीक अपनाई है, वह मथुरा (या कहीं और) में साफ-सफाई को बेहतर बनाने में ज्यादा योगदान नहीं देगी।'


Omar Abdullah
@OmarAbdullah
Ma’am please practice how to wield the 🧹 in private before your next photo op. This technique you’ve employed won’t contribute much to improving cleanliness in Mathura (or anywhere else for that matter). https://twitter.com/ani/status/1149927084359376897 
उमर ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘मैंने जाना कि सनावर (हिमाचल प्रदेश) में छात्रावास के बड़े से शयनकक्ष में झाड़ू लगाना कहीं न कहीं उपयोगी होगा। मैं अब अन्य लोगों की (झाड़ू लगाने की) तकनीक पर टिप्पणी करने के लिए योग्य हूं।'
इन दिनों सोशल मीडिया पर सांसदों द्वारा संसद परिसर में झाड़ू लगाते हुए एक वीडियो वायरल हो रहा है।इसमें हेमा मालिनी ढंग से झाड़ू पकड़ भी नहीं पा रही हैं लगाना तो दूर की बात। इसी को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी खूब खिंचाई हो रही है 
BJP सासंद हेमा मालिनी संसद में झाड़ू लगाते हुए नज़र आईं। उनके साथ इस सफाई अभियान में राज्य वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद थे। हेमा मालिनी इस स्वस्छ सफाई अभियान के दौरान ग्रे कुर्ता और ब्लैक ट्राउज़र्स में दिखीं. बता दें, ड्रिम गर्ल के नाम ने फेमस एक्ट्रेस मथुरा से सांसद हैं 
स्वस्छ भारत अभियान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महात्मा गाँधी के नाम पर शुरू कि गई एक योजना है, जिसका मकसद है देश को स्वस्छ बनाना। यह मिशन साल 2014 में शुरू हुआ था 
वहीं, हेमा मालिनी राजनीति में आने के बाद इस तरह के अभियानों का हिस्सा रही हैं। लोकसभा चुनाव से पहले वो खेतों में बोझा उठाते हुए नज़र आई थीं। इन सबके अलावा हेमा मालिनी अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी चर्चा में रहती हैं। 
Related imageImage result for shannomaganवैसे सफाई अभियान के नाम पर देखा जाए मात्र एक मजाक किया जा रहा है। सर्वप्रथम, केन्द्रीय सरकार बताए देश में कुल कितने सफाई कर्मचारी हैं? फिर उनके ऊपर निरीक्षक भी होंगे, क्या करते हैं? सफाई अभियान भी कहाँ की जा रही है, संसद परिसर, जो अपने आप में अन्य स्थानों से अधिक साफ रहता है।  कई बार इस अभियान में मै भी शामिल रहा हूँ, हैरान होता था, कि जिस जगह से सफाई कर्मचारी द्वारा सफाई करते समय बिना नाक बंद निकल नहीं सकते, वह इतना साफ, धूल नाम की कोई चीज़ नहीं। सफाई कर्मचारी और निरीक्षक द्वारा मालूम हुआ कि सफाई तो सुबह 4 बजे ही हो गयी थी, बस दिखाने के लिए कूड़े के ढेर हमारे ही लगाए हुए थे। जो प्रमाणित कर रहा है कि सफाई के नाम पर जनता को भ्रमित किया जा रहा है। 
चर्चा है कि देश में अधिकतर नगर निगमों पर भाजपा का राज है, सफाई विभाग नगर निगम के अंतर्गत आता है, नगर निगम में होती लापरवाहियों से जनता का ध्यान हटाने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा सफाई अभियान पर जोर दिया जा रहा है। पहले जब पार्षद, विधायक या सांसद हर महीने क्षेत्र का दौरा करते थे, क्षेत्र में सफाई होती थी, डीडीटी डाली जाती थी, लेकिन अब निर्वाचित होने पर किसी को चिन्ता नहीं। आज यदाकदा डाला जाता है चूना। 
Related imageRelated imageजिस महात्मा गाँधी के नाम पर यह सब स्वाँग खेला जा रहा है, ब्रिटिश राज में गाँधी ने जो भी अभियान किए शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंद्रशेखर आज़ाद और नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा जब भी स्वतन्त्रता संग्राम में तेजी लाई जाती थी, तो किसी न किसी अभियान को शुरू कर जनता का ध्यान क्रांतिकारियों की स्वतन्त्रता गतिविधियों से दूर रखने के उद्देश्य से किए जाते थे। ये वही महात्मा गाँधी थे, जिन्होंने जयपुर में रहते शहीद हुए जतिन दास को श्रद्धांजलि तक देने से मना कर दिया था। 
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पिताश्री एम.बी.एल.निगम 
स्मरण हो, आज़ादी से पूर्व हर बकरा ईद पर दिल्ली के सदर बाजार क्षेत्र में गाय काटने पर दंगा होता था। बात 1945 की है, जब मेरे पिताश्री मेरी गर्भवती चाची जी को करोल बाग़ उनके मायके छोड़ कर वापस आते हुए दंगा शुरू हो चूका था। और पुलिस लहूलुहान गो-रक्षक लोटन पहलवान को थाने लेकर आ रही थी, तब झंडेवालान मन्दिर के पास पिताश्री को रोक लिया। तब पिताश्री ने लोटन पहलवान को पहली बार देखा था।  घर पहुँचने पर पिताश्री ने मौहल्ले में सबको बताया कि "आज मैंने लहूलुहान लोटन पहलवान को देखा।" उन दिनों गाँधी जी मन्दिर मार्ग स्थित बाल्मीकि मन्दिर में रोज शाम को प्रवचन देते थे, जिसका सीधा रेडियो पर प्रसारण होता था, सुनिए हमारे गाँधी जी क्या फरमाते हैं: "आज दिल्ली सबकुछ ठीकठाक रहा, बस पुलिस ने सदर बाजार इलाके से एक दंगाई को गिरफ्तार किया है।" यानि गो-रक्षक को दंगाई सम्बोधित किया था।     
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जिस तरह वर्तमान मोदी सरकार गाँधी-गाँधी कर रही है, राष्ट्र को बताए "आखिर किस कारण नाथूराम गोडसे के 150 बयानों को सार्वजनिक करने पर क्यों प्रतिबन्ध लगाया गया था?" यदि उन बयानों को सार्वजनिक कर दिया होता, स्थिति कुछ और ही होती। क्योकि गोडसे ने अपने 150 बयान चुपचाप नहीं दिए थे, माननीय अदालत से माइक से पढ़कर बयान देने की अनुमति ली थी, ताकि कोर्ट और कोर्ट से बाहर जमा हज़ारों की भीड़ को पता हो, गाँधी को क्यों मारा? शायद विश्व में गोडसे की पहली और अंतिम ऐसी मिसाल है, जब कोर्ट किसी आरोपी को माइक से बयान पढ़ने की आज्ञा दी। अपने किसी बयान में माफ़ी मांगने की बजाए कारण दिए। आज़ादी मिलने उपरांत ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री लार्ड एटली ने भी स्वीकार किया था कि "भारत छोड़ने का कारण महात्मा गाँधी नहीं, बल्कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस है।" किस कारण से गाँधी वध उपरान्त चितपावन ब्राह्मणों का नरसंहार किया गया था? स्वतन्त्र भारत का वह सबसे भयानक नरसंहार था। किसने किया था और किसके कहने पर हुआ था वह नरसंहार? किस हैसियत से महात्मा गाँधी ने ब्रिटिश सरकार के साथ सुभाषचन्द्र बोस के विरुद्ध अनुबंध पर हस्ताक्षर किये थे?
लेकिन सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स इस वीडियो का मज़ाक उड़ाते दिख रहे हैं। आप भी देखिए कुछ कमेंट्स...


Hema Malini is afraid that she might complete the 'Swachh Bharat Abhiyan' if she sweeps seriously.

When your juniors work on the ppt but you present it in front of the client.

Delhi: BJP MPs including Minister of State (Finance) Anurag Thakur and Hema Malini take part in 'Swachh Bharat Abhiyan' in Parliament premises.

Hema Malini's contribution in this cleaning is equal to Sachin Tendulkar's contribution in Indian cinema.

Delhi: BJP MPs including Minister of State (Finance) Anurag Thakur and Hema Malini take part in 'Swachh Bharat Abhiyan' in Parliament premises.
Hema ji jhadu ko sehla rahi hai kya?😂

Delhi: BJP MPs including Minister of State (Finance) Anurag Thakur and Hema Malini take part in 'Swachh Bharat Abhiyan' in Parliament premises.




What exactly is Hema Malini sweeping?
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वैसे तो संसद परिसर में झाडू लगाकर भाजपाइयों ने इस अभियान का भांडा खुद ही फोड़ दिया। दूसरे, जब भी सफाई अभियान का ड्रामा खेलने से पूर्व, ही नगर निगम का सफाई विभाग पहले ही सफाई कर देता है, जिसका मै कई अवसरों पर गवाह रहा हूँ। 

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