पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा के तहत जुलाई 20 की दोपहर अमेरिका पहुंचे। कंगाल अर्थव्यवस्था और आतंकवाद के दाग को लेकर इमरान खान जुलाई 22 को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। मदद की आस में अमेरिका पहुंचे इमरान को एयरपोर्ट पर बेइज्जती का सामना करना पड़ा।
कतर एअरवेज की उड़ान से एयरपोर्ट पहुंचे इमरान को अमेरिका का कोई मंत्री तो दूर, सरकारी अधिकारी भी स्वागत करने नहीं पहुंचे। हालात ये रहे कि इमरान को मेट्रो से खुद अपने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के साथ एयरपोर्ट से होटल जाना पड़ा और इस दौरान पाकिस्तानी अधिकारियों के अलावा उनके साथ कोई भी अमेरिकी अधिकारी मौजूद नहीं था। आपको बता दें कि इमरान खान से पहले प्रधानमंत्री के रूप में नवाज शरीफ ने 2015 में अमेरिका का दौरा किया किया।
पाकिस्तानी मूल के लोगों को करेंगे संबोधित
इमरान खान के साथ पाकिस्तान सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी अमेरिका गए हैं। वॉशिंगटन डीसी में अपने प्रवास के दौरान ट्रंप से मुलाकात करने के अलावा इमरान खान का अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कार्यकारी प्रमुख डेविड लिप्टन और विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है। रविवार को वह कैपिटल ‘वन एरीना’ में पाकिस्तानी-अमेरिकियों की सभा को रविवार को संबोधित करेंगे।
इमरान खान के अमेरिकी दौरे को लेकर बलोच, सिंधी और मोहाजिर समेत पाकिस्तान के कई धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं। दरअसल पाकिस्तानी सरकार पर हमेशा से ही बलोच और सिंधी समाज के खिलाफ अत्याचार करने के आरोप लगते रहे हैं। हाल ही में इंग्लैंड में आयोजित विश्व कप मुकाबलों के दौरान भी पाकिस्तान के खिलाफ स्टेडियम में नारेबाजी के साथ-साथ पोस्टर और बैनर भी लहराए गए थे। इन बैनरों में बलोच का समर्थन किया गया था।
अवलोकन करें:-
पाक डिप्लोमेट ने कहा कमजोर होगी इमरान की अमेरिकी यात्रा
पाकिस्तान के एक पूर्व राजनयिक ने इमरान खान की अमेरिका यात्रा को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इमरान का अमेरिकी दौरान वास्तविकता के लिहाज से कमजोर दौरा होगा और उनके पास ऐसा वादा करने के लिए कुछ भी नहीं है जो उन्होंने पहले ना किया हो। अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने पीटीआई से कहा, ‘इमरान खान अमेरिका के नए राष्ट्रपति को पुराना माल बेचेंगे। उनके पास वादा करने के लिए ऐसा कुछ भी नहीं है जो उन्होंने पहले ना किया हो।’
कतर एअरवेज की उड़ान से एयरपोर्ट पहुंचे इमरान को अमेरिका का कोई मंत्री तो दूर, सरकारी अधिकारी भी स्वागत करने नहीं पहुंचे। हालात ये रहे कि इमरान को मेट्रो से खुद अपने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के साथ एयरपोर्ट से होटल जाना पड़ा और इस दौरान पाकिस्तानी अधिकारियों के अलावा उनके साथ कोई भी अमेरिकी अधिकारी मौजूद नहीं था। आपको बता दें कि इमरान खान से पहले प्रधानमंत्री के रूप में नवाज शरीफ ने 2015 में अमेरिका का दौरा किया किया।
पाकिस्तानी मूल के लोगों को करेंगे संबोधित
इमरान खान के साथ पाकिस्तान सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी अमेरिका गए हैं। वॉशिंगटन डीसी में अपने प्रवास के दौरान ट्रंप से मुलाकात करने के अलावा इमरान खान का अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कार्यकारी प्रमुख डेविड लिप्टन और विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है। रविवार को वह कैपिटल ‘वन एरीना’ में पाकिस्तानी-अमेरिकियों की सभा को रविवार को संबोधित करेंगे।
इमरान खान के दौरे का अमेरिका में हो रहा है विरोधPakistan Embassy in Washington has confirmed Pakistan offered to pay $250,000 for the US State Department to arrange official welcome/protocol of Imran Khan by senior US officials at airport but American apologised. Biggest humiliation ever in history of any visiting PM to USA pic.twitter.com/qq49YOe1On
— Sidrah Memon (@SidrahMemon1) July 20, 2019
इमरान खान के अमेरिकी दौरे को लेकर बलोच, सिंधी और मोहाजिर समेत पाकिस्तान के कई धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं। दरअसल पाकिस्तानी सरकार पर हमेशा से ही बलोच और सिंधी समाज के खिलाफ अत्याचार करने के आरोप लगते रहे हैं। हाल ही में इंग्लैंड में आयोजित विश्व कप मुकाबलों के दौरान भी पाकिस्तान के खिलाफ स्टेडियम में नारेबाजी के साथ-साथ पोस्टर और बैनर भी लहराए गए थे। इन बैनरों में बलोच का समर्थन किया गया था।
अवलोकन करें:-
पाकिस्तान के एक पूर्व राजनयिक ने इमरान खान की अमेरिका यात्रा को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इमरान का अमेरिकी दौरान वास्तविकता के लिहाज से कमजोर दौरा होगा और उनके पास ऐसा वादा करने के लिए कुछ भी नहीं है जो उन्होंने पहले ना किया हो। अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने पीटीआई से कहा, ‘इमरान खान अमेरिका के नए राष्ट्रपति को पुराना माल बेचेंगे। उनके पास वादा करने के लिए ऐसा कुछ भी नहीं है जो उन्होंने पहले ना किया हो।’
No comments:
Post a Comment