शोभा डे जानी-मानी लेखिका हैं और अक्सर विवादों में रहती हैं। खासतौर पर जब से नरेंद्र मोदी सत्ता में हैं, वो अक्सर अपने ट्वीट्स के जरिए सरकार और पार्टी को निशाने पर लेती रही हैं। कश्मीर से धारा 370 हटाने के फैसले के बाद भी उन्होंने एक ट्वीट किया था, जिसके चलते उनका काफी मजाक उड़ा था। अब पाकिस्तान के पूर्व हाई कमिश्नर अब्दुल बासित ने शोभा डे के बारे में ऐसा खुलासा किया है, जिससे उनकी और ज्यादा किरकिरी होनी तय है। इस खुलासे से ये तो कम से कम साबित होगा ही कि पाकिस्तान के इशारे पर भी भारतीय स्तम्भकार अखबारों में लेख लिख रहे हैं।
अब्दुल बासित ने हाल ही में ये खुलासा पाकिस्तान में एक कार्यक्रम में किया है, जिसमें वह कह रहे हैं कि बुरहान वानी की कश्मीर में एनकाउंटर में मौत के बाद जिस तरह पैलट गन्स का इस्तेमाल किया गया, इकोनोमिक शट डाउन हुआ, वो भारत की मेनलैंड से किसी जर्नलिस्ट को ढूंढ रहे थे कि कोई तो इसके खिलाफ कुछ लिखता, लेकिन कोई तैयार ही नहीं हो रहा था। तभी एक खातूना मिलीं, शोभा डे और उन्होंने शोभा डे को कन्विंस किया। बासित ने बताया कि अपने लेख के आखिर में शोभा डे ने लिखा कि अब समय आ गया है कि कश्मीर मुद्दे का निपटारा होना चाहिए और वो भी जनमंत संग्रह से। ये वाकई में चौंकाने वाला खुलासा है।
पढ़िए शोभा डे का लेख:-
कभी ऐसा ही बयान सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने दिया था और एक हिंदू ग्रुप ने उनके दफ्तर में घुसकर उनकी पिटाई की थी। जनमत संग्रह की बात कभी नेहरूजी के वक्त हुई थी, लेकिन शर्त के मुताबिक पाकिस्तान को भी पीओके से अपनी फौज हटानी थी और पाकिस्तान इसके लिए तब तैयार नहीं हुआ था, नतीजा ये हुआ कि जनमत संग्रह का मामला खटाई में पड़ गया था।
ऐसे में जनमत संग्रह के जरिए कश्मीर समस्या का हल अब भारत सरकार का स्टैंड नहीं रहा है, वैसे भी लाखों कश्मीरी पंडितों को वहां से भगाने के बाद तो ये मुमकिन ही नहीं रहा है। लेकिन उसके बारे में कोई भारतीय बात करे तो ये तो मुद्दा बनता ही है, लेकिन अगर यही काम वो किसी पाकिस्तानी अधिकारी के इशारे पर करे, तो वाकई में आपत्तिजनक है। ऐसे में कल को ट्विटर पर कोई शोभा डे को देशद्रोही कहने लगे, तो उनको बचाव करना मुश्किल हो जाएगा।
अवलोकन करें:-
हाल ही में जब 370 हटाने का ऐलान हुआ था, तब भी शोभा डे ने एक ट्वीट किया था कि कश्मीर की समस्या तो सुलझा दी अमित शाह जी, अब साकी नाके के चौक के जाम की समस्या भी सुलझा दो। बाद में इसी ट्वीट को लेकर उनका मजाक भी उड़ा, क्योंकि ये ट्वीट किसी कॉमेडियन की वॉल से चोरी किया गया था। जो भी हो शोभा डे को ये सब शोभा नहीं देता, खासतौर पर पाक के इशारे पर उनके एंगल से लेख लिखना। हालांकि ये विडियो किस कार्यक्रम का है, हमारे पास इसकी कोई जानकारी नहीं है। लेकिन आप अब्दुल बासित का ये विडियो देखकर शोभा डे के बारे में ये खुलासा खुद सुन सकते हैं—
अब्दुल बासित ने हाल ही में ये खुलासा पाकिस्तान में एक कार्यक्रम में किया है, जिसमें वह कह रहे हैं कि बुरहान वानी की कश्मीर में एनकाउंटर में मौत के बाद जिस तरह पैलट गन्स का इस्तेमाल किया गया, इकोनोमिक शट डाउन हुआ, वो भारत की मेनलैंड से किसी जर्नलिस्ट को ढूंढ रहे थे कि कोई तो इसके खिलाफ कुछ लिखता, लेकिन कोई तैयार ही नहीं हो रहा था। तभी एक खातूना मिलीं, शोभा डे और उन्होंने शोभा डे को कन्विंस किया। बासित ने बताया कि अपने लेख के आखिर में शोभा डे ने लिखा कि अब समय आ गया है कि कश्मीर मुद्दे का निपटारा होना चाहिए और वो भी जनमंत संग्रह से। ये वाकई में चौंकाने वाला खुलासा है।
पढ़िए शोभा डे का लेख:-
ऐसे में जनमत संग्रह के जरिए कश्मीर समस्या का हल अब भारत सरकार का स्टैंड नहीं रहा है, वैसे भी लाखों कश्मीरी पंडितों को वहां से भगाने के बाद तो ये मुमकिन ही नहीं रहा है। लेकिन उसके बारे में कोई भारतीय बात करे तो ये तो मुद्दा बनता ही है, लेकिन अगर यही काम वो किसी पाकिस्तानी अधिकारी के इशारे पर करे, तो वाकई में आपत्तिजनक है। ऐसे में कल को ट्विटर पर कोई शोभा डे को देशद्रोही कहने लगे, तो उनको बचाव करना मुश्किल हो जाएगा।
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