महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से मचे घमासान का शनिवार को अंत हो गया. तमाम अटकलों के बीच राज्य में भारतीय जनता पार्टी और एनसीपी ने मिलकर महाराष्ट्र में सरकार का गठन कर लिया है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी से गठबंधन पर एनसीपी में फूट पड़ गई है. पार्टी के शरद पवार और अजित पवार के खेमे में बंटने की खबर है. सूत्रों के मुताबिक एनसीपी के 25 से 30 विधायक अजित पवार के साथ हैं.बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार सुबह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर एक बार फिर से शपथ ले ली है. अब बीजेपी और एनसीपी को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना होगा.
महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए थे, जबकि 24 अक्टूबर को चुनाव परिणाम समाने आए थे. इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 105 सीटें मिली थीं जबकि शिवसेना को 56 सीटें मिली थीं. इस चुनाव में कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं जबकि एनसीपी को 54 सीटें मिली थीं.
#Maharashtra: अजीत पवार के #NCP टूटने की खबर, शरद पवार को NCP के टूटने की जानकारी नहीं थी@farah17khan pic.twitter.com/5Gjq3HaNxW— News18 India (@News18India) November 23, 2019
आखिर क्यों अजित पवार ने किया समर्थन
शपथ लेने के बाद अजित पवार ने कहा कि हम लोगों की समस्या के लिए साथ आए हैं. हम किसानों की समस्या को खत्म करना चाहते हैं. उनकी भलाई के लिए ही सरकार में आए हैं. उन्होंने कहा कि लोगों ने जिसे सरकार बनाने के लिए चुना था उन्हीं को सरकार बनानी भी चाहिए.
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