
उन्होंने कहा, “यह अच्छा है कि राहुल गॉंधी, राहुल सावरकर नहीं हैं। ऐसा होता हम सबको अपना मुॅंह छिपाना पड़ता। अब हम उम्मीद करते हैं कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपना वादा निभाएँगे। वे कई बार कह चुके हैं कि यदि किसी ने सावरकर का अपमान किया तो वे उसे सार्वजनिक रूप से पीटेंगे। मैं उम्मीद करता हूॅं कि शिवसेना ने सावरकर पर अपना स्टैंड नहीं बदला होगा।”
राहुल गाँधी के इस बयान से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे बेहद नाराज हैं। इस मसले पर वे कांग्रेस आलाकमान से बात करेंगे। उद्धव का कहना है कि ऐसे बयानों से बचा जाए जो गठबंधन के लिए ठीक नहीं है। इससे पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने सावरकर को देश का आदर्श बताते हुए कहा था कि इस पर कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने सावरकर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता की पंक्तियॉं “सावरकर माने तेज, सावरकर माने त्याग, सावरकर माने तप, सावरकर माने तत्व” भी ट्वीट की है।
सावरकर माने तेज— Sanjay Raut (@rautsanjay61) December 14, 2019
सावरकर माने त्याग
सावरकर माने तप ,
सावरकर माने तत्व ...
अटल बिहारी वाजपेयी
संजय राउत ने कहा, “वीर सावरकर को लेकर राहुल गाँधी ने जो कुछ भी कहा, वो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं से अपील करता हूँ कि वो वीर सावरकर के साहित्य को राहुल गाँधी को भेजें। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं को दिल्ली जाकर राहुल गाँधी को सावरकर की किताबें गिफ्ट करनी चाहिए, ताकि वो सावरकर को समझ सकें और उनकी गलतफहमी दूर हो सके। कांग्रेस नेताओं को राहुल गाँधी को यह भी बताना चाहिए कि वीर सावरकर ने अंग्रेजों के खिलाफ किस तरह संघर्ष किया था और लड़ाई लड़ी थी।”
इससे पहले भी संजय राउत राहुल गाँधी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि हिन्दुत्व विचारक के प्रति श्रद्धा को लेकर कोई “समझौता” नहीं किया जा सकता। उन्होंने ट्वीट किया था, ‘‘वीर सावरकर न सिर्फ महाराष्ट्र, बल्कि पूरे देश के लिए आदर्श हैं। सावरकर का नाम राष्ट्र और स्वयं के बारे में गौरव को दर्शाता है। नेहरू और गाँधी की तरह सावरकर ने भी देश के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। ऐसे प्रत्येक आदर्श को पूजनीय मानना चाहिए। इस पर कोई समझौता नहीं हो सकता।”
राहुल गॉंधी ने सावरकर को लेकर टिप्पणी शनिवार (दिसंबर 14, 2019) को रामलीला मैदान में कांग्रेस की रैली के दौरान की थी। ‘रेप इन इंडिया’ वाली टिप्पणी के लिए भाजपा की माफी की मॉंग पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘संसद में शुक्रवार(दिसम्बर 13) को भाजपा के लोगों ने कहा कि मैं अपने भाषण के लिए माफी मॉंगूॅं। मुझे कहते हैं कि सही बात बोलने के लिए माफी मॉंगो। मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है, मेरा नाम राहुल गॉंधी है। मैं सच्चाई के लिए कभी माफी नहीं मॉंगूॅंगा। मर जाऊँगा मगर माफी नहीं मॉंगूॅंगा और न कोई कांग्रेस वाला माफी मॉंगेगा।’’
जनता ने एक बार फिर राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया है। राहुल गांधी ने आज रामलीला मैदान में भारत बचाओ रैली को संबोधित किया। लेकिन देश की जनता ने इस भारत बचाओ नहीं गांधी बचाओ रैली करार दिया है। देश की जनता कांग्रेस की असलियत को जान चुकी है और सोशल मीडिया पर जमकर पोल खोल रही है। आप भी जानिए लोगों की राय-
Hail Raul Vinci The Clown Prince!— Jay® (@SaffronJay) December 14, 2019
BJP's Star Campainer & Our National Hero is Back in Action, Sharing His BangCock Experience !#RahulGandhi #BharatBachaoRally #CitizenshipAmendmentAct #notmygovernment pic.twitter.com/5IwpWNOhcM
No comments 🤐— कुंवर अजयप्रताप सिंह 🇮🇳 (@AjaySengar_) December 14, 2019
If you like it, do RT#CABPolitics #PariwarBachaoRally √ #BharatBachaoRally × pic.twitter.com/v8VXAzCwvP
— Upasana Singh (@upasanatigress) December 13, 2019
You name is not Rahul Savarkar. That we know. But neither is it Rahul Gandhi. Your actually name is Raul Vinci. @RahulGandhi— Savio Rodrigues 🇮🇳 (@PrinceArihan) December 14, 2019
इसके बाद से ही वे भाजपा और शिवसेना के निशाने पर हैं। दोनों दलों के सुर एक जैसे हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गॉंधी के बयान को शर्मनाक बताया है। भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्ह राव ने कहा है, “राहुल गॉंधी के लिए अधिक उपयुक्त नाम ‘राहुल जिन्ना’ है। मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति और सोच उन्हें मोहम्मद अली जिन्ना का वारिस बनाती है, सावरकर का नहीं।’’
‘CAB पर हिंसा करने वाले गजवा-ए-हिंद के समर्थक : गिरिराज सिंह
नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ ज़िले में तनाव की स्थिति है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं। भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने नागरिकता क़ानून का विरोध करने वालों को गजवा-ए-हिंद का समर्थक बताया है।
भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने रविवार (15 दिसंबर) को ट्वीट कर कहा, “CAB में नागरिकता देने का प्रावधान है लेने का नहीं…गजवा-ए-हिंद के समर्थक केरल, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी या अन्य जगह पर उपद्रव कर रहे हैं। यह गजवा-ए-हिंद के समर्थक हो सकते हैं, हिंदुस्तान के नहीं।”
सी॰ए॰बी॰ में नागरिकता देने का प्रावधान है लेने का नहीं .. गजवा ए हिंद के समर्थक केरल अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी या अन्य जगह पर उपद्रव कर रहे हैं ।— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) December 15, 2019
यह गजवा ए हिंद के समर्थक हो सकते हैं हिंदुस्तान के नहीं। pic.twitter.com/HY6goBK9gg
महादेव ने मोदी को मां भारती को सशक्त और सेवा करने के लिए भेजा..मोदीजी ने सर्जिकल स्ट्राइक,एयर स्ट्राइक,धारा370,3 तलाक,CAB बिल,NRC,राम मंदिर जैसे कई महान कार्य किये।— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) December 15, 2019
राहुल गांधी पाकिस्तान की ताल पे नाच रहे है और उनकी भाषा बोलकर हिंदुस्तान को बदनाम और कमजोर करने की साजिश रच रहे हैं pic.twitter.com/GnabQzVNKu
Union Minister Giriraj Singh: NRC (National Register of Citizens) should be implemented across the country, including Bihar & West Bengal. pic.twitter.com/rxUrvNdzUt— ANI (@ANI) December 15, 2019
मोदी सरकार में पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि महादेव ने माँ भारती को सशक्त और सेवा करने के लिए भेजा, मोदी जी ने सर्जिकल स्ट्राइक, अनुच्छेद-370, तीन तलाक़, नागरिकता संशोधन क़ानून (CAB), NRC, राम मंदिर जैसे कई महान कार्य किए।
पाकिस्तान की ताल पर नाच रहे राहुल गाँधी
राहुल गाँधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वो पाकिस्तान की ताल पर नाच रहे हैं और उनकी भाषा बोलकर हिन्दुस्तान को बदनाम और कमज़ोर करने की साज़िश रच रहे हैं।
इसके अलावा, गिरिराज सिंह ने बिहार और बंगाल में भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) लागू करने के लिए माँग फिर से दोहराई। उन्होंने कहा कि NRC आएगा तो इसे पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए और राज्यों को इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उनका कहना है कि लोकसभा और राज्यसभा से पारित होने के बाद यह क़ानून पूरे देश में एक साथ लागू होना चाहिए।
विपक्ष के विरोध के बावजूद नागरिकता (संशोधन) विधेयक बुधवार (11 दिसंबर) को राज्यसभा द्वारा और सोमवार (9 दिसंबर) को लोकसभा द्वारा पारित किया गया। मौजूदा क़ानून के मुताबिक किसी व्यक्ति को भारतीय नागरिकता लेने के लिए कम से कम 11 साल यहाँ रहना अनिवार्य था। नए कानून में पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों के लिए यह अवधि घटाकर 6 साल कर दी गई है। मौजूदा क़ानून के तहत भारत में अवैध तरीके से दाखिल होने वाले लोगों को नागरिकता नहीं मिल सकती थी और उन्हें वापस उनके देश भेजने या हिरासत में रखने का प्रावधान था।
वहीं, CAB के पारित होने के बाद विभिन्न मुस्लिम संगठनों से संबंधित कई सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किए। हालाँकि, यह विरोध प्रदर्शन तक ही सीमित नहीं रहा, ये जल्द ही हिंसा में तब्दील हो गया। खासकर पश्चिम बंगाल में हिंसा का उग्र रूप देखने को मिला।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद ज़िले में एक रेलवे स्टेशन परिसर में शुक्रवार शाम को हजारों लोगों द्वारा आग लगा दी गई, जिसमें अधिकतर लोग मुस्लिम समुदाय से संबंधित थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बेलडांगा रेलवे स्टेशन परिसर में रेलवे पुलिस बल के कर्मियों की भी पिटाई की।
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