
वहीं जानकारी है कि सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स को मदद देने के लिए राज्य में राष्ट्रीय राइफल्स की टुकड़ी भी पहुंचेगी. बताया गया कि अब तक असम में 5 कॉलम और त्रिपुरा में 3 कॉलम मिलिट्री तैनात कर दी गई है.

नागरिकता संशोधन विधेयक में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए गैर मुस्लिम शरणार्थी - हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है. यह विधेयक बुधवार को राज्यसभा से पारित किया गया. इस विधेयक के पारित होने के पहले भी पूर्वोत्तर में कई जगहों पर प्रदर्शन किये गए.
इंटरनेट सेवाओं पर लगाई गई रोक की अवधि को बढ़ाया
इससे पहले असम के दस जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर लगाई गई रोक की अवधि को बृहस्पतिवार की दोपहर 12 बजे से 48 घंटे के लिए और बढ़ा दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि शांति भंग करने के लिए सोशल मीडिया का ‘दुरुपयोग’ रोकने और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने के वास्ते इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई थी.
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह और राजनीतिक विभाग) संजय कृष्णा ने बताया कि लखीमपुर, धेमाजी, तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, चराइदेव, शिवसागर, जोरहाट, गोलाघाट, कामरूप (मेट्रो) और कामरूप में इंटरनेट सेवाएं बाधित रहेंगी. नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बीच बुधवार की शाम सात बजे इंटरनेट सेवाएं स्थगित कर दी गई थीं.
No comments:
Post a Comment