ननकाना साहेब गुरुद्वारे पर मुस्लिमों का हमला, कहा- कोई सिख नहीं रहेगा यहाँ, नाम होगा गुलाम-ए-मुस्तफा

पाकिस्तान, गुरुद्वारा, हमला
पाकिस्तान में ननकाना साहब का घेराव 
आर.बी.एल. निगम, वरिष्ठ पत्रकार  
पाकिस्तान में ननकाना साहेब पर पत्थरबाज़ी और सिखों के विरुद्ध हुए नारेबाजी से लगता है, पाकिस्तान अपने मूल विनाश की ओर अग्रसर है। इतिहास साक्षी है कि जब-जब हिन्दू और हिन्दू धर्म की रक्षा में सिख गुरुओं पर अत्याचार हुए हैं, उन अत्याचारियों का विनाश ही हुआ है। इस कटु सच्चाई को कोई झूठला नहीं सकता। यह पाकिस्तान समर्थकों का साथ देने वाले हिन्दुओं के लिए सन्देश है। अब कोई शिक्षित एवं बुद्धिजीवी होकर भी आंखें बंद कर बैठा रहे, ऐसे व्यक्तियों के बारे में कुछ कहना कठिन है। क्योकि जयचन्दों का तो हर युग में बोलबाला रहा है। 
ननकाना साहेब पर हमला करने वालों को नहीं मालूम कि इस स्थान का केवल सिख धर्म ही नहीं, अपितु हिन्दू धर्म से भी बहुत गहरा सम्बन्ध है। सिख यानि सरदार कोई और नहीं, हिन्दुओं के ही बड़े भाई है, और इस वास्तविकता को जानने और समझने के लिए पाकिस्तान समर्थको का साथ देने वाले हिन्दुओं को मुग़ल युग का वास्तविक इतिहास अध्ययन करना होगा। हमला करने वालों ने अपनी जेहादी हरकत से सिद्ध कर दिया है कि पाकिस्तान अपने मूल विनाश की ओर अग्रसर हो चूका है, जिसे कोई बाजवा, हाफिज या मसूद नहीं बचा सकता।   
जब कांग्रेस समर्थित युपीए राज में कश्मीर घाटी में शंकराचार्य गुफा का नाम सुलेमान हिल्स करने पर भाजपा के घोर विरोध करने पर कांग्रेस ने कदम पीछे किए थे। फिर उसके बाद से किसी आतंकी हमला होने पर "हिन्दू आतंकवाद" और "भगवा आतंकवाद" के नाम से हिन्दू धर्म को कलंकित किया जा रहा था, कांग्रेस समर्थित वामपंथी इतिहासकारों द्वारा भारत के गौरवमयी हिन्दू इतिहास को धूमिल कर मुग़ल आतताइयों को महान बताने पर, परिणाम सबके सामने है। भारत की सबसे पुरानी कांग्रेस और कम्युनिस्ट, दोनों ही पार्टियां, हाशिये पर आ चुकी हैं। 
पाकिस्तान से एक बार फिर अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थल को निशाना बनाने की खबर आ रही है। मामला ननकाना साहेब गुरुद्वारे का है। जहाँ आज यानी शुक्रवार को सौ से ज्यादा मुस्लिमों की आक्रोशित भीड़ गुरुद्वारे को घेरकर उसपर पत्थरबाजी कर रही है। ट्विटर पर बीबीसी के पत्रकार रविंद्र सिंह रॉबिन ने इस घटना की वीडियो डाली है। वे लगातार इस मामले पर जानकारी दे रहे हैं।
अपने ट्वीट में जानकारी देते हुए रॉबिन ने बताया कि वीडियो में नजर आ रही मुस्लिम भीड़ का नेतृत्व सिख लड़की जगजीत कौर का अपहरण कर उसे इस्लाम कबूल करवाने वाले मोहम्मद हसन के परिजनों ने किया है। उनके ट्विट्स के मुताबिक इस हमले के कारण ननकाना साहिब में करीब 30 सिख फँसे हुए हैं।
गौरतलब है कि ट्विटर पर पत्रकार ने इस संबंध में मुस्लिम भीड़ की एक वी़डियो भी जारी की है। जिसमें दंगाई कहते नजर आ रहे हैं कि वे ननकाना साहिब में एक भी सिख को नहीं रहने देंगे और गुरुद्वारे का नाम बदलकर गुलाम-ए-मुस्तफा कर देंगे।




पत्रकार द्वारा जारी वीडियो में देखा जा सकता है कि ननकाना साहिब में मुस्लिम भीड़ कितनी उग्र है। जिसमें एक मुस्लिम युवक सिख लड़की (जगजीत कौर) का अपहरण कर उसे इस्लाम कबूल करवाकर निकाह करने के मामले पर खुलेआम बातें कर रहा है और बाकी मुस्लिम पीछे उसके नारे लगा रहे हैं।
इनका आरोप है कि ‘अपनी मर्जी से इस्लाम कबूलने’ और ‘शादी करने वाली’ लड़कियों को लेकर सिख समुदाय बेवजह हंगामा खड़ा करता है। बता दें कि पिछले साल जिस जगजीत कौर का जबरन धर्मांतरण हुआ था, वह ननकाना साहिब गुरुद्वारे के ही ग्रंथी की बेटी हैं।
ताजा जानकारी के अनुसार इस उग्र भीड़ ने शाम होते-होते भी ननकाना साहिब गुरुद्वारे को घेर रखा है। वहीं, पुलिस-प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। लोग बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाकर अंदर छिपे हुए हैं।

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