देश को तोड़ देगा हिन्दी-हिन्दू-हिन्दुस्तान: योगेंद्र यादव

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार 
नागरिकता संशोधक कानून को मोदी सरकार की महान उपलब्धि से नवाज़ा जा रहा है, क्योकि इस कानून ने वह काम किया है, जो तीन तलाक कानून, कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त, वर्षों से लंबित अयोध्या में राममन्दिर निर्माण का रास्ता सुगम होने पर हो पाया, वह इस नागरिकता कानून ने कर दिया। यानि छद्दम समाजवाद, गंगा-यमुना तहजीब की माला जपने वाले और धर्म-निरपेक्षता का चोला पहने जनता को पागल बनाने वाले बेनकाब हो गए हैं। इन्हें देश से अधिक अपनी कुर्सी और तिजोरी की ज्यादा चिन्ता है। क्या अलगाववादी भड़काऊ बयान देने वाले राष्ट्र को किसी एक देश का नाम बताएंगे जहाँ यह कानून नहीं है। फिर किस आधार पर हिन्दू मुसलमान कर देश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंक रहे हैं? 
दूसरे, जब संविधान निर्माताओं ने Secular शब्द नहीं लिखा था, फिर आपातकाल में संविधान में जब Secular शब्द जोड़ा जा रहा था, तब संविधान के साथ छेड़छाड़ करने पर क्यों नहीं छातियां पिटीं? क्यों नहीं इस तरह धरने दिए? हिन्दू मुसलमान करके देश को बारूद के ढेर पर रखे हुए थे, लेकिन जब मोदी सरकार उस बारूद को समाप्त कर रही है, क्यों सडकों पर आकर विधवा-विलाप कर जनता को गुमराह किया जा रहा हैं? 
स्वराज्य पार्टी के प्रमुख और चर्चित लिबरल चेहरे योगेंद्र यादव ने आज हिन्दी, हिन्दुओं, हिन्दुस्तान को देश की अखंडता के लिए खतरा बताने वाला अजीबोगरीब और हिन्दुओं के प्रति घृणा से सना विवादस्पद बयान दे सुर्खियाँ बटोर लीं।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ एक इवेंट में मंच साझा करते हुए मंच से ही योगेंद्र यादव ने यह कह सनसनी फैला दी कि, “भारत हिन्दी, हिन्दू , हिन्दुस्तान से नहीं बनेगा, हिन्दी हिन्दू हिन्दुस्तान देश को तोड़ देगा… आज यह करने की कोशिश हो रही है।”
योगेंद्र यादव पहले भी इसी तरह के विवादित बयानों के कारण चर्चा में आते रहे हैं। कुछ दिन पहले यादव ने बनारस में लोगों को संबोधित करते हुए नागरिकता कानून के विरोध के बारे में कहा था कि शाहीन बाग जैसे 732 आंदोलन भी देशभर में खड़े होंगे और इसका केंद्र उत्तर प्रदेश होगा क्योंकि प्रदेश में जिस तरह से सरकार के इशारे पर पुलिस ने 20 लोगों की हत्या की और वाराणसी समेत पूरे प्रदेश में हजारों को लोगों को झूठे मुकदमे में फँसा दिया गया।

योगेंद्र यादव ने तब कहा था, “महिलाएँ जब सड़क पर उतरती हैं तो यह असली आवाज होती है और दिल्ली के शाहीन बाग ने इसे सिद्ध कर दिया है। अब यह आंदोलन पीछे नहीं हटेगा।”
नागरिकता कानून, नागरिकता रजिस्टर और एनआरसी आदि पर इसी प्रकार ऊलजलूल बयान देकर लोगों को भ्रमित करने और भड़काने वाले योगेंद्र यादव ने शाहीन बाग़ आदि में चल रहे विरोध प्रदर्शनों को मोदी सरकार के कई फैसलों से “सफोकेटेड” लोगों का गुस्सा बतलाया था।

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