कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश में संक्रमण का आँकड़ा 80 के पार पहुँच चुका है। बीते 24 घंटे में मेरठ से इसके 13 मामले आए हैं। संक्रमण की मार झेल रहे मेरठ में लॉकडाउन के बीच जहाँ लोगों को घर में ही रहने की अपील की जा रहा है। वहीं जिले की दो मस्जिदों में 19 विदेशी नागरिकों के मिलने के बाद हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है के ये विदेशी नागरिक जमात के संग 17 और 21 मार्च को मेरठ पहुँचे थे। ये सभी धर्म प्रचारक बताए जा रहे हैं।
ये विदेशी मौलवी इंडोनेशिया, केन्या, सूडान और जिबूती समेत अन्य देशों से हैं। हैरान कर देने वाली बात ये है कि ये सभी लॉकडाउन के दौरान मस्जिद में ही रह रहे थे और इन्हें शरण देने वालों ने भी पुलिस को जानकारी देना मुनासिब नहीं समझा। एलआईयू की जाँच के बाद मामले का खुलासा करते हुए फिलहाल इन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया है। इसके साथ ही इनकों शरण देने वालों के खिलाफ FIR भी दर्ज कर ली गई है।
दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में हो रहे विरोध-प्रदर्शन के बाद से मवाना में विदेशी लोगों के होने की सूचना मिल रही थी। तभी से यहाँ खुफिया विभाग सक्रिय था और फिर वहाँ पर कोरोना के लगातार बढ़ रहे केसों को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। पुलिस के साथ ही एलआईयू के अधिकारी भी चप्पे-चप्पे पर नजर रख रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान पुलिस और एलआईयू की टीम को जानकारी मिली थी कि सरधना और मवाना क्षेत्र की मस्जिदों में कुछ विदेशी नागरिक रह रहे हैं। इसके बाद सीओ यूएन मिश्रा, इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी की अगुवाई में पुलिस टीम ने दबिश दी। जहाँ वो लोग आराम फरमाते हुए मिले।
फिर पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए मवाना स्थित बिलाल मस्जिद में देर रात 10 और सरधना में आजाद नगर स्थित मस्जिद में 9 विदेशी मौलवियों को पकड़ा। इनके कागजात और पासपोर्ट कब्जे में ले लिए गए हैं। ये सभी 17 मार्च से यहाँ रह रहे हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। बिलाल मस्जिद में यह जमात 17 मार्च को सूडान और केन्या से आई थी। किसी को पता न चले, इसलिए मस्जिद के बाहर ताला लगा रखा था। इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी ने बताया कि सभी 10 विदेशी जमातियों को उसी मस्जिद के अलग-अलग कमरों में आईशोलेट कर दिया गया है। थर्मल स्क्रीनिंग में सभी सामान्य पाए गए हैं। फिर भी एहतियात के तौर पर उनका कोरोना सैंपल सोमवार को लिया जाएगा। मस्जिद के इमाम मौलाना शौकत व अन्य से भी पूछताछ की गई।
इसी तरह पुलिस ने मेरठ के मवाना क्षेत्र स्थित एक मस्जिद से 9 विदेशी मौलवियों को पकड़ा, जो इंडोनेशिया के रहने वाले हैं। ये सभी जमाती 21 मार्च को यहाँ पहुँचे थे और तभी से यहाँ ही रह रहे थे। दारोगा राजवीर सिंह ने विदेशी जमातियों की सूचना नहीं देने पर मस्जिद के मोहतमिम हारून व इमरान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसके साथ ही इन जमातियों के परीक्षण के लिए स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई है।
अवलोकन करें:-
इसके साथ ही मवाना में दारोगा नरेंद्र सिंह ने शहर काजी मौलाना नफीस, एडवोकेट असलम, नईम सौफी समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 188, 269, 270 व 14 विदेशी अधिनियम, महामारी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। शहर काजी मौलाना नफीस ने बताया कि विदेश से जमात आती हैं। दुनिया में जो भी जमात चलती है सबसे पहले मरकज निजामुद्दीन दिल्ली में आती है। वहाँ से ही निजाम बनाकर जमातों को भेजते हैं। पूरा रिकार्ड रहता है। फिलहाल पुलिस इनके मंसूबों के बारे में पता लगाने में जुटी है।
ये विदेशी मौलवी इंडोनेशिया, केन्या, सूडान और जिबूती समेत अन्य देशों से हैं। हैरान कर देने वाली बात ये है कि ये सभी लॉकडाउन के दौरान मस्जिद में ही रह रहे थे और इन्हें शरण देने वालों ने भी पुलिस को जानकारी देना मुनासिब नहीं समझा। एलआईयू की जाँच के बाद मामले का खुलासा करते हुए फिलहाल इन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया है। इसके साथ ही इनकों शरण देने वालों के खिलाफ FIR भी दर्ज कर ली गई है।

फिर पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए मवाना स्थित बिलाल मस्जिद में देर रात 10 और सरधना में आजाद नगर स्थित मस्जिद में 9 विदेशी मौलवियों को पकड़ा। इनके कागजात और पासपोर्ट कब्जे में ले लिए गए हैं। ये सभी 17 मार्च से यहाँ रह रहे हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। बिलाल मस्जिद में यह जमात 17 मार्च को सूडान और केन्या से आई थी। किसी को पता न चले, इसलिए मस्जिद के बाहर ताला लगा रखा था। इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी ने बताया कि सभी 10 विदेशी जमातियों को उसी मस्जिद के अलग-अलग कमरों में आईशोलेट कर दिया गया है। थर्मल स्क्रीनिंग में सभी सामान्य पाए गए हैं। फिर भी एहतियात के तौर पर उनका कोरोना सैंपल सोमवार को लिया जाएगा। मस्जिद के इमाम मौलाना शौकत व अन्य से भी पूछताछ की गई।
From Bihar to Tamil Nadu: Foreign Islamic preachers have caused a real headache for the authorities fighting Coronavirus https://t.co/789os4EoIj— Siddarth Pai (@siddarthpaim) March 28, 2020
इसी तरह पुलिस ने मेरठ के मवाना क्षेत्र स्थित एक मस्जिद से 9 विदेशी मौलवियों को पकड़ा, जो इंडोनेशिया के रहने वाले हैं। ये सभी जमाती 21 मार्च को यहाँ पहुँचे थे और तभी से यहाँ ही रह रहे थे। दारोगा राजवीर सिंह ने विदेशी जमातियों की सूचना नहीं देने पर मस्जिद के मोहतमिम हारून व इमरान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसके साथ ही इन जमातियों के परीक्षण के लिए स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई है।
अवलोकन करें:-
इसके साथ ही मवाना में दारोगा नरेंद्र सिंह ने शहर काजी मौलाना नफीस, एडवोकेट असलम, नईम सौफी समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 188, 269, 270 व 14 विदेशी अधिनियम, महामारी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। शहर काजी मौलाना नफीस ने बताया कि विदेश से जमात आती हैं। दुनिया में जो भी जमात चलती है सबसे पहले मरकज निजामुद्दीन दिल्ली में आती है। वहाँ से ही निजाम बनाकर जमातों को भेजते हैं। पूरा रिकार्ड रहता है। फिलहाल पुलिस इनके मंसूबों के बारे में पता लगाने में जुटी है।
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