
कांग्रेस नेता हरजीत भट्टी, जो कि पेशे से एक डॉक्टर हैं, ने सोमवार(मार्च 23, 2020) को ट्विटर पर दावा किया कि असम मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य कर्मियों को खुद को प्लास्टिक बैग में कवर करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि ये वो प्लास्टिक की थैलियाँ हैं, जिसका इस्तेमाल जैव चिकित्सा अपशिष्ट (biomedical waste) को ले जाने के लिए किया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि असम मेडिकल कॉलेज में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों (PPE) की कमी है।
फिल्मकार-पत्रकार विनोद कापड़ी, जो नियमित रूप से फर्जी खबरें फैलाने में लिप्त रहते हैं, वे भी इसमें शामिल हो गए हैं। देश में छाए संंकट के बीच भी उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने का मौका नहीं छोड़ा। इसके साथ ही अन्य ‘पत्रकारों’ ने भी भट्टी के ट्वीट को फैलाने का काम किया, जैसा कि वो हमेशा किया करते हैं।
वामपंथी प्रोपेगेंडा वेबसाइट द वायर की पत्रकार ने भी Joydas के असत्यापित ट्वीट को शेयर किया। जिसे Joydas ने बाद में बिना किसी स्पष्टीकरण के डिलीट कर दिया।
इसी तरह का दावा कांग्रेस के सोशल मीडिया संयोजक सरल पटेल ने भी किया।
सिर्फ ताली से काम नहीं चलेगा! This is unacceptable. #covid19 https://t.co/bGEfqvrxxP— vijaita singh (@vijaita) March 23, 2020
Questioning the government’s priorities is now an anti national act according to some people. But the most patriotic thing a citizen can do is to hold its government accountable. Ministers don’t need glitzy new offices. Doctors need protective gear. https://t.co/s1t3WKWEn6— Rohini Singh (@rohini_sgh) March 23, 2020
This is how Healthcare workers in Assam Medical College are forced to cover themselves, yes, with plastic bags which are used to carry thrash because of lack of protection coveralls.— Saral Patel (@SaralPatel) March 23, 2020
On 10 January 2019, the WHO issued an order to the governments across the world. 1/3 pic.twitter.com/WupAhUBgNJ
This tweet is highly motivated and some one must be doing purposefully. We have supplied good number of PPE kits in last 3 days. Police has been asked to register an FIR and investigate . I have personally in touch with hospital authorities https://t.co/c0xVRN5Y2G— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) March 23, 2020
हालाँकि असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंता विश्व शर्मा ने उनके सारे दावों को झूठा करार दिया।

शर्मा के स्पष्टीकरण के बाद भट्टी, कापड़ी और Joydas ने चुपचाप अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया, जबकि कांग्रेस मीडिया संयोजक सरल पटेल ने अपने नेता शशि थरूर की तरह इसे अपने टाइमलाइन से डिलीट नहीं हटाया।
इधर हरजीत भट्टी ने उसी तस्वीर के साथ एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि उन्हें असम मेडिकल कॉलेज से फोन आया कि उनके पास PPE है। इस प्लास्टिक बैग से परीक्षण किया गया था कि अगर मरीजों की संख्या में वृद्धि होगी तो PPE की कमी होने पर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इस ट्वीट के जरिए उन्होंने एक बार फिर से आधारहीन दावा किया।
अवलोकन करें:-
डॉ हरजीत सिंह भट्टी कांग्रेस पार्टी के अखिल भारतीय चिकित्सा सेल के राष्ट्रीय संयोजक हैं। पिछले साल फरवरी में उन्हें कांग्रेस पार्टी में इस पद पर नियुक्त किया गया था। भट्टी सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही नहीं बल्कि भीम आर्मी के भी काफी नजदीकी हैं। वह भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद के डॉक्टर होने का दावा करते हैं। आजाद इन दिनों जमानत पर बाहर है और भट्टी यह दावा करते हुए कि वह बेहद अस्वस्थ हैं, आजाद के चिकित्सा देखभाल की माँग को लेकर काफी मुखर रहे हैं। वह न केवल आजाद के डॉक्टर हैं, बल्कि वो उनके समर्थक भी हैं, क्योंकि उन्हें हैशटैग #AzaadiForAzad के साथ ट्वीट पोस्ट करते हुए देखा गया है।
No comments:
Post a Comment