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प्रतीकात्मक |
गाजियाबाद पुलिस ने इमरान के सम्बन्ध में दिल्ली पुलिस को सूचना दी। अब दिल्ली पुलिस यह पता करने में जुटी है कि उन जमातियों ने इमरान से कैसे संपर्क साधा या फिर इमरान उन्हें कैसे जानता था। दिल्ली पुलिस को आशंका है कि इमरान ने पहले भी जमातियों को बॉर्डर पार कराया होगा। लिहाजा यह पता लगाना आवश्यक है कि उसने कितने लोगों की अवैध रूप से मदद की है। पुलिस उन सभी के बारे में पता कर उन्हें ट्रेस करने में जुटी हुई है। इमरान जिन्हें लेकर जा रहा था, वे अमरोहा के रहने वाले थे।
#Breaking | Delhi Police suspends constable for helping Tablighis flee.— TIMES NOW (@TimesNow) April 5, 2020
The constable had helped 8 Tablighis cross the Delhi-U.P border.
Siddhant with details. pic.twitter.com/u7BubsY5Fl
इमरान के साथ-साथ वे सभी लोग भी दबोचे जा चुके हैं, जिसे उसने बॉर्डर पार कराने का प्रयास किया था। उन सभी को आइसोलेशन में रखा गया है। इमरान उत्तर प्रदेश के लोनी का रहने वाला है। बता दें कि तबलीगी जमात के 2500 मुसलमान दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज़ में छिपे हुए थे। यहाँ से निकल कर करीब 1500 देश के विभिन्न राज्यों में गए हैं। इनमें से अधिकतर को पुलिस ट्रेस कर चुकी है जबकि बाकियों की तलाश जारी है। कई जिलों में इन लोगों के मजहबी कार्यक्रम हुए थे और लॉकडाउन के बाद जो जहाँ थे, वहीं छिप गए। कई क्षेत्रों में पुलिस जब मुस्लिम बहुल इलाक़ों में इन जमातियों का पता लगाने गई तो पुलिस पर ही हमले किए गए।
अवलोकन करें:-
इमरान मामले में अभी तक उत्तर प्रदेश पुलिस ने कोई केस फाइल नहीं किया है। उसे गाजियाबाद के टीला मोड़ से दबोचा गया था। तबलीगी जमात वालों के कारण भारत में कोरोना वायरस के नए मामलों में काफ़ी वृद्धि आई है। जितने भी नए मरीज सामने आ रहे हैं, उनमें अधिकतर जमाती ही हैं।
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