
संबित पात्रा ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर के पूछा था कि पालघर के इस भयावह वीडियो में सफ़ेद और पीले रंग की टीशर्ट पहना व्यक्ति कौन है? उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों से कहा था कि अगर किसी को उसकी पहचान पता हो तो वो बताएँ। उनका कहना था कि उक्त व्यक्ति की पहचान सामने आने के बाद गुत्थी सुलझ सकती है। वो भीड़ को निर्देशित करता हुआ भी दिखता है। भाजपा के महासचिव सुनील देवधर ने स्थानीय लोगों के हवाले से बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि उस व्यक्ति का नाम काशीनाथ चौधरी है।
इस भयावह विडीओ में ये जो शख़्स पीले और सफ़ेद T Shirt में खड़ा है ..कोई महाराष्ट्र का व्यक्ति बता सकता है ये कौन है?— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 20, 2020
इससे भी गुत्थी सुलझेगी। pic.twitter.com/tzhbOYefMd
Very important revelations in the #PalgharMobLynching case— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 20, 2020
It clearly establishes a deep nexus!
Why should politicians & leaders be present at the Lynching site ..what were they doing ..Instigating??
And @Sunil_Deodhar ji the parties whose leaders were present are Saffron Haters! https://t.co/vb2RuWkoyF
काशीनाथ चौधरी शरद पवार की ‘नेशनलिस्ट कॉन्ग्रेस पार्टी’ का जिला सदस्य है। देवधर की मानें तो हत्यारी भीड़ में वामपंथी पार्टी सीपीएम के पंचायत सदस्य व उसके साथ विष्णु पातरा, सुभाष भावर और धर्मा भावर भी शामिल थे। हत्यारी भीड़ में एनसीपी और सीपीएम नेताओं की मौजूदगी कई सवाल खड़े करती है। एनसीपी महाराष्ट्र की सत्ताधारी पार्टी है और शिवसेना के साथ गठबंधन में मिल कर सरकार चला रही है। संबित पात्रा ने इसे पालघर केस में बड़ा खुलासा करार दिया।
आदिवासी कभी भगवाधारी पर हमला कर नहीं सकते|— Sunil Deodhar (@Sunil_Deodhar) April 20, 2020
पालघर की हत्यांए चोर नहीं बल्कि साधु है यह जान कर ही की गयी।
वर्षोंसे वामपंथीयों का गढ़ रहे इस दहानू क्षेत्र का MLA भी सीपीएम-एनसीपी गठबंधन का है।
हमलावरोंको आदिवासी नहीं बल्कि #मार्क्सवादी_हत्यारे कहना ही उचित होगा।#पालघर_के_गुनहगार pic.twitter.com/Gi9lW5OYc2
पालघर की घटना की जांच सीबीआई से कराने की मांग, अखिल भारतीय संत समिति ने कह इन सवालों के जवाब दो?— Vikas Bhadauria (ABP News) (@vikasbhaABP) April 20, 2020
300 लोगों की भीड़ #Lockdown2 में कैसे इकट्ठा हुई ? पुलिस संतो के बचाने के बजाय क्यों भाग रही थी ? पुलिस ने संतों को बचाने के लिए हवाई फायरिंग क्यों नहीं की ?#PalgharMobLynching pic.twitter.com/hFnA2NHYJK
पात्रा ने कहा कि ये घटना और इससे जुड़े खुलासे एक बहुत बड़ी साज़िश की ओर इंगित करते हैं। उन्होंने कहा कि उस जगह पर राजनेताओं की मौजूदगी का क्या अर्थ समझा जाए? वो क्या कर रहे थे? पात्रा ने पूछा कि कहीं वो भीड़ को भड़का तो नहीं रहे थे? उन्होंने ये भी याद दिलाया कि वहाँ उन्हीं पार्टियों के लोग मौजूद हैं, जो भाजपा से घृणा करते हैं, भगवा से घृणा करते हैं।
अवलोकन करें:-
बता दें कि देश के गृहमंत्री अमित शाह ने भी पालघर में साधुओं की मॉब-लिंचिंग पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से रिपोर्ट तलब की है।

महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं की हत्या के बाद मीडिया के कुछ लिबरल-सेकुलर पक्षकार कांग्रेस-एनसीपी समर्थित उद्धव ठाकरे सरकार की बचाव में आगे आ गए हैं। साधुओं की हत्या को चोरी और लूटपाट की सामान्य घटना बता फेक नैरेटिव गढ़ने की कोशिश हो रही है। कुछ कथित पक्षकार पूरे मामले की लीपापोती करने में लगे हुए हैं। महाराष्ट्र पुलिस दो साधुओं को एक खास समुदाय के भीड़ के हवाले कर देती है। पुलिस के सामने भीड़ वृद्ध साधुओं को पीट-पीटकर मार डालती है, लेकिन ये जानकर कि पालघर के इस आदिवासी बहुल इलाके में साधुओं पर हमला करने वाले खास समुदाय के थे, कांग्रेस और एनसीपी के समर्थन से चलने वाली उद्धव सरकार से कोई सवाल नहीं पूछा जाता है। तबरेज अंसारी की चोरी के कारण मॉब लिंचिंग में हिंदू एंगेल देखने वाले पक्षकार कह रहे हैं कि पालघर की घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर किसके इशारे पर काम करते हैं ये पक्षकार…


मुस्लिम के नाम पर हो- हल्ला मचा देने वाले लिबरल गैंग के महानुभाव लोग पालघर पर मौन धारण किए हुए हैं। ये वही लोग हैं जो हिंदुओं की हत्या करने वालों के खिलाफ कुछ नहीं कहता। ये वही जमात है जो साधुओं की हत्या पर खामोश रहता है। ये वही कुनबा है जो असम, बंगाल में हिंदू महिलाओं पर हो रहे अत्याचार-बलात्कार पर कुछ नहीं बोलता। ये वही लोग हैं जिन्होंने कश्मीर में हजारों हिंदू महिलाओं की अस्मत तार-तार करने वालों पर कभी कुछ नहीं कहता। ये सिलेक्टिव हैं और अपनी सहूलियत के हिसाब से ही मुद्दे उठाते हैं और उसे भुनाते हैं। इन पक्षकारों का नैरेटिव हिंदू और मुस्लिम पर किस तरह से बदल जाता है खुद देख लीजिए…




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