आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने पिछले कुछ हफ्तों से एक ऐसा जिम्मा उठाया हुआ है, जिसके लिए उन्हें चारों तरफ से तारीफें मिल रही हैं। लॉकडाउन में फँसे बेबस प्रवासी मजदूरों को सोनू बस का इंतजाम कर उनके घर भेजने का काम कर रहे हैं।
लेकिन इस बीच वे कांग्रेसियों के निशाने पर आ गए हैं। इसका कारण सोनू सूद का महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलना है। सोनू सूद ने शनिवार (मई 30, 2020) को राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की थी।
सोनू सूद ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें घर पहुँचाए जा रहे प्रवासी मजदूरों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान सोनू सूद ने राज्यपाल को यह भी बताया कि वह कैसे प्रवासियों को घर पहुँचा रहे हैं और उनके लिए भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सोनू सूद के इस अच्छे काम की सराहना की और उन्हें पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।
इसके तुरंत बाद सोनू सूद के ऊपर कांग्रेस समर्थकों ने हमला बोला। उन्होंने सोनू सूद को बीजेपी का एजेंट करार देते हुए कहा कि वो अच्छा काम इसलिए कर रहे हैं, ताकि राज्य में कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की सरकार को बुरा दिखाया जा सके।
कहते हैं न कि 'गुड़ खाएं, खुलखुलों से परहेज करें', जो कांग्रेस पर सटीक बैठती है। यानि जब सोनू अच्छा काम कर रहे हैं, फिर किस आधार पर आलोचना की जा रही है, समझा जा सकता है। क्योकि मोदी विरोध में कांग्रेस को यह नहीं मालूम चल रहा कि हमें किसे, कब, कैसे और क्यों विरोध करे?
सोनू सूद की तुलना अन्ना हजारे के साथ भी की गई, जिन्होंने इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन शुरू किया, जिसके कारण अंततः आम आदमी पार्टी का निर्माण हुआ।
इतना ही नहीं, उन्हें खलनायक भी बनाया गया, क्योंकि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एवं अन्य भाजपा नेताओं ने उनके काम की तारीफ की और उनके काम में मदद भी की।
भाजपा नेता भी लगातार लोगों की मदद कर रहे हैं। भाजपा दिल्ली के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ही दिल्ली में फँसे प्रवासियों की राशन आदि देकर मदद पहुँचा रहे हैं। वहीं, सोनू सूद के काम की प्रशंसा कांग्रेस नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी की थी।
इसी तरह, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी उनके प्रयासों की सराहना की थी।
उन पर ‘उच्च जाति के हिन्दू’ होने के लिए हमला किया गया। अब कोई इन सिरफिरों से पूछे "क्या भारत में हिन्दू होना पाप है?" कदम-कदम पर साम्प्रदायिकता करना कांग्रेस की फितरत बन चुकी है।
जल्द ही इसमें कांग्रेस मिशनरी भी शामिल हो गए और सोनू सूद पर निशाना साधने लगे।
कुछ लोगों ने तो यह भी आगाह किया कि वे उनकी तारीफ करने से परहेज करें, क्योंकि अगर वह भविष्य में भाजपा में शामिल हो जाते हैं तो फिर क्या होगा।
मई 31, 2020 को एक और कपोल कल्पना को हवा दी गई कि चूँकि उन्होंने अखिल भारतीय बंजारा सेवा संघ के अध्यक्ष शंकर पवार की मदद की, जिन्होंने कभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अपनी तस्वीर क्लिक करवाई थी, तो इसका मतलब है कि प्रवासियों को घर पहुँचाने में वह निश्चित रूप से भाजपा की कठपुतली है। 2017 में शंकर पवार के बेटे सनी पवार ने ठाणे चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के रूप में लड़ा था।
बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद उन प्रवासियों के लिए बसों की व्यवस्था कर रहे हैं जो देश के अन्य हिस्सों में फँस गए हैं। उन्होंने सैकड़ों बसों की व्यवस्था की है और हजारों प्रवासी श्रमिकों को घर भेजा है। वह लगातार बिना रुके ये काम कर रहे हैं और अब तो उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर भी इसके लिए जारी कर दिया है।
अब उनके सभी अच्छे काम उनके राजनीतिक झुकाव की कोरी कल्पना के तहत सोशल मीडिया पर एक विशेष वर्ग द्वारा संदेह के घेरे में है।
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने पिछले कुछ हफ्तों से एक ऐसा जिम्मा उठाया हुआ है, जिसके लिए उन्हें चारों तरफ से तारीफें मिल रही हैं। लॉकडाउन में फँसे बेबस प्रवासी मजदूरों को सोनू बस का इंतजाम कर उनके घर भेजने का काम कर रहे हैं।
लेकिन इस बीच वे कांग्रेसियों के निशाने पर आ गए हैं। इसका कारण सोनू सूद का महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलना है। सोनू सूद ने शनिवार (मई 30, 2020) को राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की थी।
सोनू सूद ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें घर पहुँचाए जा रहे प्रवासी मजदूरों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान सोनू सूद ने राज्यपाल को यह भी बताया कि वह कैसे प्रवासियों को घर पहुँचा रहे हैं और उनके लिए भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सोनू सूद के इस अच्छे काम की सराहना की और उन्हें पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।
इसके तुरंत बाद सोनू सूद के ऊपर कांग्रेस समर्थकों ने हमला बोला। उन्होंने सोनू सूद को बीजेपी का एजेंट करार देते हुए कहा कि वो अच्छा काम इसलिए कर रहे हैं, ताकि राज्य में कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की सरकार को बुरा दिखाया जा सके।
कहते हैं न कि 'गुड़ खाएं, खुलखुलों से परहेज करें', जो कांग्रेस पर सटीक बैठती है। यानि जब सोनू अच्छा काम कर रहे हैं, फिर किस आधार पर आलोचना की जा रही है, समझा जा सकता है। क्योकि मोदी विरोध में कांग्रेस को यह नहीं मालूम चल रहा कि हमें किसे, कब, कैसे और क्यों विरोध करे?
प्रसिद्ध अभिनेते सोनू सूद यांनी राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी यांची राजभवन येथे भेट घेतली. स्थलांतरित लोकांना त्यांच्या मूळ राज्यात पोहचविण्यासाठी तसेच लाखो लोकांच्या भोजन व्यवस्थेसाठी त्यांनी केलेल्या प्रयत्नांची सूद यांनी राज्यपालांना माहिती दिली. pic.twitter.com/OnOL2qF5r3— Governor of Maharashtra (@maha_governor) May 30, 2020
सोनू सूद की तुलना अन्ना हजारे के साथ भी की गई, जिन्होंने इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन शुरू किया, जिसके कारण अंततः आम आदमी पार्टी का निर्माण हुआ।
Anna Hazare was used to spread Hate against Congress— Ahmed Bilal Chowdhary ( احمد بلال چوہدری ) (@AhmedBilal_JK) May 31, 2020
Sonu Sood is being used to take hate away from BJP
At a time when govt is demanding fitness certificate of buses 4m opposition camp.dis gentleman is getting planes for evacuation
India can't afford another Hazare
Sonu = Hazare pic.twitter.com/bqDW2JjBv9
How come no BJP govt is creating hurdles for Sonu Sood? How is he getting all the permissions? Isn't he making the govt look bad? I am curious to know. Some miracle this, under BJP govt.— Sanghamitra (@AudaciousQuest) May 30, 2020
So finally Sonu Sood got his chance? pic.twitter.com/4bVd4TBZZE— Sanghamitra (@AudaciousQuest) May 30, 2020
इतना ही नहीं, उन्हें खलनायक भी बनाया गया, क्योंकि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एवं अन्य भाजपा नेताओं ने उनके काम की तारीफ की और उनके काम में मदद भी की।
भाजपा नेता भी लगातार लोगों की मदद कर रहे हैं। भाजपा दिल्ली के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ही दिल्ली में फँसे प्रवासियों की राशन आदि देकर मदद पहुँचा रहे हैं। वहीं, सोनू सूद के काम की प्रशंसा कांग्रेस नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी की थी।
It fills me with immense pride whenever I read about my fellow Punjabis going beyond their call of duty to help those in need & this time it is our Moga boy @SonuSood who has been actively helping migrant workers by arranging for their food & transportation. Good work Sonu!— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) May 28, 2020
Why @SonuSood will join BJP in the near future. A thread:— Bruce Vain (@FeministBatman) May 30, 2020
इसी तरह, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी उनके प्रयासों की सराहना की थी।
Thank Bollywood actor @SonuSood for coming forward to help #Odisha girls, stranded in Kerala during nationwide #COVID19 lockdown, to reach home safe. His humanitarian gesture is indeed commendable.— CMO Odisha (@CMO_Odisha) May 29, 2020
उन पर ‘उच्च जाति के हिन्दू’ होने के लिए हमला किया गया। अब कोई इन सिरफिरों से पूछे "क्या भारत में हिन्दू होना पाप है?" कदम-कदम पर साम्प्रदायिकता करना कांग्रेस की फितरत बन चुकी है।
8. We all know why, Rana is not only a woman and a Muslim (2 groups the RSS ideology others) but also one of the few voices to document the Gujarat & recent Delhi pogorms & question govt's role in them, bringing intl media attn. As such. she's hardly a poster child for the Sangh.— Bruce Vain (@FeministBatman) May 30, 2020
Why is it that no Bjp ruled state demanded fitness certificates and other details of busses arranged by Sonu Sood to send back #MigrantLabourers to their homes ?— Vinay Kumar Dokania🇮🇳 | विनय कुमार डोकानिया (@VinayDokania) May 31, 2020
Congressis should rein in their praise for Sonu Sood. The man was caught during the Cobrapost sting agreeing to peddle BJP propaganda for 2.5 crores. Don't go supporting him only for him to, later on, shrug us and praise fuhrer— आत्मनिर्भर लिबरल मंत्री (@LiberalMantri) May 28, 2020
जल्द ही इसमें कांग्रेस मिशनरी भी शामिल हो गए और सोनू सूद पर निशाना साधने लगे।
कुछ लोगों ने तो यह भी आगाह किया कि वे उनकी तारीफ करने से परहेज करें, क्योंकि अगर वह भविष्य में भाजपा में शामिल हो जाते हैं तो फिर क्या होगा।
Shankar pawar in white....... pic.twitter.com/cOUTkmSq4V— Raju Parulekar (@rajuparulekar) May 31, 2020
मई 31, 2020 को एक और कपोल कल्पना को हवा दी गई कि चूँकि उन्होंने अखिल भारतीय बंजारा सेवा संघ के अध्यक्ष शंकर पवार की मदद की, जिन्होंने कभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अपनी तस्वीर क्लिक करवाई थी, तो इसका मतलब है कि प्रवासियों को घर पहुँचाने में वह निश्चित रूप से भाजपा की कठपुतली है। 2017 में शंकर पवार के बेटे सनी पवार ने ठाणे चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के रूप में लड़ा था।
Mitron? https://t.co/945i4TKh7W— Saket Gokhale (@SaketGokhale) May 31, 2020
This is another picture of the man in white with Sonu Sood - this time with Modi ji. He’s Shankar Pawar - President of All Indian Banjara Seva Sangh. pic.twitter.com/NBW8bYGgTH— Saket Gokhale (@SaketGokhale) May 31, 2020
I always had a doubt on Sood's connection!— mahua dey (@mahuadey20) May 31, 2020
He is doing a great job.. Admirable..
But he has managed of doing this with so ease and without any obstruction is so doubtful from the beginning!
बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद उन प्रवासियों के लिए बसों की व्यवस्था कर रहे हैं जो देश के अन्य हिस्सों में फँस गए हैं। उन्होंने सैकड़ों बसों की व्यवस्था की है और हजारों प्रवासी श्रमिकों को घर भेजा है। वह लगातार बिना रुके ये काम कर रहे हैं और अब तो उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर भी इसके लिए जारी कर दिया है।
अब उनके सभी अच्छे काम उनके राजनीतिक झुकाव की कोरी कल्पना के तहत सोशल मीडिया पर एक विशेष वर्ग द्वारा संदेह के घेरे में है।
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