पूर्वी दिल्ली में सीएए विरोध के नाम पर हुए हिंदू विरोधी दंगों के दौरान आईबी इंस्पेक्टर अंकित शर्मा की हुई हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए आम आदमी पार्टी से निलंबित नगर निगम पार्षद ताहिर हुसैन ने ‘काफिरों’ को मारने के लिए धर्म के नाम पर भीड़ को उकसाया था। इस बात का जिक्र दिल्ली पुलिस ने गवाह के बयानों का हवाला देते हुए दायर किए गए आरोप पत्र में किया है।
अब इसे लेकर स्वराज्य की पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा ने एक ट्वीट किया है, जिसमें स्वाति ने लिखा है कि अंकित शर्मा की हत्या की चार्जशीट पर अधिकांश रिपोर्टों ने इस हिस्से को पूरी तरह से छोड़ दिया और उन चीजों पर ध्यान केंद्रित किया जैसे कि उसने अपनी पिस्तौल को दंगे से एक दिन पहले ही निकाला था।
पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा द्वारा ट्विटर पर शेयर किए गए दो स्क्रीनशॉट के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने अंकित शर्मा की हत्या में दायर की गई चार्जशीट में कुछ गवाहों के बयानों का हवाला दिया है, जिसमें गवाह की ओर से लिखा गया है कि ताहिर हुसैन ने इशारा करके बताया था कि ये मकान हिंदुओं के हैं।
इसके बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर हिन्दुओं के उन सब दुकानों व मकानों का आग लगा दी। भीड़ में शामिल सभी लोग हिंदुओं को गंदी-गंदी गालियाँ दे रहे थे और हिंदुओं को खतम करने की बात बोल रहे थे।
गवाह ने आगे बताया कि सभी लोग हिंदुओं के घर जलाने की बात व हमको काफिर कह रहे थे। उनकी बातें हमें बहुत बुरी लग रही थी। दंगाई मुस्लिम भीड़ हमारी दुकान के बाहर तोड़-फोड़ कर रहे थे व हमारी तरफ पत्थर मार रहे थे। भीड़ में शामिल सभी लोग हिंदुओं के खिलाफ नारे लगा रहे थे और कह रहे थे कि इन काफिरों को देश से निकाल देंगे, मारेंगे और हिंदुओं की लड़कियों को उठा कर ले जाएँगे। भीड़ हिंदू मुर्दाबाद के नारे लगा रही थी और एक दूसरे को हिंदुओं के खिलाफ भड़का रहे थे।
इससे पहले 23 जून, 2020 को दिल्ली में हुए हिन्दू विरोधी दंगों में मुख्य आरोपित आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) के दिल्ली और नोएडा स्थित घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने 6 ठिकानों पर छापेमारी की थी। ताहिर हुसैन के खिलाफ इसको लेकर चार्जशीट भी दाखिल की जा चुकी है।
अवलोकन करें:-
दिल्ली में हुए हिंदू विरोधी दंगों के बीच 25 फरवरी की शाम को आईबी इन्स्पेक्टर अंकित शर्मा अचानक से लापता हो गए थे। इसके तीन दिन बाद अंकित शर्मा का शव क्षत-विक्षत अवस्था में चाँद बाग के गंदे नाले में से मिला था, जो कि आरोपित ताहिर हुसैन की घर से महज 100 मीटर की दूरी पर है।
अब इसे लेकर स्वराज्य की पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा ने एक ट्वीट किया है, जिसमें स्वाति ने लिखा है कि अंकित शर्मा की हत्या की चार्जशीट पर अधिकांश रिपोर्टों ने इस हिस्से को पूरी तरह से छोड़ दिया और उन चीजों पर ध्यान केंद्रित किया जैसे कि उसने अपनी पिस्तौल को दंगे से एक दिन पहले ही निकाला था।
पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा द्वारा ट्विटर पर शेयर किए गए दो स्क्रीनशॉट के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने अंकित शर्मा की हत्या में दायर की गई चार्जशीट में कुछ गवाहों के बयानों का हवाला दिया है, जिसमें गवाह की ओर से लिखा गया है कि ताहिर हुसैन ने इशारा करके बताया था कि ये मकान हिंदुओं के हैं।
One can argue that every publication is ideologically/politically inclined and its pointless to call others selective, but it is not so. See the level of mismatch— Swati Goel Sharma (@swati_gs) July 4, 2020
That the mob that killed Muslim men in Bhagirathi chanted Jai Shri Ram is headline of so many publications whereas + pic.twitter.com/foHgmMDizp
That Tahir Hussain provoked mob in name of religion to kill “kaafir” was done only by Swarajya. Most reports on Ankit Sharma murder chargesheet skipped this portion completely and focused on things like how he got his pistol released a day before riots etchttps://t.co/zUlHz7kVaR— Swati Goel Sharma (@swati_gs) July 4, 2020
These lines are from statement of a key witness in Dilbar Negi case in the same Delhi riots. Present in the chargesheet. But none of those publications will put them in copy, let alone the headline pic.twitter.com/IOOHcszXyB— Swati Goel Sharma (@swati_gs) July 4, 2020
इसके बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर हिन्दुओं के उन सब दुकानों व मकानों का आग लगा दी। भीड़ में शामिल सभी लोग हिंदुओं को गंदी-गंदी गालियाँ दे रहे थे और हिंदुओं को खतम करने की बात बोल रहे थे।
गवाह ने आगे बताया कि सभी लोग हिंदुओं के घर जलाने की बात व हमको काफिर कह रहे थे। उनकी बातें हमें बहुत बुरी लग रही थी। दंगाई मुस्लिम भीड़ हमारी दुकान के बाहर तोड़-फोड़ कर रहे थे व हमारी तरफ पत्थर मार रहे थे। भीड़ में शामिल सभी लोग हिंदुओं के खिलाफ नारे लगा रहे थे और कह रहे थे कि इन काफिरों को देश से निकाल देंगे, मारेंगे और हिंदुओं की लड़कियों को उठा कर ले जाएँगे। भीड़ हिंदू मुर्दाबाद के नारे लगा रही थी और एक दूसरे को हिंदुओं के खिलाफ भड़का रहे थे।
इससे पहले 23 जून, 2020 को दिल्ली में हुए हिन्दू विरोधी दंगों में मुख्य आरोपित आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) के दिल्ली और नोएडा स्थित घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने 6 ठिकानों पर छापेमारी की थी। ताहिर हुसैन के खिलाफ इसको लेकर चार्जशीट भी दाखिल की जा चुकी है।
अवलोकन करें:-
दिल्ली में हुए हिंदू विरोधी दंगों के बीच 25 फरवरी की शाम को आईबी इन्स्पेक्टर अंकित शर्मा अचानक से लापता हो गए थे। इसके तीन दिन बाद अंकित शर्मा का शव क्षत-विक्षत अवस्था में चाँद बाग के गंदे नाले में से मिला था, जो कि आरोपित ताहिर हुसैन की घर से महज 100 मीटर की दूरी पर है।
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