भाजपा को बदनाम करने के लिए फेक न्यूज फैलाती एडीटर्स गिल्ड की नई अध्यक्ष सीमा मुस्तफा

मीडिया में भारतीय जनता पार्टी विरोधी पत्रकारों की कोई कमी नहीं, भारतीय जनसंघ की स्थापना लेकर आज तक आज तक एक लम्बी सूची है। वास्तव डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा भारतीय जनसंघ की स्थापना करने वाले दिन से तत्कालीन कांग्रेस ने मीडिया को जनसंघ वर्तमान भाजपा के विरुद्ध ऐसी डोज़ दे थी, जिसका असर अभी और कितने वर्ष रहेगा कहना मुश्किल है। 

भाजपा एवं संघ समर्पित पत्र-पत्रिकाओं को छोड़ किसी भी अन्य ने आज तक यह बताने की आखिर सरकार की कश्मीर को लेकर बनी घातक नीति के कारण डॉ मुखर्जी ने केन्द्रीय मंत्री पद त्याग भारतीय जनसंघ की स्थापना की और अपने उद्देश्य की पूर्ति करने अपने प्राण न्योछावर कर दिए। लेकिन उन प्राणों की आहुति के कई वर्षों उपरांत कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त हुआ। 

कहने का अभिप्राय है कि एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया का अध्यक्ष शेखर गुप्ता हो सीमा मुस्तफा, हैं सभी भाजपा विरोधी।   
सीमा मुस्तफा को एडीटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया का नया अध्यक्ष चुना गया है। लेकिन इतने महत्वपूर्ण पद पर बैठने वाली यह महिला पत्रकार मोदी सरकार और भाजपा की धुर विरोधी है। सीमा मुस्तफा भाजपा से इतनी अधिक नफरत करती हैं कि वे उसके खिलाफ और भाजपा की सरकारों के खिलाफ फेक न्यूज फैलाने से भी नहीं चूकती हैं।

सीमा मुस्तफा के कुछ ट्वीट दिखाते हैं जो यह साबित करते हैं कि यह महिला पत्रकार किस प्रकार कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों की पिछलग्गू है।

कांग्रेस और लेफ्ट परस्त पत्रकार के एडीटर्स गिल्ड की अध्यक्ष बनने पर सोशल मीडिया पर जमकर गुस्सा निकाल रहे हैं।


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