हैदराबाद निकाय चुनाव : केजरीवाल की झाड़ू के तिनके उड़ गए ; आसरा फातिमा की बुर्के वाली पोस्टर वायरल

इन दिनों दिल्ली की हवा बेहद खराब है। साथ ही शहर में कोरोना वायरस का प्रकोप भी काफी बढ़ रहा है। इस बीच दिल्ली की सत्तारुढ़ पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP) ने हैदराबाद नगर निगम चुनावों पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है। AAP इस बार पार्टी के सदस्यों की पत्नियों को मैदान में उतार रही है। इनमें से कुछ विधानसभा चुनाव लड़कर हार भी चुकी हैं।

केजरीवाल की झाडू के तिनके पहले से ही हवा में उड़ गए 

लेकिन आप का चुनाव चिन्ह झाडू नहीं, कहीं प्रेशर कुकर तो कहीं कुछ और। उसका मुख्य कारण है दिल्ली और पंजाब के अतिरिक्त अन्य राज्यों में जब्त होती जमानतें। कई क्षेत्रों में आप को NOTA से भी कम वोट मिले हैं। शायद यही कारण है कि इस बार बिहार चुनाव से भी अपने आपको दूर रखा। दिल्ली में मुफ्त की रेवड़ियां बांट दिल्लीवासियों को मुफ्तखोर के नाम से बदनाम कर दिया, लेकिन दिल्ली वाले इतनी बड़ी बदनामी होने के बाद भी इस पार्टी को गले लगाए हुए हैं। दिल्ली वालों को बिहार के बाद अब हैदराबाद चुनाव से शिक्षा लेनी चाहिए। हैदराबाद में मुफ्त की रेवड़ियां बांट वोट लेने की हिम्मत तो क्या चुनाव चिन्ह झाडू भी रखने की हिम्मत नहीं हुई। ये है मुफ्त की रेवड़ियां बांट दिल्ली सत्ता लेने वाली पार्टी की दिल्ली से बाहर हैसियत। 

आप के इन महिला उम्मीदवारों को बुर्के में पहचानना काफी मुश्किल है। बुर्के में इन महिलाओं को शायद ही कोई पहचान पाए। शायद यही वजह है कि AAP ने उम्मीदवारों के पति की तस्वीर को पोस्टर पर प्रमुखता से रखने का फैसला किया। यहाँ पर पितृसत्ता का यथार्थ चित्रण देखने को मिल रहा है।

इसी बीच AAP उम्मीदवार आसरा फातिमा का एक कैंपेन पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

वायरल हुए पोस्टर में देखा जा सकता है कि लोगों को यह पता लगाने के लिए उम्मीदवार कौन है, थोड़ी सी मेहनत करनी पड़ती है। थोड़ी मशक्कत के बाद लोगों को पता चल पाता है कि चुनाव लड़ने वाली उम्मीदवार का नाम आसरा फातिमा है। पोस्टर में आसरा फातिमा के पति की बड़ी सी तस्वीर लगी है। यह तस्वीर पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल की तस्वीर से भी बड़ी है। मोहम्मद माजिद ने AAP के टिकट पर 2018 तेलंगाना विधानसभा चुनाव लड़ा था। उस हलफनामे के अनुसार, उनकी पत्नी ‘हाउसवाइफ’ है। वह दो साल बाद चुनाव लड़ रही है।

दरअसल आसरा का कैंपेन पोस्टर मजेदार कारणों से वायरल हुआ है। इस पोस्टर में कुछ को आसरा का नाम नहीं मिला तो किसी को उनकी तस्वीर ही नहीं दिखी। कुछ लोगों ने उनकी तस्वीर को ‘बोतल’ समझ लिया।

कई के पास पोस्टर से संबंधित काफी अधिक मनोरंजक और मजेदार सवाल थे।

इसी तरह के कुछ और सवाल थे

कई लोगों ने यह भी बताया कि केरल में यह कैसे चलन में है, जहाँ पत्नियों को उम्मीदवारों के रूप में रखा जाता है और पतियों की तस्वीरें अधिक प्रमुखता से प्रदर्शित की जाती हैं।

इसी तरह दूसरों ने बताया कि कैसे पत्नी शायद पति के लिए प्रॉक्सी उम्मीदवार है। सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि मोहम्मद माजिद प्रॉक्सी उम्मीदवार हैं, उनकी पत्नी पर्दे के पीछे रहेंगी, भले ही वह जीतें। कहाँ हैं उदार उदारवादी जो पितृसत्ता को तोड़ना चाहते हैं।

इस साल की शुरुआत में दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP ने जितेन्द्र सिंह तोमर की जगह उनकी पत्नी प्रीति तोमर को मैदान में उतारा था। 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान झूठी जानकारी साझा करने के लिए तोमर को अयोग्य घोषित कर दिया गया था।

हैदराबाद चुनाव में AAP ने फरहीन बेगम को भी मैदान में उतारा है। बेगम की बुर्का पहने तस्वीर के साथ कैंपेन पोस्टर पर पुरुष की तस्वीर प्रमुखता से दिखाई देती है।

मोहम्मद अब्दुल मजीद द्वारा उनका प्रतिनिधित्व किया गया है। हालाँकि यह स्पष्ट नहीं है कि मजीद उनके पति हैं या उनकी ओर से अभियान चला रहे हैं। बता दें कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव 1 दिसंबर 2020 को होंगे।

No comments: