एसपी बीएम लक्ष्मी प्रसाद (बाएँ), और पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाते उपद्रवी (साभार: ANI, social media)
एक बात आज तक समझ से बाहर है कि आखिर किस आधार पर भारत की धरती पर पल रहे पाकिस्तान समर्थक वेन्टीलेटर पर जीवित पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाते हैं? क्या किसी में पाकिस्तान जाकर हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाने का साहस है? पाकिस्तान में हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद नारे लगाने से पहले सबकी नानी मर जाएगी, वरना पाकिस्तान सरकार द्वारा उन्हें ही... वहां कोई नहीं चिल्लाने वाला मिलेगा कि "देखो मुसलमानों पर ज़ुल्म हो रहे हैं। देखों पाकिस्तान में बोलने की अभिव्यक्ति की आज़ादी पर तानाशाही गोली या हंटर चल रहे हैं।" ये नमकहरामी केवल भारत में ही संभव है, क्योकि यहाँ बिकाऊ लोग और बिकाऊ नेताओं की कमी नहीं। ऐसे लोगों और इनके समर्थकों के साथ भारत सरकार और न्यायालय को सख्ती से पेश ही नहीं इनके बैंक खातों की भी जाँच कर चल एवं अचल संपत्ति को कब्जे में कर नीलम कर देना चाहिए।
कर्नाटक में ग्राम पंचायत चुनावों की मतगणना के दौरान दिसंबर 30, 2020 को पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए जाने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। इस वीडियो में कुछ उपद्रवी उजीरे में ग्राम पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाते दिख रहे हैं।इस संबंध में कर्नाटक के दक्षिण कन्नड के एसपी बीएम लक्ष्मी प्रसाद ने कहा, ”सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें कुछ उपद्रवी उजीरे में ग्राम पंचायत चुनावों की मतगणना के दौरान पाकिस्तान समर्थक नारे लगाते हुए दिखे। हम मामले की जाँच करेंगे।”
A video went viral on social media showing some miscreants shouting pro-Pakistan slogans during counting of votes for gram panchayat polls in Ujire today. We will conduct a proper investigation in the matter: BM Laxmi Prasad, SP, Dakshina Kannada, Karnataka
— ANI (@ANI) December 30, 2020
भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के राजनीतिक संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) की रैली के दौरान पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए गए। बीजेपी ने इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है।
UPDATE: SDPI has released same video refuting allegations of pro-Pak slogans raised during the event. They claim the video being circulated on social media is manipulated. pic.twitter.com/wtbDCE4R6c
— TIMES NOW (@TimesNow) December 30, 2020
हालाँकि SDPI बेल्थांगडी विधानसभा इकाई के अध्यक्ष हैदर अली ने आरोपों से इनकार करते हुए दावा किया कि SDPI कार्यकर्ता ‘SDPI ज़िंदाबाद’ कहते हैं न कि ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’। फिलहाल कर्नाटक पुलिस मामले में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर वायरल हुए वीडियो की जाँच कर रही है।
टाइम्स नाउ के मुतबाकि जब ग्राम पंचायत चुनावों के परिणाम घोषित किए जा रहे थे और जीत का जश्न मनाया जा रहा था, तभी पाकिस्तान समर्थित नारे लगाए गए। बताया जा रहा है कि वीडियो को फॉरेंसिक जाँच के लिए भेज दिया गया है। इसके अलावा, पुलिस सीसीटीवी फुटेज की भी जाँच कर रही है और अधिक सबूत इकट्ठा करने के लिए चश्मदीदों से भी बात कर रही है।
जानकारी के मुताबिक 15 एसडीपीआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ धारा 124 (ए) (राजद्रोह) और भारतीय दंड संहिता की 143 (गैरकानूनी विधानसभा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
This is expected from PFI and SDPI
— Manish (@manishsahu53) December 30, 2020
Whosoever raises pro-pak slogans, is a traitor. Either sent him Pakistan or put behind the bars. There is no other option.
— satyendra kumar Pandey (@satyend89017900) December 30, 2020
They are there from many days.
— jay pattanayak (@8763Jenn) December 30, 2020
What had happened in KG halli public well known abt it.
They all r definitely the members of PFI.
Some derogatory and #hijubul words was also written in a wall.
That also witnessed public.@PIBHomeAffairs should impose ban on #PFI.
As usual, the rant of a PFI sympathizer.
— K R Gopinath (@krgdbp) December 30, 2020
Our government should hang them in front of everyone
— Hareesh Kumar (@Hareesh64525691) December 30, 2020
कर्नाटक में पंचायत चुनाव के लिए दिसंबर 30 को मतगणना के शुरुआती रुझानों से अधिकतर सीटों पर भाजपा समर्थित उम्मीदवारों के जीतने के संकेत मिले हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, अभी 36781 ग्राम पंचायत पदों के परिणाम लंबित हैं। शुरुआती रुझानों में 82616 सीटों में से बीजेपी 5340 पर, कांग्रेस 3150 पर और जेडीएस 1580 पर आगे थे। वहीं 600 से अधिक सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी आगे रहे।
कर्नाटक ग्राम पंचायत चुनाव में 5728 ग्राम पंचायतों की 82616 सीटों पर दो चरणों (22 और 27 दिसंबर) में हुए चुनाव में बैलट पेपर का इस्तेमाल किया गया था और इस दौरान 78.58 फीसदी मतदान हुआ। चुनावी मैदान में 2,22,814 उम्मीदवार थे। अभी तक आधिकारिक रूप से किसी नतीजे की घोषणा नहीं हुई, लेकिन बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील और कांग्रेस नेता व पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने अपनी-अपनी पार्टी के समर्थन वाले उम्मीदवारों के जीतने का दावा किया।
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