दिल्ली से प्रवासी मजदूरों को दिल्ली से भागने को मजबूर करने वाली अब उत्तर प्रदेश के मतदाताओं को भ्रमित कर किसी को प्रोफेसर बताकर गुमराह करने का मामला सामने आया है। दिल्ली के विवादास्पद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी का एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। राज्यसभा सांसद संजय सिंह के सामने 30 दिसंबर, 2020 को लखनऊ के गोमतीनगर में स्थित आप कार्यालय में कुसुम शर्मा और पूजा शर्मा समेत कई लोग पार्टी में शामिल हुए। उस समय बताया गया कि पूजा शर्मा लखनऊ यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर हैं, लेकिन मीडिया में आई खबर के अनुसार पूजा शर्मा नाम की कोई प्रोफेसर नहीं है। लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक ‘आप’ की ओर से भ्रामक जानकारी फैलाई गई है। इसे लेकर यूजर्स सोशल मीडिया में सवाल उठा रहे हैं।
यूपी का भूतपूर्व गुंडा एवं टाकीज़ टिकट माफ़िया @SanjayAzadSln फ़र्ज़ी व्यक्ति को लखनऊ विश्वविद्यालय का प्रोफेसर दिखाकर आपियाँ बना रहा है।
— Dr. Richa Rajpoot (@doctorrichabjp) January 4, 2021
ईमानदार पार्टी का सबकुछ फ़र्ज़ी है। pic.twitter.com/6Jm2924Rwy
— Ram Narayan (@RamNara98750205) January 4, 2021
पूर्व IAS अधिकारी लखनऊ की मंडलायुक्त रह चुकी श्रीमती कुसुम शर्मा जी व प्रोफ़ेसर पूजा शर्मा जी ने @AAPUttarPradesh के परिवार में शामिल होकर पार्टी को मज़बूती प्रदान करने का भरोसा दिया AAP का बढ़ता कारवाँ। pic.twitter.com/jV6m5ly1K0
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) December 30, 2020
— Vipin Kumar Pathak (@RTforAAP) December 30, 2020
@myogioffice @myogioffice @sambitswaraj @p_sahibsingh @AmitShah सुल्तानपुर में टिकट ब्लैक करने वाला एक महिला को यह कहकर पार्टी में शामिल किया यह लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रोफेसर हैं
— Dharam Verma (@DharamV50112388) January 3, 2021
अब विश्वविद्यालय पूछ रहा है यह तो बता दो यह कौन से विभाग में प्रोफेसर pic.twitter.com/KOSsHoabf1
टिकट ब्लैकिया संजय सिंह नें लखनऊ में एक महिला को यह कहकर पार्टी में शामिल किया कि ये LU की प्रोफेसर हैं।
— Prashant Patel Umrao (@ippatel) January 3, 2021
अब लखनऊ विश्वविद्यालय पूछ रहा है कि बताओ कौनसे विभाग में प्रोफेसर हैं?
ऐसे ही गुजरात में निकिता रावल नामक महिला को यह कहकर AAP में शामिल किया था कि ये परेश रावल की भतीजी है। pic.twitter.com/lNXclMbzK1
ये संजय सांड हर जगह फर्जी महिला को ही क्यों अपने फर्जी आम आदमी पार्टी में शामिल करता है ?
— गोपाल राष्ट्रवादी🇮🇳💐🙏 (@Aryaputra1982) January 3, 2021
किसी के पास कोई जवाब हो तो जरूर बताना भाई लोग…😊👍
यहां भी वही धंधा शुरु कर दिया यह कही रहेगा तो इसका ब्लैकिया धंधा नही बंद हो सकता तभी दीपक @TheDeepak2020In जी ने इसका मुंह काला करके भेजा था ।
— Er.Saurabh pandey Avs (@saurabhavsbjp) January 3, 2021
But again he has become CM. How?
— Giyuu6591Sawa (@Giyuu6591Sawa) January 4, 2021
टिकट ब्लैक करने वाले (अब राज्य सभा सांसद) की न कोई इज्जत ना आबरू! वह कुछ भी कह सकता है! और कुछ भी कर सकता है! लोग कहते हैं कि नंगों से तो हर कोई डरते हैं।
— Chandra (@GCLohani3) January 3, 2021
और आम आदमी पार्टी नंगों के नवीनतम पाठशाला है।
Ye ticket blackier fraud gunda hai..Delhi riots me tahir Ka sarparast tha ye.
— SINGH RK_INDIAN (@rajusingh5678) January 4, 2021
ये गुंडा संजय तो वेसे भी औरतो का दलाल है ना जाने अब भी किस फायदे के लिये इस्तेमाल कर रहा है ?
— झांझी अक्षय (@akshayspeaks2) January 3, 2021
जो आदमी टिकट ब्लैक किया करता था, तो झूठ तो उसकी रग रग में हैं,
— Virendra Kumar Sharma (@Virendr02564871) January 4, 2021
एक कहावत हैं,
गधे को कितना भी नहला,दुलादो वो लौटेगा कचरे में ही।
दरअसल, सुल्तानपुर में सिनेमा टिकट ब्लैक करने वाले संजय सिंह से कोई क्या उम्मीद कर सकता है और करना भी मूर्खता है। मालूम होना चाहिए कि सिनेमा पर टिकट ब्लैक करने वालों को अपराधी की श्रेणी में शुमार किया जाता है। दूसरे, जितने अपराधी आम आदमी पार्टी में है, शायद ही किसी अन्य पार्टी में होंगे। फिर गलती मुफ्तखोर मतदाताओं की भी है, जो मुफ्त की रेवड़ियों के लालच में इनको वोट देकर नेता बना देते हैं। यदि दिल्ली के मतदाताओं ने अपने दिमाग से काम लेकर वोट दिया होता, निश्चित रूप से 62 की बजाए 10 प्रतिशत से भी कम सदस्य जीतते।
No comments:
Post a Comment