उत्तर प्रदेश : ‘आप’ का एक और फर्जीवाड़ा : जिस पूजा को प्रोफेसर बताया उसे यूनिवर्सिटी ने किया खारिज

दिल्ली से प्रवासी मजदूरों को दिल्ली से भागने को मजबूर करने वाली अब उत्तर प्रदेश के मतदाताओं को भ्रमित कर किसी को प्रोफेसर बताकर गुमराह करने का मामला सामने आया है। दिल्ली के विवादास्पद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी का एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। राज्यसभा सांसद संजय सिंह के सामने 30 दिसंबर, 2020 को लखनऊ के गोमतीनगर में स्थित आप कार्यालय में कुसुम शर्मा और पूजा शर्मा समेत कई लोग पार्टी में शामिल हुए। उस समय बताया गया कि पूजा शर्मा लखनऊ यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर हैं, लेकिन मीडिया में आई खबर के अनुसार पूजा शर्मा नाम की कोई प्रोफेसर नहीं है। लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक ‘आप’ की ओर से भ्रामक जानकारी फैलाई गई है। इसे लेकर यूजर्स सोशल मीडिया में सवाल उठा रहे हैं।

दरअसल, सुल्तानपुर में सिनेमा टिकट ब्लैक करने वाले संजय सिंह से कोई क्या उम्मीद कर सकता है और करना भी मूर्खता है। मालूम होना चाहिए कि सिनेमा पर टिकट ब्लैक करने वालों को अपराधी की श्रेणी में शुमार किया जाता है। दूसरे, जितने अपराधी आम आदमी पार्टी में है, शायद ही किसी अन्य पार्टी में होंगे। फिर गलती मुफ्तखोर मतदाताओं की भी है, जो मुफ्त की रेवड़ियों के लालच में इनको वोट देकर नेता बना देते हैं। यदि दिल्ली के मतदाताओं ने अपने दिमाग से काम लेकर वोट दिया होता, निश्चित रूप से 62 की बजाए 10 प्रतिशत से भी कम सदस्य जीतते।  

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