राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी ने दी थी खुलेआम धमकियाँ
दीप सिंह सिद्धू तो खालिस्तानी समर्थक है ही और वो उस गिरोह का भी सदस्य है, जो ‘किसान आंदोलन’ के पीछे है और जिसे गणतंत्र दिवस के दिन ‘किसानों’ की ट्रैक्टर रैली के दौरान दिन भर हिंसा की। एक दीप सिद्धू ही नहीं, बल्कि इसी गिरोह के कई नेता हैं जिन्होंने हिंसा की धमकी दी थी। किस-किस से पल्ला झाड़ेंगे? यहाँ हम 2 किसान नेताओं राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी के 2 धमकी भरे बयानों के बारे में बताएँगे, जिनसे पता चलता था कि गणतंत्र दिवस को क्या होने वाला है।
नीचे संलग्न किए गए वीडियो में टिकैत कहते सुनाई दे रहे हैं, “देश को गणतंत्र दिवस मनाने का अधिकार है। किसी के बाप की जागीर है गणतंत्र दिवस। ये गणतंत्र दिवस दुनिया का किसान मनाएगा। दुनिया की सबसे बड़ी परेड होगा। कौन रोकेगा किसान को। अगर ट्रैक्टर को रोका गया तो उसका इलाज होगा। अगर किसी ने रोका तो उसकी बकल उतार दी जाएगी। कौन रोकेगा ट्रैक्टर को? कोई नहीं रोकेगा। खबरदार जो किसी ने भी ट्रैक्टर को रोका। आप बकवास कर रहे हैं।”
. @DelhiPolice should arrest this Gunda ASAP under NSA pic.twitter.com/2a4EifE5H4
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) January 27, 2021
योगेंद्र यादव पर FIR दर्ज. यह सराहनीय कदम है लेकिन राकेश डकैत क्यों बच गया.
— Mukesh Kapoor (@hiya_pihu) January 27, 2021
Chanting #KhalistanZindabad and brandishing drawn swords, so-called ‘farmers’ praise #Bhindranwale as they head to Delhi to bring down the Indian flag on India’s #RepublicDay
— Tarek Fatah (@TarekFatah) January 27, 2021
80 police injured, one protestor dead. All smiles in Islamabad and Ottawa as pic.twitter.com/v00dOkFC0q
दिल्ली पुलिस ने हिंसा एवं एनओसी तोड़ने के जुर्म में नक्सली योगेन्द्र यादव, दर्शन पाल एवं गुरनाम सिंह चढूनी सहित चार किसान नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया!!#KhalistaniTerrorists #ShameOnTractorRally
— सिद्धी (@siddhiak) January 27, 2021
वहीं एक बयान है गुरनाम सिंह चढूनी का। इसमें वो कहते हैं, “हमें बुलाने का मकसद क्या है? खाली तारीख देने के लिए बैठक बुलाती है सरकार। उन्होंने 15 तारीख को आने को कहा और 7 लोगों को ही लाने के लिए बोला। अब 7 जाएँगे कि 60, ये तो हम फैसला कर के ही बताएँगे। लेकिन, बात ये है कि सरकार कुछ मानने को तैयार नहीं है। सरकार जिद पर अड़ गई है। हम 26 तारीख को सरकार को चेतावनी देने वाले हैं।”
26 tarikh ko, Zabaradasti Barricades Todke Delhi Mein Ghusenge, uss din final match hoga: farmer leader Gurnam Singh Charuni saying so earlier this month. Lately though, he had appealed to farmers to be peaceful and stick to routes pre-decided with the Police pic.twitter.com/Wc8zmTUb6y
— Aman Sharma (@AmanKayamHai_ET) January 27, 2021
FIR by Delhi Police mentions the names of farmer leaders Darshan Pal, Rajinder Singh, Balbir Singh Rajewal, Buta Singh Burjgil & Joginder Singh Ugraha for breach of NOC issued regarding farmers' tractor rally. FIR also mentions the name of BKU spox Rakesh Tikait: Delhi Police
— ANI (@ANI) January 27, 2021
https://t.co/Ok2vZsmPwU
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) January 27, 2021
राष्ट्रीय मर्यादाओं एवं प्रतीकों का हिंसक अतिक्रमण अशोभनीय एवं निन्दनीय है।
विरोध एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सदा स्वागत है। परन्तु यह अन्य लोगों के अधिकारों के हनन व कानून व्यवस्था पर हमलों के माध्यम से नहीं होना चाहिये। pic.twitter.com/b2fSsmsiyr
मंगलवार (जनवरी 26, 2021) को प्रस्तावित हिंसा को लेकर उन्होंने तभी कहा था, “उस दिन हमने सभी किसानों से कहा है कि वो तैयारी कर के अपने ट्रैक्टरों के साथ आ जाएँ और हम सब जबरदस्ती पुलिस की बैरिकेड्स तोड़ कर दिल्ली में घुसेंगे। सरकार गोली मारे, लाठी मारे या जो करना है करे। लेकिन, ये फाइनल मैच होगा। उस दिन जो भी होगा, वो सरकार की जिम्मेदारी होगी। ये हमारी बात नहीं सुन रहे।”
यह ट्वीट कांग्रेस ने तुरंत डिलीट किया यह किसी के पास नहीं मिलेगा सिर्फ 40 से 42 सेकंड था कांग्रेस का गद्दारी भरा ट्वीट
I want this video in every Mobile phone 💔🙏🙏 pic.twitter.com/MIdOYDB5Ts
— The Intrepid (@Theintrepid_) January 27, 2021
हिंदुस्तान की शान 'तिरंगे' का अपमान करने वालों को फाँसी होनी चाहिए ।
— Gajendra Chauhan (@Gajjusay) January 26, 2021
भारत माता की जय, जय हिंद
खालिस्तानी आतंकवादियो ने कल लाल किला पर "राम मन्दिर की झांकी" तोड़ डाली, "राम से नफरत" करने वाले किसान नही हो सकते.!!😡😡😡pic.twitter.com/67gtQELWkm
— दीक्षा पाण्डेय🇮🇳 (@Dikshapandey22) January 27, 2021
कल जो भी हुआ उसकी जिम्मेदार केंद्र में बैठी धृतराष्ट्र सरकार है, किसान विरोधी मोदी सरकार है।
— Ajit tyagi (@AjitTyagi_) January 27, 2021
किसान काले कानून को वापस लेने के लिए कई महीनों से मांग कर रहे है और मोदी सरकार चुपचाप बैठकर किसानों की जान जाते देख रही है। @SanjayAzadSln#PeacefulProtestContinues pic.twitter.com/6AcldDxuc7
हिंदुओ ने पहली संतान "गुरुजी" को देश धर्म की रक्षा के लिये दान दी थी ताकि देश धर्म की रक्षा देशद्रोहियों आक्रांताओं से हो सके उनका एक "संगठित देशभक्त समूह" तैयार हो सके
— Rounak (@IRounak_) January 27, 2021
आज वही हिंदुओ द्वारा दान वाली संतानों के चंद वंशज देशद्रोहियों संग खड़े हैं देशद्रोह के लिए..बेहद शर्मनाक...!!
कमाल का है इस देश का आंदोलनकारी किसान...MSP की मांग से शुरू किये आंदोलन को हिंदुत्व विरोध तक ले आये...
— Pramod Singh (@Sanatni_) January 27, 2021
आखिर अपने असली एजेंडे पर आ ही गए किसान...धन्यवाद अपना ये रूप भी दिखाने के लिए...देश ऋणी है आपका..🙏 https://t.co/BClk1luhTK
न सरकार की बात मानी
— प• रामेन्द्र शर्मा🇮🇳 (@RaamendraSharm7) January 26, 2021
न कोर्ट का सम्मान किया
गणतंत्र दिवस का अपमान कर😢
खुद को संविधान का रक्षक कहा😏😏
ट्रेक्टर एक ऐसा परिवहन जिस पर अपराध करना ज्यादा आसान है क्योंकि उस पर नंबर लगाने की अनिवार्यता भी नही है🤔🤔#किसान_नही_आतंकी_है @RaamendraSharm7 pic.twitter.com/uFK0Ih4WPN
किसान आंदोलन के नाम पर हुई हिंसा के पीछे केजरीवाल सरकार और AAP का हाथ है-प्रदेश अध्यक्ष श्री @adeshguptabjp pic.twitter.com/nBhMXqBPnn
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) January 27, 2021
अवलोकन करें:-
किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि फ़रवरी 1, 2021 को जब देश की संसद में बजट पेश किया जा रहा होगा, तब वो फिर से संसद की तरफ मार्च करेंगे। उन्होंने कहा कि मंगलवार (जनवरी 26, 2021) को हुई जबरदस्त हिंसा के बावजूद ये योजना स्थगित नहीं की गई है। किसान नेता राकेश टिकैत ने खालिस्तानी समर्थक दीप सिद्धू से पल्ला झाड़ते हुए उसे भाजपा का कार्यकर्ता बता दिया है। हिंसा पर उन्होंने कहा कि गलती पुलिस की है।



No comments:
Post a Comment