किसान आंदोलन पर असामाजिक तत्वों का कब्ज है, इसकी पुष्टि तथाकथित किसान नेताओं के बयानों से हो रही है, जो किसान के वेश में अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति में लगे हैं। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में पुलिस ने जनवरी 5 को महाराष्ट्र के किसान नेता अरुण बानकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। बानकर ने एक भाषण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुख्यालय के साथ-साथ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। जो इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि ये किसानों की आड़ में अराजक तत्व हैं, जिन्हे मोदी विरोधी विशेषकर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अकाली दल का समर्थन प्राप्त है।
बीजेपी के बैतूल जिला अध्यक्ष आदित्य बाबला शुक्ला ने कहा कि अरुण बानकर जनता को भड़काकर समाज में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उनकी शिकायत पर धारा 505 (2) (सार्वजनिक कुप्रथाओं को अंजाम देने के इरादे से और जनता को उकसाने के इरादे से) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत बानकर के खिलाफ बैतूल के कोतवाली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। हालांकि मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
थाना प्रभारी संतोष पंद्रे के मुताबिक नागपुर से दिल्ली आते समय किसान नेता अरुण बानकर ने सोमवार को जिले के मुलताई में शहीद किसान स्तम्भ पर श्रद्धांजलि अर्पित की और किसानों को भी संबोधित किया। इस दौरान अपने भाषण में बानकर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए भी अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। साथ ही कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी किसानों पर गोलियां चलाएंगे, तो हम नागपुर में आरएसएस के प्रमुख के साथ आरएसएस मुख्यालय को उड़ा देंगे। अब किसान दिल्ली में घुस गए हैं। मोदी के सामने एक ही रास्ता है या तो कानून पीछे लें नहीं तो उन्हें आत्महत्या करनी पड़ेगी।
बानकर का विवादित बयान सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। इटारसी में कथित किसान नेता बानकर ने मीडिया से चर्चा में कहा कि उसे किसी बात का डर नहीं है। मैं नागपुर में भी ऐसा बयान दे चुका हूं। मैं एक बार फिर खुलेआम कह रहा हूं कि हम पीछे हटने वाले नहीं हैं, हम आरएसएस के गढ़ को उड़ा देंगे, इसके लिए वे पूरी तैयारी कर चुके हैं।गौरतलब है कि बानकर महाराष्ट्र राज्य किसान महासभा के सचिव हैं।
यह पहली बार नहीं है, जब किसानों की तरफ से इस तरह की धमकी दी गई है। इससे पहले पीएम मोदी को मारने की धमकी मिल चुकी है।
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें गाजीपुर बॉर्डर पर एक तथाकथित बुजुर्ग किसान खुलेआम कह रहा था कि मोदी को मारूंगा; कत्ल करूंगा। आप भी सुनिए और फैसला कीजिए कि ये किसानों का आंदोलन है या देश विरोधी ताकतों का, जो दिल्ली को बंधक बनाकर लाखों लोगों की जान को जोखिम डाले हुए है और अपनी बात जबरन मनवाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार दिखाई दे रहे हैं।
देखिए किसानों के प्रदर्शन की सच्चाई-
"ये MSP देगा तब भी मरेगा और नही देगा तब भी मरेगा...." pic.twitter.com/J14EjR53fe
— आलू बोंडा (@ek_aalu_bonda) January 2, 2021
इसी तरह एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक सिख किसान बोल रहा है, “मोदी MSP देगा तब भी मरेगा और नहीं देगा तब भी मरेगा….।”
Farmer protest seems to be going the CAA way. I hope Modi Shah do not under estimate it this time and let it grow bugger than what it actually is
— Asli liberal (@Asli_Liberal) November 27, 2020
This can snowball into a larger issue if not addressed quickly
डरा वो नही है, आप लोगों को मौका दे रहा है सुधारने का
— Asli liberal (@Asli_Liberal) November 27, 2020
जब वो पंगा लेगा तो भागते नजर आओगे सारे
इनको तुरंत गिरफ्तार किया जाये किसी को भी कानून हाथ में लेकर जान से मारने का अधिकार नहीं है क्या किसान के नाम पर कोई भी किसी पीएम और सरकार को बेवजह गाली देने का अधिकार रखता है l@AmitShah@PMO India
— .....शंकर @shankar0250552 (@shankar02505520) January 2, 2021
इससे पहले भी सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो चुके हैं, जिनसे किसानों की आड़ में हो रहे इस प्रदर्शन की सच्चाई सामने आ चुकी है। प्रदर्शन में शामिल एक किसान ने कहा था कि अगर हम कनाडा जा के गोरों को ठोक सकते हैं तो ये दिल्ली तो कुछ भी नही हैं हमारे पास… इंदिरा ठोक दी, मोदी की छाती पे…. ”
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