फरवरी 6 को चक्का जाम शांतिपूर्वक निपटने का मुख्य कारण है, 26 जनवरी को अपने अनुबंध को दरकिनार करने पर सरकार के हो रहे उन पर प्रहार से इतने भयभीत हो गए, जो इस बात की ओर भी संकेत कर रही है कि कांग्रेस, अकाली दल, आम आदमी पार्टी और वामपंथियों आदि के समर्थन चल रहे धरना/प्रदर्शन अपने अंतिम पड़ाव की ओर जा रहा है। जिस तरह पुलिस दंगाइयों को खोज-खोज कर पकड़ रही है, उससे आंदोलनकारी बौखलाने लगे हैं।
#Delhi - ITO पर SFI के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, पुलिस ने हिरासत में लिया#DelhiPolice #SFIProtest #Breaking pic.twitter.com/LL7b2Uvjl6
— India TV (@indiatvnews) February 6, 2021
26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस मौके पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम ने 3 और आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपित बुराड़ी और लाल किले पर हुई हिंसा की घटनाओं में शामिल थे। लाल किला हिंसा मामले की जाँच कर रही क्राइम ब्रांच अब तक हिंसा में शामिल 5 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है।
टिकैत का भविष्य बहुत दर्दनाक होने वाला है देख लेना टिकैत को अभी जो उकसा रहे हैं वो मतलब निकल जाने के बाद चाय से मक्खी की तरह इसे फेक देंगे फिर इसका भी वैसा ही हाल होगा जो CAA में बहकाबे में आकर तोड़फोड़ करने वालों का हुआ था, उनका घर भी बिक गया और आज जेल की रोटियां तोड़ रहे है जवाब जरुर देना खालिस्तानी
पाकिस्तान में जब गुरुद्वारा तोड़ा,बहु-बेटी को उठा ले गए, धर्म परिवर्तन कराया गया तब मर्दानगी कहां गई थी नमकहराम खालिस्तानियों?
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इससे पहले दिल्ली क्राइम ब्रांच ने हिंसा में शामिल धर्मेंद्र सिंह हरमन को गिरफ्तार किया था। धर्मेंद्र सिंह हरमन ने ही लाल किले के गुंबद पर धार्मिक झंडा लहराने के लिए दंगाइयों को उकसाया था। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एसआइटी द्वारा गिरफ्तार धर्मेन्द्र सिंह हरमन दिल्ली दंगे के दौरान शाहीनबाग में हुए उपद्रव में भी काफी सक्रिय था।
26 जनवरी को लाल किले में वीडियो फुटेज में देखे गए हरमन ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर लाल किले पर झंडे को फहराने और राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का लाइव स्ट्रीम किया था। पुलिस ने कहा कि हरमन सिंघु सीमा पर पिछले दो महीनों से किसानों के आंदोलन में जा रहा था।
दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की विशेष जाँच टीम (एसआईटी) ने वीडियो फुटेज प्राप्त करने के बाद हरमन को गिरफ्तार किया था, जहाँ उसे एक कार के ऊपर बैठे देखा जा सकता है और भीड़ को लाल किले पर सिख झंडा फहराने के लिए उकसा रहा है। एक अन्य वीडियो फुटेज में, हरमन को गणतंत्र दिवस के दंगों में भाग लेते हुए भी देखा गया था, जहाँ दंगाइयों ने उपद्रव किया था।
#WATCH: A flag with a portrait bearing resemblance to Bhindranwale seen on a tractor at a ‘Chakka jam’ protest in Ludhiana pic.twitter.com/d6lFT0IoPC
— ANI (@ANI) February 6, 2021
Contract farming law enacted by Punjab government provides for 1 month jail and 5 lakh fine if the farmer reneges on his commitment. There is no punitive provision against the farmer in the laws framed by center.
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 6, 2021
How come no farmer protest ever against such draconian provisions? pic.twitter.com/7j8xG4I176
दिल्ली पुलिस लाल किले और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में उत्पात मचाने वालों दंगाइयों की कुंडली खंगालने में जुटी है। 26 जनवरी को भड़की हिंसा में सैकड़ों दंगाइयों ने दिल्ली में प्रवेश किया। उन दंगाइयों में से कई ट्रैक्टर चलाकर लाल किले पर पहुँचे और लाल किले के गुंबदों पर धार्मिक ध्वज फहराया। इन तथाकथित किसानों ने क्रूरता से पुलिस अधिकारियों पर लाठियों, लोहे की छड़ों, ईंटों और पत्थरों से हमला किया था, जिससे लगभग 400 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
एसआईटी इन दंगाइयों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास जोर-शोर से कर रही है, और उन्हें दबोचने के लिए मोबाइल का डेटा छान रही है। इसी क्रम में, 3 फरवरी को, SIT ने हिंसा में शामिल लगभग 20 दंगाइयों की तस्वीरें जारी कीं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली पुलिस को गणतंत्र दिवस की हिंसा से संबंधित अब तक जनता से 1,700 से अधिक वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज मिले हैं। दिल्ली पुलिस ने अब दंगाइयों को पकड़ने के लिए संबंधित सामग्री का विश्लेषण करने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद ली है।
दिल्ली पुलिस ने अभिनेता-कार्यकर्ता और खालिस्तानी समर्थक दीप सिद्धू के ठिकाने की सूचना देने के लिए 1 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है, जो गणतंत्र दिवस के दंगों का मुख्य आरोपित भी है।
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