‘केजरीवाल सहित AAP के सभी मंत्रियों के घरों की तलाशी हो, मिल सकते हैं कई ऑक्सीजन सिलिंडर’

कहते हैं कि विपत्ति के ही समय आदमी की पहचान होती है, कोरोना काल किसी के शुभ तो किसी के पतन का कारण बनने जा रहा है। दिल्ली वालों को फ्री बिजली-पानी का लालच देकर कोई जनहित विरोधी पार्टी सत्ता में आएगी, किसी ने नहीं सोंचा होगा। 

दिल्ली वालों ने फ्री के चक्कर में आम आदमी पार्टी को उस समय भी पहचाना, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के विरुद्ध 370 आरोप दिखाकर जेल भेजने वाला सत्ता मिलते ही उन भ्रष्टाचारों पर खामोश होकर बैठ गयी। ऐसा विश्वास है कि जिस दिन दिल्ली में सत्ता परिवर्तन होगा, यही आम आदमी पार्टी सबसे भ्रष्ट पार्टी सिद्ध होगी। प्रदुषण हो या अब कोरोना, जिस मद के लिए केजरीवाल सरकार को रूपए मिले, उस पर खर्च करने की बजाए उसका अधिकांश भाग विज्ञापन पर खर्च कर जनता को धोखा दिया जाता रहा। जैसाकि एक चैनल पर एक डाक्टर द्वारा केंद्र से ऑक्सीजन की ऑडिट  मुद्दा उठाने से एक काला बाज़ारी का पर्दाफाश करने का प्रयत्न रंग लाने लगा है कि अपने आपको ईमानदार मुख्यमंत्री बताने वाले अरविन्द केजरीवाल ऑक्सीजन ऑडिट से पीछे भाग रहे हैं, क्यों?
दिल्ली में नवनीत कालरा के ‘खान चाचा रेस्टॉरेंट’ में 96 ऑक्सीजन कन्सेंट्रेटर्स बरामद होने और दिल्ली के खाद्य मंत्री इमरान हुसैन को ऑक्सीजन सिलिंडर्स की जमाखोरी पर दिल्ली हाईकोर्ट का नोटिस मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल की सरकार चहुँओर से घिर गई है। नवनीत कालरा के बारे में पता चला है कि वो 2020 में केजरीवाल के शपथग्रहण समारोह में बतौर अतिथि मौजूद था। अब भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने AAP पर सवाल उठाया है।

दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि ये ऐसा विकट समय है, जब ऑक्सीजन के अभाव में सड़कों पर लोगों की मौत हो रही है और लोग अस्पतालों के दरवाजे पर लाइन लगा कर खड़े हैं, वो ढूँढ रहे हैं कि कहीं से ऑक्सीजन मिल जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस समस्या के कारण हजारों मौतें हुई हैं और कब्रिस्तान या श्मशान घाटों में जगह नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि वहीं दूसरी तरफ दिल्ली के मंत्री के घर में 630 ऑक्सीजन सिलिंडर छिपा कर रखे गए हैं।

कपिल मिश्रा ने कहा, “दिल्ली का एक मंत्री ऑक्सीजन सिलिंडर्स की जमाखोरी कर रहा है। ऐसे में क्या 630 लोगों की मौत की जिम्मेदारी इस एक आदमी पर नहीं आएगी? क्या ये हत्या नहीं है? क्या इसे एक साजिश के तहत सैकड़ों लोगों का मर्डर नहीं कहा जाएगा? कितनी जानें बच जातीं उन सिलिंडर्स से, जो केजरीवाल के मंत्री इमरान हुसैन के घर पर रखे हुए हैं या जो नवनीत कालरा के रेस्टॉरेंट से 550 कन्सेंट्रेटर मिले हैं।”

कपिल मिश्रा ने दावा किया कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने जिस नवनीत कालरा को ‘दिल्ली के निर्माता’ का सम्मान दिया था, आज वो ऑक्सीजन कन्सेंट्रेटर्स की कालाबाजारी में लिप्त है और फरार चल रहा है। कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि सरकार चलाने वालों और उनके खास लोगों के घर से ऑक्सीजन सिलिंडर और कन्सेंट्रेटर बड़ी मात्रा में मिल रहे हैं, जबकि इनके अभाव में लोगों की जानें जा रही हैं।

उन्होंने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर से निवेदन किया कि इमरान हुसैन को तुरंत जेल में डाला जाए। उन्होंने कहा, “इस बात की जाँच की जानी चाहिए कि दिल्ली में हुई इतनी मौतों के पीछे कोई गहरी साजिश तो नहीं? ये दिल्ली को, देश को हिलाने की, बर्बाद करने की, लोगों के मरने के बाद गंदी राजनीति करने की साजिश हो सकती है। दिल्ली पुलिस को अरविंद केजरीवाल समेत दिल्ली के सभी मंत्रियों के घरों की तलाशी लेनी चाहिए।”

भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने आशंका जताई कि AAP नेताओं के घरों में न जाने कितने ऑक्सीजन सिलिंडर्स छिपाए हुए मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री हो या मुख्यमंत्री हो, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने अब तक इमरान हुसैन की गिरफ़्तारी न होने को चिंता का विषय बताया। दिल्ली के एक अस्पताल में ऑक्सीजन टैंकर से ऑक्सीजन बर्बाद करने के आरोप भी भाजपा नेता तजिंदर बग्गा ने लगाए थे।

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दिल्ली में ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की कालाबाजारी पर दिल्ली पुलिस ने मैट्रिक्स सेलुलर सर्विस लिमिटेड के सीईओ गौरव खन्ना को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गौरव के खिलाफ़ ये कार्रवाई उसके संबंध नवनीत कालरा से जुड़े होने के चलते की। ये मैट्रिक्स कंपनी गगन दुग्गल नाम के शख्स की है। वह लंदन में रहता है और उसकी कंपनी सिम बनाने का काम करती है। सी मैट्रिक्स कंपनी के नाम से 20 हजार रुपए प्रति पीस ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर भारत में इम्पोर्ट हुए और फिर इन्हें कीमतें बढ़ाकर जरूरमंदों को बेचा गया।

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