1500 ‘गुस्ताखी’ की लिस्ट, ‘काफिरों’ की हत्या के लिए उकसाते Video: देखिए, किशन भरवाड की हत्या में पकड़े गए मौलाना उस्मानी का जहर

मौलाना उस्मानी
धर्म संसद पर शोर मचाकर गंगा-जमुनी तहजीब का स्वांग करने वाले मुस्लिम कट्टरपंथियों के भड़काऊ भाषणों पर आखिर क्यों चुप्पी साध लेते रहे हैं? क्या धर्म-निरपेक्षता और गंगा-जमुनी तहजीब का पालन करना केवल हिन्दुओं की जिम्मेदारी है, किसी अन्य धर्म/मजहब की नहीं? CAA के विरोध में जगह-जगह बने शाहीन बागों में हिन्दुत्व के विरुद्ध लग रहे नारों पर चुप्पी और अभी किसान आंदोलन में लगे आपत्तिजनक नारों पर भी चुप्पी, क्यों? आखिर कब तक ये छद्दम सेक्युलरिस्ट जनता को गुमराह करते रहेंगे? 
गुजरात में किशन भरवाड की हत्या के बाद पकड़े गए मौलाना कमर गनी उस्मानी के बारे में धीरे-धीरे खुलासे हो रहे हैं। वीडियोज से पता चल रहा है कि वो कैसे मुस्लिम युवकों को भड़काता था और पैगंबर की शान में गुस्ताखी करने वालों के खिलाफ़ मुस्लिम युवकों को खड़ा करता था।

एक वीडियो में उसे कहते सुना जा सकता है,

“मैं हिरासत में लिया जा रहा हूँ। मैं पुलिस का सहयोग करूँगा अगर कोई जाँच हुई… तुम मुस्लिमों को डरने की जरूरत नहीं है आप जिस तरह से तहरीक फरोग-ए-इस्लाम के साथ आप खड़े थे अपने संवैधानिक अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए आगे बढ़ते रहें। अधिक ताकत से आगे आएँ, क्योंकि इनकी जो प्लानिंग है उस प्लांनिंग को सफल नहीं होने देना है। मैं कहीं भी रहूँ, लेकिन आपको मिशन नहीं छोड़ना है। जो अभी भारत में हो रहा है वो सब न हो, जैसे हम पहले रहते थे शांतिपूर्ण ढंग से वैसे ही रहें। एक दूसरे के साथ रहते थे वैसे रहें।”

इस वीडियो में उस्मानी ने अन्य उलेमाओं के शांत रहने पर उनसे कहा, “अगर आपको लगता है कि आप लोग सुरक्षित हैं। तो बता दूँ कोई सेफ नहीं है। सबकी तैयारी की गई है। अगर आज हम कानूनी ढंग से अपने पैगंबर मुहम्मद की शान में नहीं खड़े होंगे, तो सबका समय आएगा। वो किसी को नहीं छोड़ेंगे। उनकी तैयारी पूरी है।” उस्मानी अपने समर्थकों को बताता है, “ये जरूरी है कि हम अपने अधिकारों का इस्तेमाल करें और उन्हें रोकें जो गैरकानूनी तौर पर कुछ करने का इरादा रखें।”

मौलाना के पास है 1500 ‘गुस्ताखों’ की लिस्ट

पुलिस हिरासत में जाने से पहले कानून, संविधान, अधिकारों की बात करने वाले उस्मानी की सिर्फ ये अकेली वीडियो नहीं है। एक वीडियो आई थी जिसमें वो पुलिस अधिकारियों से इसलिए लड़ रहा था ताकि अपने उन समर्थकों के बीच जा पाए जो कि ईशनिंदा के आरोपित को मौत के घाट उतारने के समर्थन में थे।

मौलाना की एक वीडियो में सुन सकते हैं कि वो उस लिस्ट के बारे में बात कर रहा है जो उन्होंने रिकॉर्ड की हुई हैं कि कब-कब सोशल मीडिया पर गुस्ताखी हुई। इनमें से 1500 की लिस्ट उनके पास है। वह कहता है कि ये जो गुस्ताखियाँ हो रही हैं ये कोई इत्तेफाक से नहीं हैं बल्कि तारीख गवाह है कि जब-जब मुसलमानों को बर्बाद करने की कोशिश हुई है तो सबसे पहले मुसलमानों का तापमान नापा गया है।

अपनी वीडियो में उसने कमलेश तिवारी की हत्या को जायज ठहराया और ऐसे दिखाया जैसे कमलेश तिवारी की निर्मम हत्या में कोई दोषी नहीं है। अगर कोई है तो वो लोग जिन्होंने उसे जेल से छुड़ाया। मौलाना ने वीडियो में दावा किया कि 5 सालों में जितनी गुस्ताखी हुई है वो पिछले 100 सालों में नहीं हुई।

‘गुस्ताखों’ को सजा देने वालों के समर्थन में मौलाना उस्मानी

एक अन्य वीडियो में मौलाना उस्मानी अपने समर्थकों को ये उपदेश दे रहा है कि वो घर जाएँ, अपने वालिद-वालिदा से कहें कि भले ही उनके उसपर बहुत एहसान हैं लेकिन जब भी बात किसी गुस्ताख को सजा देनी की होगी तो वो (उस्मानी का अनुयायी मुस्लिम) किसी परवाह किए बिना आगे निकल लेगा। कई ऐसी वीडियोज हैं जिसमें मौलाना कमर गनी के स्वागत में कट्टरपंथी राहों में फूल बरसा रहे हैं। साथ ही साथ ‘गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा’ के नारे बुलंद कर रही है।

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