केजरीवाल ने दिल्ली की हवा को बना दिया जहरीली ; पंजाब के मात्र 3 जिलों में 1 सप्ताह में पराली जलाने की 3700 घटनाएँ, NASA ने जारी की तस्वीरें

                                             नासा द्वारा जारी दिल्ली प्रदूषण का मैप (फोटो साभार: NASA/PTI)
दिल्ली इस समय गैस चैंबर बनी हुई है। जब से मुफ्तखोरों की वजह से दिल्ली अरविंद केजरीवाल के हाथ लगी है, इसकी नाकामी की वजह से दिल्ली और पंजाब की हवा जहर बन चुकी है। मुफ्तखोरों आँखें खोल लो। तुम्हारी मुफ्तखोरी की वजह से राष्ट्रीय राजधानी की हवा सभी मापदंडों में जहरीली है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है। साथ ही घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। दिल्ली के कई इलाकों में 02 नवंबर, 2022 को एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 800 के पार पहुंच गया। 

पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के कारण दिल्ली में धुंध और कोहरा बढ़ने लगा है और यहाँ की हवा जहरीली होती जा रही है। अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी ‘नासा’ (NASA) ने उपग्रह से ली गई तस्वीरों को साझा किया है, जिनमें पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में पराली जलाए जाने के कारण उन इलाकों में लाल रंग के निशान बने हैं।

इन तस्वीरों में पूर्वी पाकिस्तान से पूर्वी उत्तर प्रदेश तक सिंधु-गंगा के मैदान के विशाल क्षेत्रों में धुंध की एक परत दिखाई दे रही है। धुंध की यह परत पराली जलाए जाने के कारण बनी है।इसके कारण दिल्ली की हवा जहरीली बन गई है और वायु की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है।

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के एक विश्लेषण के अनुसार, पंजाब और हरियाणा में 1 नवम्बर से 15 नवम्बर के बीच पराली  जलाए जाने की घटनाएँ चरम पर होती हैं। इस दौरान राजधानी दिल्ली की हवा में सांस लेना मुश्किल होता है। पिछले हफ्ते वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने कहा कि इस साल पंजाब में पराली जलाने की बढ़ती घटनाएँ ‘गंभीर चिंता का विषय’ हैं।

पंजाब के तरनतारन, अमृतसर और गुरदासपुर में 15 सितंबर से 22 अक्टूबर के बीच रिपोर्ट की गई लगभग 3,700 घटनाओं में से 60 प्रतिशत पराली जलाने की घटनाएँ हुईं। लुधियाना स्थित पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर ने बताया कि तरनतारन में पराली जलाने की 1,034 घटनाएँ दर्ज की गईं। अमृतसर में पराली जलाने की 895, गुरदासपुर में 324, पटियाला में 246, कपूरथला में 214, फिरोजपुर में 187, जालंधर में 169 और लुधियाना एवं अन्य जिलों में 131 घटनाएँ हुईं।

स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि हवा की धीमी गति और रात में कम तापमान के कारण प्रदूषकों का संचय हो रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण 4 नवंबर से नमी की मात्रा बढ़ने तथा हवा की गति और कम होने के कारण अगले दो-तीन दिनों के बीच दिल्ली की वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में बनी रहेगी।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, वायु की खराब गुणवत्ता के कारण दिल्ली में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर घातक प्रभाव पड़ता है। इसके कारण लोगों के श्वसन तंत्र, फेफड़ों, आँख और मस्तिष्क आदि में संक्रमण होने का खतरा रहता है। शिकागो विश्वविद्यालय (ई.पी.आई.सी.) के ऊर्जा नीति संस्थान द्वारा जून में जारी वायु गुणवत्ता जीवन सूचकांक (AQLI) के अनुसार, प्रदूषण के कारण दिल्लीवासियों का जीवन अवधि 10 साल तक घट जाती है।

गोपाल राय क्या प्रदुषण भाजपा कार्यालय में निर्माण कार्य 
से हो रहा है? दूसरों को आरोपित करने की बजाए 
धरातल पर काम करो। 
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय औचक निरीक्षण करने डीडीयू मार्ग पर स्थित बीजेपी के निर्माणाधीन दफ्तर पहुंच गए। निरीक्षण करने के बाद वापस लौटे पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सीएक्यूएम (वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग) को कार्रवाई के आदेश दिए। पर्यावरण मंत्री के आदेश के बाद सीएक्यूएम ने बीजेपी दफ्तर पर चल रहे निर्माण कार्य को बंद करा दिया। साथ ही पांच लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया। गोपाल राय ने निर्माण में नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।

बीजेपी नेता और प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सवाल किया कि पिछले साल केजरीवाल पंजाब सरकार को दोषी बता रहे थे और कहा था कि पंजाब में पराली जलाई जा रही है, इस कारण दिल्‍ली में प्रदूषण बढ़ा है, लेकिन इस साल क्‍या हुआ? गौरव भाटिया ने कहा कि इस साल पंजाब में पराली जलाने के मामले में 33 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। राज्‍य सरकार क्‍या कर रही है। प्रदूषण में 48 प्रतिशत भागेदारी पराली जलाने की हो जाती है। बीते सालों में यह नियंत्रण ‘आप’ के पास नहीं था, लेकिन इस साल क्‍या… ये निठल्‍लेपन का कहर है। 

ये हमारे देश के नागरिकों के भविष्य का सवाल है। एक लाख बीस हजार मशीन पंजाब सरकार के पास मौजूद थीं। केंद्र सरकार ने पंजाब सरकार को लिखा लेकिन केजरीवाल ने इसका प्रयोग ही नहीं होने दिया। इनकी सरकार शराब के ठेके देने में व्यस्त है। प्रदूषण से लड़ने के लिए पंजाब को सबसे ज्यादा सहायता दी गई। कुछ सहायता हरियाणा को भी मिली। हरियाणा की खट्टर सरकार ने काम करके दिखाया। हरियाणा में पिछले साल 2873 मामले थे, इस साल 33 प्रतिशत कम 1933 थे। पंजाब में पराली जलाने के मामले 7000 से बढ़कर 10000 हो गए। केंद्र के सुझाव को नहीं माना गया।

पंजाब के मुख्यमंत्री, प्रचार मंत्री हैं, गुजरात और दिल्ली आएंगे, लेकिन जो आप का काम है वो नहीं करेंगे। 1350 करोड़ रुपये केंद्र सरकार ने सहायता पंजाब को दी है प्रदूषण से लड़ने के लिए लेकिन सुना ही नहीं गया। गौरव भाटिया ने कहा कि यदि किसी की जान से खेलते हैं तो उसे क्रिमिनल नेगलेजेंस कहते हैं। केजरीवाल से ज्यादा भ्रष्ट नेता देश में कोई नहीं है।

राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से हालात गंभीर हो गए हैं। दिल्ली के कई इलाकों में मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार रहा। नरेला इलाके में स्थित और खतरनाक हो गई है। यहां एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 571 दर्ज किया गया है। दिल्ली को फिलहाल वायु प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद कम है, क्योंकि एनसीआर में धान की कटाई का काम जोरों पर है। ऐसे में पराली जलान के मामले भी तेजी से सामने आएंगे, जिससे वायु प्रदूषण और बढ़ सकता है। दिल्ली में निर्माण कार्यों की निगरानी के लिए 586 टीमों का गठन किया गया है। इतना ही नहीं 521 वाटर स्प्रिगलिंग मशीनें, 233 एंटी स्मॉग गन, 150 मोबाईल एंटी स्मॉग गन से पानी का छिड़काव किया जा रहा है।

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