राजस्थान : छात्रा को पहले फेल किया, फिर पास करने के लिए सेक्स का दबाव: छात्र को बना रखा था दलाल

                   छात्रा से सेक्स की माँग करने वाले प्रोफेसर  गिरफ्तार (फोटो साभार: एनबीटी)
राजस्थान के कोटा में सेक्स की डिमांड करने वाला प्रोफेसर गिरीश परमार पकड़ा गया है। उस पर एक छात्रा को पहले फेल करने और फिर पास करने के बदले शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालने का आरोप है। पुलिस ने अर्पित अग्रवाल नाम के एक छात्र को भी पकड़ा है। बताया जा रहा है कि वह परमार के लिए बिचौलिए के तौर पर काम करता था।

राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (RTU) में पढ़ने वाली बीटेक की छात्रा ने आरोप लगाया है कि गिरीश परमार नाम के एसोसिएट प्रोफेसर ने टेस्ट में अच्छे अंकों से पास करने के बदले उस पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला। इसके लिए प्रोफेसर ने छात्रा के अर्पित नाम के सहपाठी का सहयोग लिया। छात्रा का आरोप है कि प्रोफेसर ने पहले तो उसे फाइनल ईयर के सेमेस्टर परीक्षा में फेल कर दिया। इसके बाद छात्रा को पास करवाने के बदले सेक्स की डिमांड की। अर्पित अग्रवाल प्रोफेसर का प्रस्ताव छात्रा तक पहुँचा रहा था। आहत छात्रा ने सारी बात अपने परिवारजनों को बता दी। जिसके बाद प्रोफेसर गिरीश परमार और अर्पित अग्रवाल के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया।

प्रोफेसर पर मामला दर्ज होते ही कई और छात्राओं को टारगेट करने की बात भी सामने आई। पता चला है कि अर्पित के जरिए प्रोफेसर ने परीक्षा में पास करने की बात कह कर अन्य छात्राओं पर भी इसी तरह दबाव डाला था। एक अन्य छात्रा ने भी प्रोफेसर के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट्स की मानें तो प्रोफेसर के खिलाफ कुछ ऑडियो क्लिप भी पुलिस के हाथ लगे हैं। इनकी जाँच की जा रही है। सूत्रों की मानें तो गिरीश परमार लंबे समय से छात्राओं को फेल कर रहा है। फिर पास करने के एवज में सेक्स की डिमांड करता था।

47 साल का गिरीश परमार आईआईटीयन और गोल्ड मेडलिस्ट रहा है। गिरीश मूलतः श्रीगंगानगर का रहने वाला है। वहीं अर्पित अग्रवाल महावीर नगर का रहने वाला बताया जा रहा है। छात्रों ने आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी ने पहले छात्रा के इल्ज़ाम को नकार दिया था। जिससे आरोपित एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार बचता रहा। रिपोर्ट्स के मुताबिक कई छात्राओं ने तो उसके खिलाफ शिकायत ही नहीं दी। जिससे उसके हौसले बढ़ते गए। पुलिस के मुकदमा दर्ज कर लेने के बाद यूनिवर्सिटी भी सक्रिय हुई है। कहा जा रहा है कि यूनिवर्सिटी ने तीन सदस्यीय जाँच कमेटी बनाई है।

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